हमारी जिंदगी को मायने देते हैं रिश्ते। जिंदगी को जिंदगी होने का अहसास कराते हैं रिश्ते। जिंदगी में कुछ इस तरह रच बस जाते हैं ये हैं ये रिश्ते कि जिंदगी का पर्याय बन जाते हैं। देखा जाए तो, जिंदगी रिश्तों के ताने-बाने के सिवाय और है ही क्या। और इस फिर अगर रिश्तों का असर हमारी सेहत पर पड़ने लगे, तो हैरानी कैसी।
हमारे जीवन में रिश्तों की काफी अहमियत होती है। रिश्ते हमारी जिंदगी को पूर्ण बनाते हैं। लेकिन, रिश्ते अगर ठीक न चल रहे हों तो उसका असर हमारी सेहत पर भी नजर आने लगता है। यहां रिश्ते हमें मजबूत बनाने की बजाए हमारी तबीयत को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। कोई रिश्ता परफेक्ट नहीं होता, उनमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन, रिश्तों में अगर परेशानियां आने लगें तो इसका असर हमारे मानिसक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ने लगता है।
कई शोध इस बात की पुष्टि करते हैं कि मजबूत रिश्ता किसी इनसान को बीमारियों से बचाने का काम करता है। जब इनसान किसी मजबूत रिश्तों में होता है तो वह सेहतमंद आदतें अपनाने के लिए प्रेरित होता है। इसका सकारात्मतक असर उसकी उम्र पर भी होता है। वहीं रिश्तों की परेशानियां व्यक्ति का मानसिक तनाव बढ़ा देती हैं। इसका प्रभाव आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। मनोवैज्ञानिक मेरिएन त्रोइनी के अनुसार ऐसी कई सारे कारण है जिसका असर हमारी सेहत पर पड़ता है, जैसे हमारा एक दूसरे के प्रति व्यवहार या एक दूसरे की आदतें। इसलिए अगर आप किसी को डेट कर रहे हैं, किसी रिश्ते में जुड़ने जा रहे हैं या शादीशुदा हैं तो कुछ खास बातों का विशेष खयाल रखें।
अवसाद की समस्या
अगर किसी वजह से रिश्ते। अपनी मनचाही मंजिल तक नहीं पहुंच पाते तो इसके चलते कई लोग अवसाद का शिकार हो जाते हैं। ब्रिटेन में हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में स्पष्ट हुआ है कि कम उम्र के पुरुष इतने मजबूत नहीं होते कि वे असफल रिश्तों का दर्द सकें।
वजन में बढ़ोत्तरी
रिश्तों में तनाव आपके वजन को प्रभावित करता है। साल 2012 में किए गए एक सर्वे के मुताबिक जो लोग अपनी शादी से खुश थे उनमें वजन की बढ़ोत्तरी देखी गई और लेकिन जब उन्हीं लोगों की शादी मुश्किल में पड़ी तो उनके वजन में गिरावट दर्ज की गई। क्योंकि जब आप खुश रहते हैं तो अच्छे आदतों को अपनातें हैं और रिश्तों में तनाव व असंतुष्ट होने पर खाने व सोने की आदतों में बदलाव के कराण वजन बढ़ने लगता है।
तनाव व बैचेनी
आलिंगन प्यार जताने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। विएना विश्वविद्यालय के शोध में इसके इसके स्वास्थ्य संबंधी फायदे भी सामने आए हैं । यह तनाव कम करने में मददगार है। शोध के मुताबिक जब आप अपने साथी को गले लगाते हैं, तो इससे रक्त में एक हार्मोन ऑक्सीटोसिन का स्राव होता है। इससे उच्च रक्तचाप में कमी आती है, तनाव और बेचैनी कम होती है और इससे आपकी स्मरण शक्ति भी बेहतर होती है।
ब्लड प्रेशर पर असर
उचित खान-पान ना होना, हमेशा तनावग्रस्त रहने के असर आपके ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है। बिर्घम यंग यूनिवर्सिटी शोधोंकर्ताओं के मुताबिक खुशहाल शादीशुदा लोगों में परेशान शादीशुदा लोगों के मुकाबले रक्तचाप की शिकायत कम होती है। रिश्तों में तनाव के कारण हमारे शरीर से स्ट्रेस हार्मोंन निकलते हैं और हृदय गति बढ़ जाती है जिसकी वजह से बल्ड प्रेशर बढ़ सकता है।
हृदय स्वास्थ्य
शादीशुदा जिंदगी में खुशी रहने से खासतौर से पुरुषों में हृदय संबंधी रोगों से मुक्ति मिलती है। अगर आप रिश्तों में किसी तरह का तनाव झेल रहें हैं तो हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। अमेरिकन जर्नल साइकोमैटिक मेडिसीन, 2007 के मुताबिक रिश्तों में लंबे समय तक चलने वाली तकरार कई हृदय समस्याओं का कारण बन सकती है। जिसमें हार्ट अटैक भी शामिल है।
कैंसर रोग से निजात
साल 2009 में 38 लाख कैंसर रोगियों पर किए गए अध्ययन के मुताबिक खुशहाल शादीशुदा लोग कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में ज्यादा सक्षम होते हैं। जो लोग एकेले जीवन व्यतीत करते हैं उनमें यह क्षमता कम पाई जाती हैं। तनाव व अलगाव का नकारात्मक असर उनके शरीर पर देखा जा सकता है।
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