दिमाग और मन को शांत रखने के लिए नियमित रूप से मेडिटेशन करना बहुत फायदेमंद होता है। रोजाना ध्यान लगाने या मेडिटेशन करने से आपका मन शांत रहता है और दिमाग तेज होने के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलता है। कई मानसिक समस्याओं को ठीक करने के लिए मेडिटेशन का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है। लेकिन कई लोगों को मेडिटेशन करते समय और उसके बाद नींद आने की समस्या (Feeling Sleepy After Meditation) रहती है और इसकी वजह से वे सही ढंग से मेडिटेशन का अभ्यास नहीं कर पाते हैं। मेडिटेशन के बाद दिमाग शांत होने के कारण भी कई लोगों को अच्छी नींद आ सकती है लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें ध्यान के दौरान नींद आने लगती है। दरअसल इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। नींद की कमी, शरीर में पोषक तत्वों की कमी और तनाव के कारण भी आपको मेडिटेशन करने के बाद नींद आ सकती है। अगर आप भी मेडिटेशन के बीद नींद की समस्या से जूझ रहे है तो आइये जानते हैं इसे दूर करने के कुछ टिप्स।
मेडिटेशन के बाद नींद आने के कारण (Feeling Sleepy After Meditation Causes in Hindi)
दरअसल मेडिटेशन करने के बाद आपका दिमाग और शरीर का मानसिक और शारीरिक तनाव दोनों ही कम होता है। इसकी वजह से आपको हल्का फील हो सकता है लेकिन इसका नींद आने से कोई भी संबंध नहीं होता है। मेडिटेशन करने से आपका मानसिक तनाव कम होता है, याददाश्त में सुधार होने के साथ आपके मन को शांति मिलती है। लेकिन मेडिटेशन के बाद नींद की समस्या शरीर में पोषक तत्वों की कमी, नींद की कमी या नींद से जुड़ी किसी समस्या के कारण हो सकती है। ऐसे में आपका शरीर एक्टिव रहने में असमर्थ होता है और आपको नींद आनी शुरू हो जाती है।
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मेडिटेशन के बाद नींद दूर करने के टिप्स (Tips To Feel Less Sleepy After Meditation in Hindi)
अगर आपको भी मेडिटेशन करने के बाद नींद आने की समस्या है तो आपको कुछ चीजों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। आमतौर पर मेडिटेशन करने के बाद नींद आना आपकी सेहत से जुड़ा हुआ होता है लेकिन कई लोगों में यह समस्या गलत तरीके से मेडिटेशन करने के कारण भी होती है। मेडिटेशन करने के बाद नींद से बचने के लिए आप इन टिप्स को अपनाएं।
1. अगर आप मेडिटेशन करने की शुरुआत ही कर रहे हैं तो इस दौरान आपको बहुत ज्यादा देर तक मेडिटेशन करने से बचना चाहिए। शुरुआत में आप 5 मिनट या 10 मिनट 10 ध्यान लगाएं और धीरे-धीरे अपनी टाइमिंग बढ़ा सकते हैं।
2. ध्यान करते समय दिमाग को केंद्रित करने के लिए मेडिटेशन से पहले कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज का अभ्यास जरूर करें। मेडिटेशन के बाद प्राणायाम का अभ्यास करना फायदेमंद होता है।
3. हमेशा ध्यान लगाते समय खुला और हवादार एरिया ही चुनें। खुले और हवादार इलाके में ध्यान लगाने से आपका मन शांत रहेगा और नेचुरल साउंड आपके ध्यान को बेहतर बनाएगा।
4. भोजन करने के बाद आपको कभी भी मेडिटेशन का अभ्यास नहीं करना चाहिए। आपको नियमित रूप से भोजन करने से पहले और खालीपेट की मेडिटेशन का अभ्यास करना चाहिए।
5. मेडिटेशन के बाद नींद से बचने के लिए आपको दिन भर जागरूक और एक्टिव रहना चाहिए। दिमाग पर बहुत अधिक प्रेशर या तनाव नहीं डालना चाहिए।
6. ध्यान लगाते समय गलत पोस्चर में बैठने से भी आपको कई समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए आपको ध्यान लगाते समय आरामदायक मुद्रा में बैठना चाहिए। आमतौर पर मेडिटेशन के लिए पद्मासन में बैठना फायदेमंद होता है।
7. शांत माहौल में ही मेडिटेशन करना चाहिए। मेडिटेशन करने के बाद नींद की समस्या से बचने के लिए आपको हमेशा शांत माहौल में ही ध्यान लगाना चाहिए।
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मेडिटेशन करते समय इन बातों का ध्यान रखने से आपको मेडिटेशन का पूरा फायदा मिलता है और मेडिटेशन के बाद आपको नींद आने की समस्या नहीं होती है। अगर आपको बहुत ज्यादा नींद हमेशा आती है तो इसके लिए आपको डॉक्टर से संपर्क और सलाह जरूर करनी चाहिए।
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