
मां बनना एक महिला की जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी होती है। इस दौरान महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आते हैं। इन बदलावों में ज्यादातर बदलाव साधारण होते हैं, वहीं कुछ बदलाव ऐसे भी हैं, जिन पर समय से ध्यान देना जरूरी है। प्रेग्नेंसी में जितना जरूरी फिजिकल हेल्थ पर ध्यान देना है, उतना ही जरूरी वजाइनल हेल्थ पर ध्यान देना भी है। डिलीवरी के बाद वजाइना ढीली पड़ जाती है। ऐसे में वजाइनल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डिलीवरी के बाद वजाइनल हेल्थ पर खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है। डिलीवरी के बाद वजाइनल हाइजीन और सेफ्टी के तरीके जानने के लिए हमने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से, जिन्होनें इस विषय पर हमसे विशेष जानकारी साझा की।
डिलीवरी के बाद वजाइनल हेल्थ का ख्याल कैसे रखें ( How to Take Care of Your Vaginal Health Post Delivery)
साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें
आमतौर पर डिलीवरी के 4 से 6 सप्ताह बाद तक ब्लीडिंग होती रहती है। इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। डिलीवरी के बाद शुरुआती दिनों में ब्लीडिंग ज्यादा होती है। ऐसे में समय-समय पर पैड चेंज करना और योनि की सफाई करना सबसे जरूरी है। अगर हाइजीन को नजरअंदाज किया जाए, तो यह इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
ढीले कपड़े ही पहनें
टाइट कपड़े स्किन इन्फेक्शन और एलर्जी की समस्या पैदा कर सकते हैं। इसके कारण वजाइनल हेल्थ को काफी नुकसान हो सकता है। इसलिए डिलीवरी के बाद शुरुआती महीनों में केवल ढीले कपड़े ही पहनें।
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सिंकाई जरूर करें
डिलीवरी के बाद वजाइनल की सिंकाई करना आपको काफी राहत दे सकता है। सिंकाई करने के लिए टब में गुनगुना पानी भरकर उसमें थोड़ा एंटीसेप्टिक ऑयल मिलाएं और 10 मिनट तक सिंकाई करें। इसके अलावा आप किसी जग में गुनगुना पानी लेकर प्रभावित क्षेत्र की सिंकाई कर सकती हैं। ऐसा दिन में दो बार करने से काफी राहत मिल सकती है।
शारीरिक गतिविधियां ज्यादा न करें
डिलीवरी का पूरे शरीर की फिटनेस पर असर पड़ता है। इस दौरान शरीर पहले से ज्यादा कमजोर भी हो जाता है। इस कारण बहुत ज्यादा या तेजी से एक्सरसाइज करना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए डिलीवरी के बाद शुरुआत के दिनों में एक्ससाइज स्किप करें।
शारीरिक संबंध से दूरी बनाएं
डिलीवरी के बाद शरीर को रिकवरी करने में समय लग जाता है। ऐसे में शारीरिक संबंध बनाना महिला के शरीर को कमजोर बना सकता है। इसलिए डिलीवरी के बाद करीब 4 से 6 सप्ताह तक शारीरिक संबंध बनाने से परहेज रखें।
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खान-पान का रखें खास ख्याल
डिलीवरी के बाद शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है, इसलिए इस दौरान खान-पान पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी हो जाता है। ऐसे में तला-भुना और मसालेदार चीजों का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं शारीरिक गतिविधि न होने से पाचन भी खराब हो सकता है। इसलिए डिलीवरी के साथ बैलेंस डाइट लेना चाहिए, जिससे शरीर को पोषक तत्वों की सही मात्रा मिल सके।