
padmasana benefits in hindi: स्वस्थ रहने के लिए हम कई तरह के योगासनों का अभ्यास करते हैं। इन्हीं में से पद्मासन भी एक है। पद्मासन दो शब्दों पद्म और आसन से मिलकर बना है। पद्म का मतलब कमल होता है यानी इस योगासन में साधक कमल के पुष्प के समान नजर आता है। इसे अंग्रेजी में लोट पोज (lotus pose yoga) के नाम से जाना जाता है। पद्मासन में बैठने से मन, तन और आत्मा को शांत मिलती है। शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। रोजाना पद्मासन का अभ्यास करने से हम सामान्य से लेकर कई गंभीर बीमारियों से अपना बचाव कर सकते हैं। चलिए योग विज्ञान संस्थान, पंजाब के फाउंडर और चेयरमैन डॉक्टर विकास (Dr. Vikas, Founder and Chairman, Yog Vigyan Sansthan, Punjab) से जानते हैं पद्मासन के लाभ (padmasana ke labh in hindi)-
पद्मासन के फायदे (padmasana benefits in hindi)
1. घुटनों को मजबूत बनाए पद्मासन (padmasana for knee)
उम्र बढ़ने पर घुटनों से जुड़ी समस्याएं होना आम है। पद्मासन के नियमित अभ्यास से आप अपने घुटनों को मजबूत बना सकते हैं। पद्मासन में बैठने से घुटनों में होने वाले दर्द से बचाव होता है। पद्मासन करने से आप अर्थराइटिस की समस्या से भी अपना बचाव कर सकते हैं।
2. दिमाग शांत रखे पद्मासन
आजकल के बढ़ते तनाव और चिंता के कारण हमारे दिमाग में कुछ न कुछ दौड़ता रहता है। ऐसे में दिमाग को शांत रखने के लिए आप पद्मासन का अभ्यास कर सकते हैं। दरअसल, पद्मासन के दौरान ध्यान भी लगाया जाता है, इससे मन, मस्तिष्क तो शांति मिलती है। बेचैनी महसूस होने पर रोजाना सुबह-शाम पद्मासन का अभ्यास करना फायदेमंद होता है।
3. अनिद्रा की समस्या दूर करे पद्मासन (padmasana for insomnia)
वैसे तो अनिद्रा की समस्या कई कारणों से हो सकती है। लेकिन स्ट्रेस या तनाव इसका आम कारण है। ऐसे में पद्मासन का अभ्यास करना फायदेमंद होता है। पद्मासन योग का अभ्यास करने से स्ट्रेस कम होता है, अनिद्रा की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। रोजाना पद्मासन करने से आपको रात के समय सुकून भरी और गहरी नींद आने लगेगी।
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4. ऊर्जावान बनाए पद्मासन
पद्मासन को सुबह खाली पेट करना अधिक लाभकारी होता है। इससे आप पूरे दिनभर ऊर्जावान बने रहेंगे। पद्मासन की अवस्था में बैठने से शारीरिक और मानसिक थकान दूर होती है। साथ ही पद्मासन करने से ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है।
5. पाचन क्रिया में सुधार करे पद्मासन (padmasana for digestion)
कमजोर पाचन तंत्र कई बीमारियों का कारण बनता है। इससे गैस, एसिडिटी, अपच और कब्ज की समस्या बनी रहती है। इतना ही नहीं यह गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है। ऐसे में पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए पद्मासन का रोजाना अभ्यास करना फायदेमंद माना जाता है। यह आसन पाचन क्रिया को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है।
इनके अलावा पद्मासन (padmasana ke fayde) करने से मांसपेशियों का तनाव कम होता है। जांघ, पैरों और घुटनों को मजबूती मिलती है। साथ ही यह एकाग्रता को भी बढ़ाता है। पद्मासन का अभ्यास गर्भवती महिलाएं भी आसानी से कर सकती हैं। इसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं।
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पद्मासन करने का तरीका- padmasana steps
padmasana karne ki vidhi: पद्मासन हमेशा सुबह खाली पेट करना चाहिए। अगर आपको सुबह समय नहीं मिल पाता, तो शाम को भी पद्मासन किया जा सकता है। लेकिन इस दौरान आपका पेट खाली होना चाहिए। जानें पद्मासन करने का सही तरीका-
- पद्मासन करने के लिए सबसे पहले किसी शांत और स्वस्थ वातावरण में जमीन पर एक योग मैट बिछा लें।
- इस पर पैरों को आगे फैलाकर बैठ जाएं।
- अपनी कमर, पीठ और रीढ़ की हड्डी को बिल्कुल सीधा रखें।
- अब दाएं घुटने को मोड़ते हुए दाएं पैर को बाईं जांघ पर रख लें।
- इसके बाद बाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर को दाईं जांघ पर रखें।
- अब अपनी दोनों हथेलियों को घुटनों पर रखें। इस दौरान पर कोई भी हस्त मुद्रा बना सकते हैं।
- फिर लंबी सांस लें। कुछ सेकेंड तक रोकें और छोड़ दें।
- पद्मासन का अभ्यास आप 1-5 मिनट तक कर सकते हैं।
अगर आपके घुटनों या टखनों पर कोई चोट लगी है, तो पद्मासन करने से बचें। जिन लोगों की हाल ही में घुटने या कूल्हे की सर्जरी हुई है, उन्हें भी पद्मासन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
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