Dementia in Hindi: डिमेंशिया कोई बीमारी नहीं है। यह एक शब्द है, जिसका इस्तेमाल तब किया जाता है, जब व्यक्ति की याद्दाश्त, सोचने-समझने और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कम होने लगती है। जब कोई व्यक्ति कई बीमारी के लक्षणों का अनुभव करता है, तो उसे डिमेंशिया का नाम दिया जाता है। इसमें अल्जाइमर भी शामिल है। डिमेंशिया कई बीमारियों के कारण होता है। दरअसल, जब बीमारियों की वजह से मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है, तो कोशिकाओं को एक-दूसरे से संवाद करने में मुश्किल होती है। ऐसे में जब मस्तिष्क की कोशिकाएं संवाद नहीं कर पाती हैं, तो व्यक्ति की सोच, व्यवहार और भावनाओं पर असर पड़ता है। इसकी वजह से डिमेंशिया के लक्षणों का अनुभव हो सकता है। डिमेंशिया, व्यक्ति की दिनचर्या को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इतना ही नहीं, डिमेंशिया के रोगियों की नींद भी प्रभावित हो सकती है। आइए, मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, वैशाली, न्यूरोसर्जरी के वरिष्ठ निदेशक डॉ. मनीष वैश्य से जानते हैं डिमेंशिया और नींद में संबंध-
क्या डिमेंशिया नींद को प्रभावित करता है?- Does Dementia Affect Sleep in Hindi
डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति को मस्तिष्क से जुड़े कई बदलावों का सामना करना पड़ता है। डिमेंशिया से पीड़ित व्यक्ति को रात के समय नींद आने में दिक्कत हो सकती है। इतना ही नहीं, इन लोगों को दिन के समय अधिक नींद आ सकती है। इन लोगों को रात में नींद नहीं आती है या फिर नींद बार-बार टूट सकती है। ऐसे में जब डिमेंशिया वाले लोग सुबह उठते हैं, तो उनमें थकान और कमजोरी बनी रहती है। नींद की कमी, डिमेंशिया के लक्षणों को ज्यादा खराब कर सकती है।
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डिमेंशिया के लोगों के लिए जरूरी है नींद
डिमेंशिया से पीड़ित लोगों के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इन लोगों को रोजाना अच्छी नींद लेनी चाहिए, इससे लक्षणों से भी राहत मिलेगी। स्वस्थ रहने के लिए हर व्यक्ति को रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। दरअसल, नींद लेने से व्यक्ति को अच्छा और रिलैक्स महसूस करता है। नींद लेने से, व्यक्ति अच्छी तरह से सोचता है, उसका काम में ध्यान केंद्रित रहता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत बना रहता है। अगर आप पूरी नींद लेंगे, तो इससे थकाम और कमजोरी भी दूर होगी।
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अच्छी नींद के लिए क्या करें?
- अच्छी नींद के लिए आपको कैफीन यानी चाय-कॉफी का सेवन करना चाहिए। रात के समय इसका सेवन बिल्कुल न करें। अन्यथा, आपकी नींद प्रभावित हो सकती है।
- अच्छी नींद के लिए आपको सिगरेट और शराब जैसे उत्पादों का सेवन करने से बचना चाहिए। धूम्रपान और शराब, नींद को प्रभावित कर सकते हैं। अगर आप इनका सेवन करेंगे, तो इससे नींद की गुणवत्ता भी खराब हो जाती है। इससे आपको सुबह के समय थकान महसूस हो सकती है।
- ओवरइटिंग भी नींद को प्रभावित कर सकता है। इसलिए रात को अनिद्रा से बचने के लिए ओवरइटिंग करने से बचें। रात को हमेशा हल्का भोजन लें। हालांकि, आपको भूखे सोने से भी बचना चाहिए।
अगर आपको भी डिमेंशिया है और गहरी नींद नहीं आती है, तो डॉक्टर से जरूर कंसल्ट करें। अन्यथा, आपकी दिक्कत बढ़ सकती है। नींद की कमी से दिनभर सुस्ती और थकान बनी रह सकती है। इतना ही नहीं, इससे आपको किसी काम को करने में ध्यान केंद्रित करने में भी दिक्कत महसूस हो सकती है।