बालों का झड़ना आजकल एक आम समस्या बन गई है, जिसका कारण सिर्फ बाहरी प्रदूषण या खराब हेयर केयर रूटीन ही नहीं, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो सकती है। कई बार लोग आयरन, प्रोटीन और विटामिन्स की कमी पर ध्यान देते हैं, लेकिन कॉपर (तांबा) की कमी भी बालों की सेहत पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। कॉपर हमारे शरीर में विभिन्न एंजाइम्स को एक्टिव करने में मदद करता है, जिससे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और बाल मजबूत बनते हैं। अगर शरीर में कॉपर की मात्रा कम हो जाए, तो इससे बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। कुछ लोग इसे सामान्य हेयर फॉल समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन अगर बाल ज्यादा झड़ रहे हैं और उनकी ग्रोथ धीमी हो रही है, तो कॉपर की कमी इसकी वजह हो सकती है। सही समय पर इस कमी को दूर किया जाए, तो बालों की सेहत दोबारा सुधर सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि कॉपर की कमी से बालों पर क्या असर पड़ता है और इसे पूरा करने के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
कॉपर की कमी से बालों पर पड़ने वाले प्रभाव- Effects of Copper Deficiency on Hair
- कॉपर शरीर में कई जरूरी फंक्शन्स को कंट्रोल करता है जिसमें हीमोग्लोबिन बनाने, आयरन को सही तरीके से इस्तेमाल करने और शरीर के एंजाइम्स को एक्टिव करने जैसे काम शामिल हैं।
- जब शरीर में कॉपर की मात्रा कम हो जाती है, तो इससे स्कैल्प तक पर्याप्त पोषण नहीं पहुंच पाता, जिससे बालों की जड़ें कमजोर होने लगती हैं।
- इससे बाल पतले होने लगते हैं और उनका झड़ना बढ़ जाता है।
- कॉपर की कमी के कारण बालों का नेचुरल रंग भी हल्का पड़ सकता है, क्योंकि यह मेलेनिन प्रोडक्शन को प्रभावित करता है, जो बालों के प्राकृतिक रंग के लिए जरूरी होता है। ऐसे में समय से पहले सफेद बाल आने लगते हैं।
- इसके अलावा, यह बालों की ग्रोथ को भी धीमा कर सकता है, जिससे नए बाल जल्दी नहीं उगते और सिर के कुछ हिस्सों पर बाल पतले नजर आने लगते हैं।
- इसलिए, अगर बाल तेजी से झड़ रहे हैं और सफेद हो रहे हैं, तो कॉपर की मात्रा की जांच करवानी चाहिए और इसे संतुलित करने के लिए सही डाइट और सप्लीमेंट्स पर ध्यान देना जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- हाइपोथायरायडिज्म की वजह से हो रहा है हेयर फॉल? राहत के लिए अपनाएं ये 5 देसी हर्बल ट्रीटमेंट
टॉप स्टोरीज़
कॉपर की कमी का इलाज- Copper Deficiency Treatment
अगर शरीर में कॉपर की कमी हो जाए, तो इसे सही समय पर संतुलित करने की जरूरत होती है। कॉपर की कमी का इलाज मुख्य रूप से आहार में सुधार, सप्लीमेंट्स और लाइफस्टाइल में बदलाव पर निर्भर करता है-
1. कॉपर से भरपूर आहार लें- Eat Copper Rich Foods
कॉपर की कमी को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा तरीका संतुलित आहार है। कॉपर युक्त खाद्य पदार्थों को रोजाना के भोजन में शामिल करना चाहिए।
- नट्स और बीज- काजू, बादाम, तिल, सूरजमुखी के बीज
- हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, मेथी, बथुआ
- ड्राई फ्रूट्स- किशमिश, खजूर
- अनाज और दालें- राजमा, छोले, बाजरा
- डार्क चॉकलेट- एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स से भरपूर
2. कॉपर सप्लीमेंट्स लें- Copper Suppements
अगर आहार से पर्याप्त कॉपर नहीं मिल रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से कॉपर सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं। ये टैबलेट, सिरप या मल्टीविटामिन के रूप में उपलब्ध होते हैं। लेकिन इनका ज्यादा सेवन नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह लिए इनका सेवन न करें।
3. कॉपर युक्त पानी पिएं- Drink Copper Vessel Water
कॉपर युक्त पानी पीना एक प्राचीन और प्राकृतिक तरीका है। इसके लिए तांबे के बर्तन में रातभर पानी रखें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करें। यह न केवल कॉपर की कमी को पूरा करता है, बल्कि पाचन और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
4. लाइफस्टाइल सुधारें- Lifestyle Changes
स्ट्रेस, अनियमित खानपान और खराब लाइफस्टाइल भी कॉपर की कमी को बढ़ा सकते हैं। पर्याप्त नींद लें, रोजाना योग या एक्सरसाइज करें और प्रोसेस्ड फूड से बचें, ताकि शरीर जरूरी पोषक तत्वों को सही तरीके से एब्सॉर्ब कर सके।
कॉपर की कमी का इलाज प्राकृतिक तरीकों से किया जा सकता है, लेकिन जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। सही आहार, हेल्दी लाइफस्टाइल और जरूरी सप्लीमेंट्स से इस कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है, जिससे बालों की सेहत और संपूर्ण शरीर को लाभ मिलेगा।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।