जब हम किसी से पहली बार मिलते हैं तो सामान्यतः बातों का सिलसिला हालचाल पूछने से ही शुरु करते हैं। इस तरह की बातें अकसर किसी नतीजे तक नहीं पहुंच पाती। लेकिन जब हमें किसी अजनबी के साथ बातचीत का सिलसिला शुरु करना हो, खासकर उसके साथ यदि डिनर टेबल पर बैठना हो तो क्या बातें करनी है और क्या नहीं, पर सोच विचार करना चाहिए। अकसर लोग नई जान पहचान में बातचीत के संदर्भ में कश्मश में फंसे रहते हैं। चलिए इस सम्बंध में हम आपकी मदद कर देते हैं ताकि डिनर टेबल पर बैठे बैठे शर्मिंदगी महसूस न करनी पड़े।
आपके शौक क्या है? (यदि पहले कभी नहीं मिले)
बातचीत बढ़ाने के लिए यह सबसे बेहतरीन सवाल है। यह न सिर्फ आपकी बातचीत को अंतहीन वार्तालाप में बदल सकता है बल्कि आप दोनों के रिश्ते को मजबूती भी प्रदान कर सकता है। शौक से जुड़े असंख्य सवाल भी एक दूसरे के मन में पनपते लगते हैं। इस तरह एक दूसरे के प्रति रुचि भी पैदा हो जाती है। इसके अलावा शौक के जरिये आप यह भी जान पाएंगे कि आप दोनों एक दूसरे के साथ कितना वक्त सहजता से गुजार सकते हैं। यही नहीं आप चुपचाप डिनर करने से भी बच जाते हैं। यदि वक्त सही गुजरा तो हो सकता है कि आप दोनो अजनबी भविष्य के दोस्त बन जाएं। अजनबी से बात करते हुए उसकी निजता का भी ध्यान रखें और बातों को खत्म करने से पहले एक सवाल छोड़ें ताकि सामने वाला व्यक्ति अपनी बात आगे बढ़ा सके और बातों का सिलसिला बना रहे।
क्या घट रहा है जिंदगी में? (यदि एक दूसरे को जानते हैं)
डिनर टेबल पर बैठे हैं। एक दूसरे को जानते हैं। फिर भी चुप हैं। भला ये क्या बात हुई? ऐसा हो सकता है कि जिसके साथ आप डिनर कर रहे हैं, उसे आप जानते तो हैं पर उसके साथ ज्यादा समय गुजारने का मौका नहीं मिला। अतः परिचित होते हुए भी आप दोनों एक दूसरे के लिए अनजान हैं। ऐसे में बातचीत शुरु करना और भी मुश्किल भरा हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप बातचीत यह पूछकर शुरु कर सकते हैं कि ‘आपकी जिंदगी में घट रहा है’। यह एक सवाल अनंत सवालों को जन्म दे सकता है। साथ ही अंतहीन बातों की कड़ी पैदा हो सकती है। इसमें कुछ बीती रसहीन बातें हो सकती हैं तो कुछ रसभरी बातें भी सामने आ सकती हैं। यहां तक कि जिस रिश्ते को आप लोग अब तक दोस्ती में न बदल सके, उसे आगे बढ़ाने का मौका मिल सकता है।
हां! बिल्कुल... (गर बातचीत एकतरफा हो) - जब हम पूरी तरह से असमंजस में हों कि डिनर टेबल पर सामने बैठे व्यक्ति से क्या बात करनी है तो ‘हां, बिल्कुल’ से बातचीत की शुरुआत कर सकते हैं। कहने का मतलब यह है कि यदि सामने वाला आपसे बीते दिन के मौसम के बारे में बात करे या फिर आफिस में बढ़ रहे काम के बोझ के बारे में बात करे तो आप हामी भरते हुए अपनी बात रख सकते हैं। इस तरह बात बढ़ाने का बेहतरीन मौका तो मिलता ही है साथ ही कई ऐसी बातें भी शेयर की जा सकती है जो अब तक किसी जाने पहचाने से करने का मौका ही नहीं मिला।