How can I calm my Vata immediately: आयुर्वेद में शरीर की प्रकृति को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग-अलग होती है। इसमें वात, पित्त और कफ तीनों को शामिल किया जाता है। जब शरीर में इन तीनों में से किसी भी प्रकृति में बदलाव आता है तो दोष की समस्या हो जाती है। जैसे वात असंतुलित होने पर वात दोष होना या पित्त असंतुलित होने पर पित्त दोष की समस्या होना। वात दोष की समस्या में व्यक्ति में शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलाव आते हैं। ऐसे में पाचन तंत्र खराब होना, जोड़ों का दर्द और अनियमित मासिक धर्म जैसी कई समस्याएं होती हैं। वहीं नींद से जुड़ी समस्याएं, ज्यादा तनाव होना या मूड में बदलाव आना भी वात प्रकृति वाले लोगों में आम है। ऐसे में माइंड को रिलैक्स रखना जरूरी होता है। आयुर्वेद में बताए कुछ प्राकृतिक तरीकों को अपनाकर वात प्रकृति वाले माइंड को रिलैक्स रख सकते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर वरलक्ष्मी यनमंद्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए वीडियो शेयर किया है।
वात प्रकृति वाले माइंड को रिलैक्स रखने के लिए अपनाएं ये तरीके- Ways To Calm Your Vata Inside Your Head
मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी अलग-अलग समस्याओं में इन तरीकों को अपनाया जा सकता है-
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एंग्जायटी होना- Anxiety
वात प्रकृति वाले लोगों को स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसी समस्याएं ज्यादा रहती हैं। ऐसे में लोगों को छोटी-छोटी चीजों के कारण भी एंग्जायटी हो सकती है। इसे कंट्रोल करने के लिए ब्राह्मी तेल से हेड मसाज कर सकते हैं। ब्राह्मी तेल नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करता है जिससे एंग्जायटी कंट्रोल रहती है। इससे सिर दर्द, स्ट्रेस और थकावट भी कम होती है।
नींद न आना- Sleepless Mind
वात दोष वाले लोगों को नींद से जुड़ी समस्याएं भी ज्यादा रहती हैं। ऐसे में व्यक्ति को नींद न आना या नींद में उठने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आप दूध में जायफल मिलाकर पी सकते हैं। रात को सोने से पहले गुनगुने दूध में 1 चुटकी जायफल पाउडर मिलाकर पीने से नींद लेने में मदद मिलती है। इससे नींद से जुड़ी समस्याएं कम होंगी और बॉडी को रिलैक्स मिलेगा।
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ओवरथिंकिंग करना- Overthinking
अगर आपको भी ओवरथिंकिंग करने की आदत है, तो इसे कंट्रोल रखने के लिए आप आर्ट या म्यूजिक थेरेपी की मदद ले सकते हैं। इससे आपको इमोशंस को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। इस आदत से आपको माइंड को रिलैक्स रखने और विचारों को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी।
इनसिक्योर महसूस करना- Insecurity
वात दोष वाले लोगों को छोटी-छोटी चीजों के कारण इनसिक्योर महसूस होने लगता है। ऐसे में अगर जर्नलिंग की मदद ली जाए, तो इससे कॉन्फिडेंट फील करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, खुद से पॉजिटिव बातें बोलने से भी इनसिक्योरिटी को कम किया जा सकता है।
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मूड स्विंग्स होना- Mood Swings
इस दोष में कई लोगों को मूड स्विंग्स की समस्या भी ज्यादा होती है। इसे कंट्रोल रखने के लिए अभ्यंगा प्रक्रिया को अपनाया जा सकता है। इसमें गुनगुने तेल से पूरे शरीर की मसाज की जाती है। यह बॉडी और माइंड को रिलैक्स करने के लिए थेरेपी की तरह होती है।
इन तरीकों को अपनाकर वात प्रकृति वाले भी अपने माइंड को रिलैक्स रख सकते हैं। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।
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