Hridaya Mudra in Steps and Benefits: आजकल कम उम्र में ही हार्ट अटैक के मामले देखने को मिल रहे हैं। आए दिन सुर्खियों में हार्ट अटैक का कोई न कोई केस जानने को मिल जाता है। हार्ट के कमजोर होने का मुख्य कारण है अनहेल्दी लाइफस्टाइल। जिस तरह की लाइफस्टाइल हम जी रहे हैं, उसमें न तो सेहतमंद भोजन शामिल हैं और न ही एक्सरसाइज के लिए कोई जगह है। पुराने जमाने में लोगों के शरीर में बीमारियां इसलिए कम होती थीं क्योंकि वह एक स्वस्थ जीवनशैली के आदी हुआ करते थे। हमने खुद को सोशल मीडिया और तकनीक के बीच इतना व्यस्त कर लिया है कि हमारे पास स्वास्थ्य का ध्यान रखने का समय ही नहीं होता। इसका बुरा असर शरीर के सभी अंगों समेत हार्ट पर भी पड़ता है। हार्ट हमारे शरीर का केंद्र है इसलिए इसका ख्याल रखना हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। हार्ट को हेल्दी रखना चाहते हैं, तो योग मुद्रा की मदद ले सकते हैं। वैसे तो कई तरह की योग मुद्राएं हैं लेकिन हार्ट को हेल्दी रखने के लिए आज हम एक विशेष मुद्रा के बारे में बात करेंगे जिसे ह्रदय मुद्रा कहा जाता है। इसका अभ्यास करने से हार्ट को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। चलिए जानते हैं ह्रदय मुद्रा की विधि और फायदे।
ह्रदय मुद्रा के फायदे- Benefits Of Hridaya Mudra
- ह्रदय मुद्रा का अभ्यास करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहेगा और हार्ट को ऑक्सीजन सप्लाई करने में कोई अड़चन नहीं आएगी।
- हार्ट की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
- ह्रदय मुद्रा की मदद से हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कोरोनरी धमनी रोग, एनजाइना जैसी गंभीर बीमारियां से बचने में मदद मिलती है।
- ह्रदय मुद्रा का अभ्यास करने से दिमाग को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद मिलती है।
- जोड़ों, गर्दन, सिर, पीठ में होने वाले दर्द को दूर करने के लिए ह्रदय मुद्रा फायदेमंद मानी जाती है।
- ह्रदय मुद्रा करने से अस्थमा और माइग्रेन के लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है।
- पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में भी ह्रदय मुद्रा का योगदान रहता है।
- अनिद्रा की समस्या दूर करने में मदद मिलती है।
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ह्रदय मुद्रा की विधि- Steps Of Hridaya Mudra
- ह्रदय मुद्रा को करने के लिए पहले पद्मासन, वज्रासन या सुखासन में बैठ जाएं।
- इसके बाद दोनों हाथों को घुटनों पर रखें।
- आंखों को बंद करके गहरी सांस लें।
- अब तर्जनी उंगली के पोर को अंगूठे के मूल से स्पर्श कराएं।
- अनामिका, मध्यमा उंगली को एक-दूसरे के खिलाफ दबाया जाता है और छोटी उंगली को फैलाया जाता है।
ह्रदय मुद्रा को कितनी देर करें?- Hridaya Mudra in Hindi
ह्रदय मुद्रा का अभ्यास शुरुआत में 10 से 15 मिनट करें। धीरे-धीरे समय 30 मिनट तक बढ़ाएं। ह्रदय मुद्रा को कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है। इसे करने का कोई तय समय नहीं है। योग और मुद्राओं के अभ्यास के लिए सुबह का समय अच्छा माना जाता है।
हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए ह्रदय मुद्रा का अभ्यास करने के साथ-साथ हेल्दी डाइट लें और एक्सरसाइज करना न भूलें। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
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