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अबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग कब तक होती है? डॉक्टर से जानें

कई बार स्वास्थ्य समस्याओं के कारण महिलाओं को अबॉर्शन की स्थिति से गुजरना पड़ता है। यह स्थिति महिलाओं के लिए मानसिक दबाव का कारण बन सकती है। आगे जानते हैं कि अबॉर्शन के कितने दिनों तक ब्लीडिंग होती है?
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अबॉर्शन के बाद ब्लीडिंग कब तक होती है? डॉक्टर से जानें


How Long Does The Bleeding After Abortion Last: प्रेगनेंसी हर महिला के लिए अलग-अलग अनुभव लेकर आती है। कई बार मेडिकल कंडीशन्स के चलते महिलाओं की गर्भावस्था के दौरान मिसकैरेज, अबॉर्शन व अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह स्थितियां महिलाओं को भावनात्मक रूप से कमजोर करती हैं। अबोर्शन चाहे आपकी स्वैच्छा से हो या चिकित्सकीय कारणों से कराया गया हो, गर्भपात के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। ब्लीडिंग होना इन बदलावों में सबसे आम होता है। बहुत सी महिलाओं के मन में यह सवाल होता है कि अबोर्शन के बाद रक्तस्राव कब तक होता है? क्या यह सामान्य है? कितने दिन चलना चाहिए? और कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए? इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि गर्भपात के बाद कितना और कितने समय तक रक्तस्राव होता है, यह कैसा होता है, और किन बातों का ध्यान रखना (abortion hone ke baad bleeding kab tak hoti hai) जरूरी है।

अबोर्शन के प्रकार और उनका ब्लीडिंग से संबंध - Abortion Types And Connection With Bleeding In Hindi

गर्भपात मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं-

मेडिकल अबोर्शन (Medical Abortion)

इस तरह का अबोर्शन डॉक्टर दवाइयों की मदद से करते हैं। आमतौर पर 10 हफ्ते तक की गर्भावस्था में इस प्रक्रिया को किया जाता है। इस मेडिकल अबोर्शन में महिलाओं को ब्लीडिंग आमतौर पर 1 से 2 सप्ताह तक होती है। अबोर्शन के ठीक पहले 2-3 दिन अधिक ब्लीडिंग हो सकती है, जो धीरे-धीरे कम होती जाती है।

सर्जिकल गर्भपात (Surgical Abortion)

यह तब किया जाता है जब गर्भावस्था का समय अधिक होता है या मेडिकल गर्भपात संभव न हो। इस स्थिति में महिलाओं को करीब 3 से 7 दिनों तक हल्की ब्लीडिंग रह सकती है। कुछ मामलों में 10 से 14 दिन तक हल्का स्पॉटिंग हो सकता है।

how long do you bleed after an abortion in

अबोर्शन के बाद ब्लीडिंग का किस तरह होती है - What type of bleeding occurs after abortion in Hindi

  • शुरू में माहवारी (पीरियड्स) की तरह या उससे अधिक रक्त आ सकता है।
  • पहले 2-3 दिन अधिक थक्कों के साथ ब्लीडिंग होना सामान्य है
  • उसके बाद हल्का खून या भूरे रंग का डिस्चार्ज आने लगता है।
  • रंग में बदलाव होना आम बात है, जैसे लाल, गुलाबी, भूरा या काला रंग आदि।

ऑबोर्शन के बाद रक्तस्राव कितने दिनों तक होना सामान्य है? - How many days of bleeding is normal after Abortion?

  • मेडिकल अबोर्शन में 1 से 2 सप्ताह (कुछ मामलों में 3 सप्ताह तक) तक ब्लीडिंग हो सकती है।
  • जबकि, सर्जिकल अबोर्शन में 3 से 7 दिनों तक, कभी-कभी 10 से 14 दिन तक स्पॉटिंग रह सकती है.
  • लेकिन हर महिला का शरीर अलग होता है, इसलिए यह समय थोड़ा कम या ज्यादा हो सकता है।

डॉक्टर से कब संपर्क करें?

  • कुछ लक्षण ऐसे हैं जिन पर आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए:
  • लगातार अत्यधिक ब्लीडिंग (हर घंटे पैड बदलना पड़ रहा हो)
  • तेज बुखार (100.4°F से ज्यादा)
  • तेज पेट दर्द या ऐंठन
  • दुर्गंध युक्त या हरे रंग का डिस्चार्ज होना
  • चक्कर आना, कमजोरी या बेहोशी जैसा महसूस होना
  • ये लक्षण संक्रमण या अधूरे गर्भपात (Incomplete Abortion) के संकेत हो सकते हैं, जिनका तुरंत इलाज जरूरी होता है।

अबोर्शन के बाद रिकवरी के उपाय - Recovery Tips After Abortion In Hindi

  • अबोर्शन के बाद शरीर को ही नहीं, मन को भी आराम की जरूरत होती है। ज्यादा शारीरिक कार्य से बचें।
  • शरीर में रक्त की कमी को पूरा करने और संक्रमण से बचाव के लिए हाइड्रेट रहना जरूरी है।
  • आयरन युक्त खाद्य पदार्थ (हरी सब्जियां, गुड़, दालें) और विटामिन C शरीर की रिकवरी में मदद करते हैं।
  • जब तक रक्तस्राव बंद न हो जाए और डॉक्टर अनुमति न दें, तब तक शारीरिक संबंध न बनाएं।
  • अगर आपको चिंता, उदासी या अवसाद महसूस हो रहा है, तो किसी काउंसलर से बात करना मददगार हो सकता है।

इसे भी पढ़ें: मिसकैरेज के बाद हो सकती है हल्की ब्लीडिंग, डॉक्टर से जानें इसके कारण

अबोर्शन और मिसकैरेज के बाद रक्तस्राव एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन इसका समय, मात्रा और प्रकार इस बात पर निर्भर करता है कि गर्भपात कैसे हुआ है और शरीर किस प्रकार प्रतिक्रिया देता है। इस स्थिति में महिला को मेंटली स्ट्रॉन्ग होकर, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

FAQ

  • गर्भपात के मुख्य कारण क्या हैं?

    डायबिटीज, हाई बीपी, पीसीओएस, थायरॉइड, फाइब्रॉइड आदि कई बीमारियां मिसकैरज का कारण हो सकती हैं। इसके अलावा लाइफस्टाइल फैक्टर जैसे धूम्रपान, अत्यधिक कैफीन सेवन, नशीली चीजें खाना आदि भी मिसकैरज या अबोर्शन का कारण हो सकते हैं।
  • 1 महीने की प्रेगनेंसी में ब्लीडिंग कितने दिन होती है?

    गर्भधारण करने के बाद जब भ्रूण गर्भाशय से जुड़ता है, तो ऐसे में महिला को हल्की ब्लीडिंग हो सकती है। इसे इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग भी कहा जाता है।
  • प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए?

    प्रेग्नेंसी में महिलाओं को फाइबर युक्त आहार, साबुत आनाज, हरी सब्जियां, फल और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करना चाहिए।

 

 

 

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