शिशु काफी नाजुक होते हैं, उनके शरीर का धीरे-धीरे विकास होता है। शिशुओं की इम्यूनिटी भी बड़ों की तुलना में काफी कमजोर होती है, जिसे मजबूत होने में समय लगता है। इसी तरह शिशुओं की आंखें भी काफी नाजुक होती हैं, जिसका खास ख्याल रखने पेरेंट्स के लिए बहुत जरूरी है। शिशुओं की आंखों में इंफेक्शन होने की संभावना ज्यादा होती है, जो अक्सर पेरेंट्स के लिए परेशानी का कारण बनता है। इतना ही नहीं, अगर इस समस्या को समय रहते ठीक न किया जाए तो ये उनकी आंखों को डैमेज भी कर सकता है। इसलिए, अगर आप भी अपने शिशु की आंखों में इंफेक्शन होने से बचाव को लेकर परेशान हैं तो परेशान न हो। आइए एशियन हॉस्पिटल के एसोसिएट डायरेक्टर पीडियाट्रिक्स और नियोनटोलॉजी और हेड एनआईसीयू- पीडियाट्रिक्स और नियोनटोलॉजी डॉ. सुमित चक्रवर्ती (Dr. Sumit Chakravarty- Associate Director Paediatrics & Neonatology & Head NICU- Paediatrics & Neonatology, Asian Hospital) से जानते हैं कि शिशु को आंखों में इंफेक्शन से बचाने के लिए क्या करें? (what to do to prevent eye infection in babies)
शिशुओं को आई इंफेक्शन से बचाने के उपाय क्या हैं? - How Do You Prevent Eye Infections in Infants in Hindi?
1. साफ-सफाई का ध्यान दें
शिशु को छूने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन और पानी से धोना बहुत जरूरी है। कई बार हाथों पर मौजूद बैक्टीरिया और इंफेक्शन सीधे शिशु की आंखों तक पहुंच सकता है और इंफेक्शन का कारण बन सकता है। खासकर, नाक, मुंह या आंखों को छुने से पहले अपने हाथ साफ करें।
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2. आंखों में काजल लगाने से बचाव
बहुत से लोग ट्रेडिशनल तरीके से शिशुओं की आंखों में काजल लगाते हैं, यह सोचकर कि इससे आंखें बड़ी और सुंदर दिखेंगी। लेकिन वास्तव में ऐसा करने से शिशु की आंखों में इंफेक्शन हो सकता है, खासकर जब आंखों में पहले से ही सूजन या पानी आने की समस्या हो।
3. कॉटन का उपयोग
अगर शिशु की आंखों से पानी आ रहा हो, या किचड़ है तो उसकी आंखें साफ करने के लिए आप कॉटन का उपयोग कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने के लिए पहले आप कॉटन को पानी में उबालकर ठंडा कर लें और फिर इससे अपने शिशु की आंखों को साफ करें। ध्यान रहे हर बार शिशु की आंखें साफ करने के लिए नए कॉटन का उपयोग करें। ऐसा करने से इंफेक्शन फैलने का जोखिम कम होगा।
4. शिशु के इस्तेमाल की चीजें अलग रखें
शिशु के लिए तौलिया, रूमाल, बर्तन आदि चीजें हमेशा घर के अन्य सदस्यों से अलग रखें। ये चीजें किसी और के साथ शेयर न करें, क्योंकि इससे बैक्टीरिया और वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में आसानी से फैल सकता है, जिससे शिशु को इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।
5. आंखों को रगड़ने से रोकें
शिशुओं की आदत होती है कि वे अक्सर अपने हाथों से आंखों को रगड़ते हैं, जो शिशु में इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इसलिए उनके नाखून काटे रखें और उनकी उंगलियों को आंखों में ले जाने से रोकें। अगर वे बार-बार आंखें मल रहे हैं तो आप डॉक्टर से कंसल्ट कर सकते हैं।
6. वातावरण को साफ रखें
शिशु के आसपास की जगह और वातावरण को साफ करने की कोशिश करें, कमरे में धूल, धुआं और पालतू जानवरों के बालों को आने से रोकें। ये चीजें शिशु की आंखों में जलन और इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं। शिशु के कमरे में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें।
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7. शिशु को धुएं से बचाएं
स्मोकिंग, अगरबत्ती, मोमबत्ती या अन्य चीजों के धुओं से शिशु को बिल्कुल दूर रखें। धुएं से शिशु की आंखों में जलन हो सकती है, जिससे इंफेक्शन बढ़ने का जोखिम हो सकता है।
8. मिट्टी से बचाव करें
शिशुओं की आंखों को इंफेक्शन से बचाने के लिए जरूरी है कि आप मिट्टी से भी उन्हें दूर रखें। दरअसल शिशुओं की आंखें काफी नाजुक होती है। इसलिए, पार्क या मिट्टी वाले स्थानों पर उन्हें ले जाने से बचें या फिर उनकी आंखों को चश्मे या सूती कपड़े से हल्का से ढके। इससे आंखों में मिट्टी जाने से रोका जा सकता है।
9. स्क्रीन टाइम सीमित करें
कई बार पेरेंट्स शिशुओं को चुप कराने या खाना खिलाने के लिए उन्हें टीवी के सामने बैठा देते हैं या फिर मोबाइल फोन दिखाने लगते हैं। लेकिन, इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि देर तक स्क्रीन टाइम के कारण भी शिशु की आंखों में रेडनेस हो सकती है। इसलिए, शिशु की आंखों को सही आराम देने के लिए स्क्रीन टाइम को सीमित करें।
10. बिना डॉक्टर की सलाह आई ड्रॉप यूज न करें
शिशु की आंखों से पानी आने, रेडनेस होने या सूजन दिखने पर पेरेंट्स कई बार बिना डॉक्टर से सलाह लिए आंखों में आई ड्रॉप डालने लगते हैं। लेकिन, ये शिशु की आंखों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, उनकी आंखों में किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
निष्कर्ष
शिशुओं की आंखों की देखभाल करना पेरेंट्स के लिए मुश्किल हो सकता है, लेकिन ये एक बहुत अहम काम है, जिसमें लापरवाही की कोई गुंजाइश नहीं होती है। इसलिए, अपने शिशु की आंखों को किसी भी तरह के इंफेक्शन से बचाने के लिए इन टिप्स को फॉलो करें।
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FAQ
आंख में इन्फेक्शन होने पर क्या नहीं करना चाहिए?
आंख में इंफेक्शन होने पर कुछ चीजें करने से बचना चाहिए, जैसे कि गंदे हाथों से आंखें छूना, अपनी आंखों को रगड़ना, या इंफेक्शन वाले व्यक्ति के साथ तौलिये या अन्य चीजों को शेयर करने से बचें।आंखों की देखभाल कैसे करनी चाहिए?
आंखों की सही केयर के लिए जरूरी है कि आप पर्याप्त नींद पूरी करें, आंखों को धूल, धूप और प्रदूषण से बचाएं और आंखों को बार-बार रगड़ने से बचें।Eye कमजोर होने पर क्या खाना चाहिए?
आंखें कमजोर होने पर आप अपनी डाइट में कुछ खास फूड्स शामिल कर सकते हैं, जो आपकी आंखों की रोशनी बढ़ाने और उन्हें हेल्दी रखने में मदद करता है। इसलिए आप अपनी डाइट में विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर फूड्स शामिल करें, जिसमें पालक, गाजर, अंडे और मछली का सेवन शामिल है।