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मुंह की समस्याओं के लिए कैसे करें लौंग के तेल का इस्तेमाल? जानें असरदार तरीके

आजकल की तेज-तर्रार जिंदगी में लोग अक्सर अपनी सेहत और स्वच्छता पर उतना ध्यान नहीं दे पाते जितना जरूरी होता है। खासकर ओरल हाइजीन को लेकर लोग ज्यादा लापरवाह हो चुके हैं।
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मुंह की समस्याओं के लिए कैसे करें लौंग के तेल का इस्तेमाल? जानें असरदार तरीके


भागदौड़ भरी दिनचर्या और बिजी शेड्यूल के कारण लोग ओरल हाइजीन का ध्यान कम रखते हैं, कभी ब्रश करना भूल जाते हैं, तो कभी माउथवॉश का इस्तेमाल नहीं करते। इसके परिणामस्वरूप, दांतों और मसूड़ों की समस्याएं जैसे प्लाक, कैविटी, मसूड़ों की सूजन और बदबूदार सांस जैसी परेशानियां आम हो गई हैं। मुंह की सही देखभाल न केवल दांतों के लिए जरूरी है, बल्कि यह संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। बदबूदार सांस और मसूड़ों की समस्याएं गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकती हैं। डॉक्टर के अनुसार, मुंह में छिपे बैक्टीरिया समय के साथ अन्य अंगों में फैल सकते हैं और कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। आयुर्वेद में लौंग के तेल को ओरल हाइजीन के लिए बेहतरीन माना गया है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानिए, मुंह की सफाई के लिए लौंग के तेल का उपयोग कैसे करें और लौंग के तेल के क्या फायदे हैं?

ओरल हाइजीन के लिए क्लोव ऑयल (लौंग का तेल)

क्लोव ऑयल, जिसे लौंग का तेल भी कहा जाता है, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में बहुत प्रभावी माना जाता है। इसमें एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो मुंह की देखभाल के लिए बेहद फायदेमंद साबित होते हैं। अगर आप भी अपनी ओरल हाइजीन में सुधार लाना चाहते हैं, तो लौंग के तेल का उपयोग आपके लिए एक बेहतरीन उपाय हो सकता है।

1. नेचुरल माउथवॉश बनाएं

लौंग के तेल को पानी के साथ मिलाकर एक नेचुरल माउथवॉश तैयार किया जा सकता है। यह माउथवॉश न केवल मुंह की सफाई करता है, बल्कि इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुण बैक्टीरिया को खत्म करके मुंह की दुर्गंध को भी दूर करते हैं।

  • एक कप गुनगुने पानी में 2-3 बूंद लौंग का तेल डालें।
  • अब इस मिश्रण से मुंह को कुल्ला करें और 30 सेकंड तक इसे मुंह में रखें।
  • इसे दिन में 2-3 बार इस्तेमाल करें, खासकर खाने के बाद।

इसे भी पढ़ें: ओरल हाइजीन को बनाए रखने के लिए अपनाएं ये 5 नेचुरल तरीके, बीमारियों का जोखिम होगा कम

2. मसूड़ों की सूजन कम करने के लिए लौंग का तेल

क्लोव ऑयल का उपयोग मसूड़ों की सूजन और दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है। लौंग के तेल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मसूड़ों की सूजन को शांत करते हैं और उन्हें स्वस्थ बनाए रखते हैं। नारियल के तेल के साथ लौंग के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर उपयोग किया जा सकता है।

clove oil

  • 1 चम्मच नारियल के तेल के साथ 1-2 बूंद क्लोव ऑयल को एक छोटे से कप में लें।
  • इसे अपनी उंगलियों से मसूड़ों पर हल्के से लगाएं और 2-3 मिनट तक मसाज करें।
  • इसे दिन में 1-2 बार करें, खासकर अगर मसूड़े में दर्द हो या सूजे हुए महसूस हों।

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3. बदबूदार सांस के लिए क्लोव ऑयल का इस्तेमाल

क्लोव ऑयल बैक्टीरिया को मारने में मदद करता है, जिससे मुंह की बदबू को खत्म किया जा सकता है। बुरी सांस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए लौंग के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।

  • 1 कप हल्के गुनगुने पानी में 2-3 बूंद क्लोव ऑयल डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
  • अब इस मिश्रण से कुल्ला करें। यह मुंह की दुर्गंध को दूर करने में मदद करता है और ताजगी का एहसास कराता है।

4. दांत दर्द से राहत के लिए लौंग के तेल और नारियल तेल का मिश्रण

अगर आपको दांत में दर्द या तकलीफ हो रही है, तो लौंग का तेल आपके लिए लाभकारी हो सकता है। क्लोव ऑयल में मौजूद शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण दांत दर्द को कम करने में मदद करते हैं। नारियल तेल के साथ मिश्रण बनाने से यह और भी प्रभावी हो जाता है, क्योंकि नारियल तेल भी एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर होता है।

  • 1 चम्मच नारियल तेल में 1-2 बूंद क्लोव ऑयल डालें।
  • इस मिश्रण को दांत और मसूड़ों पर लगाकर कुछ मिनटों तक रखें।
  • इसे दिन में 2-3 बार इस्तेमाल करें।

निष्कर्ष

क्लोव ऑयल (लौंग का तेल) का उपयोग ओरल हाइजीन के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। इसके एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण न केवल दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ बनाए रखते हैं, बल्कि बदबूदार सांस और दांत दर्द जैसी समस्याओं से भी छुटकारा दिलाते हैं। इन टिप्स को अपनाकर आप अपनी ओरल हाइजीन में सुधार ला सकते हैं और मुंह से जुड़ी समस्याओं से राहत पा सकते हैं।

All Images Credit- Freepik

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