भारतीयों में विटामिन डी की समस्या गंभीर होती जा रही है। हाल में हुए एक राष्ट्रीय सर्वे में यह दावा किया गया है। शोधकर्ताओं ने घर में ज्यादा देर तक रहने की बढ़ती संस्कृति को इसका कारण बताया है।
पैथोलॉजी लैब एसआरएल ने इस अध्ययन के लिए देश भ्ज्ञर में 37010 लोगों के रक्त की जांच की। इसके बाद इस जांच रिपोर्ट का विश्लेषण किया गया। शोधकर्ताओं के मुताबिक चिकित्सक भी समझने लगे हैं कि लोगों में विटामिन-डी की कमी बढ़ने लगी है।
इससे कमजोर मांसपेशियां, थकान और जोड़ों का दर्द होने की शिकायत होने लगती है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपको इस तरह की कोई भी परेशानी हो तो फौरन डॉक्टर से संपर्क किया जाना चाहिये।
जानकार मानते हैं कि लोग मुफ्त में मिलने वाली धूप से भी बचने का प्रयास करते हैं। जबकि यह उनके लिए बेहद जरूरी है। घर और दफ्तर में काफी देर तक अंदर ही बैठे रहने के कारण यह समस्या हो सकती है।
जानकार बताते हैं कि पेराथाइराइड हॉर्मोन शरीर में कैल्शियम और फस्फोरस के स्तर को बनाये रखने में मदद करता है। विटामिन डी की कमी से ग्रंथियां इस हॉर्मोन का ज्यादा उत्सर्जन करने लगती हैं। इससे सेहत पर विपरीत असर पड़ने लगता है।
कैसे बचें
रोजाना 45 मिनट तक धूप में रहने से विटामिन डी की कमी से होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। धूप सेंकने के लिए सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक का वक्त सबसे अच्छा होता है। सिर, चेहरे और शरीर का ऊपरी हिसस सीधे धूप में आना चाहिये। याद रखें कि अगर पांच मिनट के लिए हटे तो पूरी प्रक्रिया दोहरानी पड़ेगी।