सेहतमंद और एक्टिव जीवन जीने के लिए शरीर की हड्डियों का मजबूत होना बेहद जरूरी है। हड्डियां न सिर्फ हमारे शरीर को सहारा देती हैं बल्कि यह चलने-फिरने और रोजाना की एक्टिविटी को करने में भी मदद करती हैं। लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, असंतुलित खानपान, कैल्शियम की कमी और फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण हड्डियां कमजोर होती जा रही हैं। यही वजह है कि कम उम्र में भी लोगों को जोड़ों में दर्द, कमर में अकड़न और घुटनों में सूजन जैसी समस्याएं होने लगी हैं।
ऐसे में यदि आप किसी नेचुरल और सुरक्षित उपाय की तलाश में हैं, तो बबूल की फली (Acacia pods) का उपयोग कर सकते हैं। बबूल की फली में ऐसे पोषक तत्व और औषधीय गुण पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूती देने में मदद कर सकते हैं। खासतौर पर गर्मियों में जब बबूल के पेड़ पर फलियां आसानी से उपलब्ध होती हैं, तब इनका उपयोग करना और भी लाभकारी होता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, हड्डियों को मजबूत करने में बबूल की फलियों के फायदे और सेवन का सही तरीका क्या है।
हड्डियों के लिए बबूल की फली के फायदे
बबूल एक आयुर्वेदिक औषधीय पेड़ है, जिसकी छाल, गोंद, पत्तियां और फलियां अनेक रोगों में लाभकारी मानी जाती हैं। बबूल की फली में शीतवीर्य गुण होता है, जो शरीर को ठंडक देता है और गर्मी को संतुलित करता है। यह पाचन को सुधारती है, सूजन कम करती है और हड्डियों के लिए टॉनिक की तरह काम करती है।
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- बबूल की फली में प्राकृतिक रूप से कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों के निर्माण और मजबूती के लिए जरूरी है।
- इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की सूजन और दर्द में राहत देने में सहायक होते हैं।
- बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होती हैं, ऐसे में बबूल का सेवन प्राकृतिक रूप से बोन डेंसिटी को बनाए रखने में सहायक हो सकता है।
- प्रेग्नेंसी के बाद या मेनोपॉज के दौरान हड्डियों की कमजोरी महिलाओं में आम होती है। बबूल की फली इस स्थिति में काफी फायदेमंद हो सकती है।
बबूल की फली का सेवन कैसे करें? - How to consume acacia pods
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1. बबूल की फली का चूर्ण
- सूखी बबूल की फलियों को अच्छी तरह साफ कर धूप में सुखा लें।
- इन्हें पीसकर पाउडर बना लें।
- रोज सुबह आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ लें।
2. बबूल की फली का काढ़ा
- 1 चम्मच बबूल की फली को 2 कप पानी में उबालें।
- जब पानी आधा रह जाए, तो छानकर गुनगुना सेवन करें।
- यह काढ़ा सुबह-शाम लिया जा सकता है।
सावधानियां
- बबूल की फली की तासीर ठंडी होती है, इसलिए सर्दी के मौसम में इसका संतुलित मात्रा में सेवन करें।
- प्रेग्नेंट महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए।
- जिन लोगों को बार-बार सर्दी-जुकाम या पाचन की कमजोरी हो, वे डॉक्टर से सलाह लेकर ही सेवन करें।
निष्कर्ष
डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार, बबूल की फली एक बहुउपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है, जो विशेष रूप से हड्डियों की कमजोरी, जोड़ों के दर्द और सूजन में राहत देने के लिए जानी जाती है। इसका नियमित और सही तरीके से सेवन करने से हड्डियों को मजबूती मिलती है और लंबे समय तक इनकी सेहत बनी रहती है। यह एक प्राकृतिक उपाय है, जो बिना किसी नुकसान के फायदेमंद हो सकता है, लेकिन किसी भी आयुर्वेदिक उपाय को अपनाने से पहले आयुर्वेद विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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FAQ
हड्डियों की कमजोरी को कैसे दूर करें?
हड्डियों की कमजोरी को दूर करने के लिए सबसे पहले कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर डाइट लेना जरूरी है। दूध, दही, पनीर, तिल, बादाम और हरी पत्तेदार सब्जियां रोजाना डाइट में शामिल करें। सुबह की धूप सेंकने से शरीर में विटामिन D बनता है, जो कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है। नियमित रूप से हल्की एक्सरसाइज और योग भी हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही आयुर्वेद में बबूल की फली, अश्वगंधा और हडजोड़ जैसी जड़ी-बूटियों का सेवन भी हड्डियों की मजबूती में कारगर माना जाता है।मजबूत हड्डियों के लिए क्या पीना चाहिए?
मजबूत हड्डियों के लिए ऐसी ड्रिंक्स का सेवन करना चाहिए जो कैल्शियम, विटामिन D और अन्य मिनरल्स से भरपूर हों। रोजाना एक या दो गिलास गाय का दूध या सोया मिल्क पीना फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा हल्दी वाला दूध सूजन और दर्द में राहत देता है। बबूल की फली का काढ़ा, अश्वगंधा मिल्क और हडजोड़ का काढ़ा भी हड्डियों के लिए लाभकारी माने जाते हैं।विटामिन डी और कैल्शियम बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए?
विटामिन डी और कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी हैं। कैल्शियम के लिए दूध, दही, पनीर, तिल, सोया प्रोडक्ट्स, बादाम, चिया सीड्स और हरी पत्तेदार सब्जियां खानी चाहिए। वहीं, विटामिन डी के लिए सूरज की सुबह की हल्की धूप सबसे अच्छा सोर्स है। भोजन में अंडे की जर्दी, मशरूम, मछली और फोर्टिफाइड अनाज शामिल करें।