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शिशु को स्तनपान करवाना मां के लिए कैसे फायदेमंद है? एक्सपर्ट से जानें

नई मां को बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने के लिए कहा जाता है, जो बच्चे के लिए फायदेमंद है। लेकिन क्या ऐसा करना मां के लिए फायदेमंद है? आइए लेख में जानें -
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शिशु को स्तनपान करवाना मां के लिए कैसे फायदेमंद है? एक्सपर्ट से जानें

Is Breastfeeding Beneficial For New Mother In Hindi: नई मां का बच्चों को ब्रेस्टफीड कराना बेहद जरूरी है। इससे बच्चे की ग्रोथ को बढ़ावा देने, इम्यूनिटी को बूस्ट करने और उसके स्वास्थ्य को हेल्दी रखने में मदद मिलती है। ब्रेस्टफीड कराना बच्चे के साथ-साथ मां के लिए भी फायदेमंद है। ब्रेस्टफीड कराने से महिलाओं को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं और कई समस्याओं से बचाव करने में भी मदद मिलती है। आइए जयपुर में स्थित माहेश्वरी चिकित्सालय की वरिष्ठ सलाहकार प्रसूति एवं स्त्री रोग डॉ. वंदना भराड़िया (Dr. Vandana Bharadia, Senior Consultant Obstetrics and Gynecology, Maheshwari Hospital, Jaipur) से जानें कि क्या नई मां के लिए ब्रेस्टफीड कराना फायदेमंद है?

नई मां के लिए ब्रेस्टफीड कराना कैसे फायदेमंद है? - How Is Breastfeeding Beneficial For New Mother?

वजन कम करने में सहायक

नई मां के ब्रेस्टफीड कराने से रोज लगभग 500 कैलोरीज को बर्न करने में मदद मिलती है, जिससे मां को वजन कम करने में मदद मिल सकती है। इससे मां के स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। ध्यान रहे, इस दौरान महिलाओं को अपने खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए।

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गर्भाशय के लिए फायदेमंद

बच्चों को दूध पिलाने से महिलाओं को शरीर में ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन के उत्पादन में भी मदद मिलती है, जिससे गर्भाशय को ठीक कर पहले की तरह आकार में लाने में मदद मिलती है। इससे मां के स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलते हैं।

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मां की इम्यूनिटी बूस्ट करे

ब्रेस्टफीड कराने से महिलाओं को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। ऐसा करने से बच्चे के साथ-साथ मां की इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मदद मिलती है, साथ ही, इससे शरीर में हार्मोन्स को संतुलित करने में भी मदद मिलती है। इससे मां के स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।

स्ट्रेस कम करे

नई मां को कई बार डिलीवरी के बार स्ट्रेस और डिप्रेशन (Postpartum Depression) जैसी मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने से महिलाओं के मन को शांत करने के साथ-साथ डिप्रेशन और स्ट्रेस को कम करने में मदद मिलती है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

ओवरी और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम करे

ब्रेस्टफीड कराना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। ऐसा करने से ओवरी और ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को कम करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी बचाव करने में मदद मिल सकती है।

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पीरियड्स को निंयत्रित करे

डिलीवरी के बाद ब्रेस्टफीड कराने से मां के पीरियड्स को नियंत्रित करने या पीरियड्स नहीं आते हैं, जिससे गर्भ को रोकने में मदद मिल सकती है। इससे गर्भधारण के बीच में एक अच्छा अंतर होता है। ध्यान रहे, यह प्रेग्नेंसी को रोकने का सुरक्षित तरीका नहीं है।

प्रसवोत्तर रक्तस्राव का खतरा कम करे

डिलीवरी के बाद महिलाओं को प्रसवोत्तर रक्तस्राव (Postpartum Hemorrhage) जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या में बच्चे के जन्म के बाद अधिक ब्लीडिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में ब्रेस्टफीड कराने से ब्लीडिंग के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।

अन्य बीमारियों का खतरा कम करे

बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने से महिलाओं के शरीर में हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इससे टाइप 2 डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे हार्ट से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम करने में भी मदद मिलती है।

ब्रेस्टफीड के बच्चे को फायदे - Benefits Of Breastfeeding For Baby In Hindi

ब्रेस्टफीड कराने से मां के साथ-साथ बच्चे के स्वास्थ्य को भी कई लाभ मिलते हैं। इससे बच्चे की इम्यूनिटी को बूस्ट करने, बच्चे के ब्रेन को तेज करने, पाचन को दुरुस्त करने, इंफेक्शन से बचाव करने और बच्चे का बीमारियों से बचाव करने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

ब्रेस्टफीड कराने से बच्चे के साथ-साथ महिलाओं को कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। ब्रेस्टफीड कराने से वजन कम करने, गर्भाशय के स्वास्थ्य को बेहतर करने, मां की इम्यूनिटी को बूस्ट करने, पीरियड्स को नियंत्रित करने, प्रसवोत्तर रक्तस्राव, टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को कम करने, ओवरी और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम करने, स्ट्रेस और डिप्रेशन को कम और इन समस्याओं के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।

ध्यान रहे, डिलीवरी के बाद कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • शिशु को कितने महीने तक मां का दूध पिलाना चाहिए?

    एक्सपर्ट के अनुसार, बच्चे को 1 साल तक मां का दूध पिलाना चाहिए। लेकिन दूध न बनने या किसी अन्य समस्या में बच्चे को 6 महीने तक बच्चे को दूध पिलाना जरूरी है। 
  • ब्रेस्टफीडिंग मदर को क्या नहीं खाना चाहिए?

    ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को कैफीन, अल्कोहल, मसालेदार और जंक फूड का सेवन करने से बचना चाहिए। इनसे मां के साथ-साथ बच्चे दोनों को परेशानियां हो सकती हैं। 
  • ब्रेस्टफीडिंग में क्या खाना चाहिए?

    ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को फल, सब्जियों, पनीर, साबुत अनाज और दही जैसे पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए। इससे महिलाओं के स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।

 

 

 

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