दर्द के उपचार लिए होम्योपैथी

होम्योपैथी के इलाज से दूर हो जाता है पुराना दर्द।
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दर्द के उपचार लिए होम्योपैथी


पुराना दर्द का आमतौर पर अच्छे तरिके से पारंपरिक दवा से उपचार नहीं हो सकता और इफेक्टिव पारंपरिक दवाओं का प्रयोग करके कई तरह से गंभीर साइड इफेक्ट से बचा जा सकता है। एलोपैथिक दवाओं के बजाय उपचार के कई तौर तरीके खोजे गए हैं। पुराने दर्द वाले लोगों का होम्योपैथी इलाज ढूढने का आम कारण है लगातार दर्द होना। पारंपरिक दवाओं के साइड इफेक्ट के बारे में जानकारी और अधिक प्राकृतिक की इच्छा करना जो कि शरीर की क्षमता को बढ़ा देता है ।दर्द के कुछ आम कारणों के इलाज नीचे दिए गए हैं।

  • ऑस्टियोआर्थराइटिस के उपचार का मुख्य उद्देश्य दर्द से आराम दिलाना और बिमारियों को नियंत्रण करना। वैसे होम्योपैथी उपचार ऑस्टियोआर्थराइटिस के लिए इफेक्टिव पांरपरिक उपचार है। होम्योपैथी जॅल जिसमें कोमफ्रे(सेमफीटूम ऑफिसिनल), पोइजन आईवी(रुस टोक्कॉडेनड्रॉन) और मार्श टी( लेडूम पालूस्टर) होता है। आर  टॉक्सीकॉडेनड्रॉन, अर्निका मोनटाना(अर्निका) सोलानुम डुलकैमरा( कलाइम्बिंग नाइट शेड), संगगुऊनारा केनेडेनसिस( ब्लड रूट) और सल्फऱ का मिश्रित तरल पदार्थ।  होम्योपैथी तरल फोर्मूला जिसमें आर टोक्सीकॉडेनड्रॉन, कॉस्टीकुम( पोटेशियम हाइड्रेट) और लाक वेकीनम( गाय का दूध) होता है।

 

  • केवल अर्निका क्रीम या केलनडुला ऑफिसिनसीड, हेममेलीज विरजीनियना, अकोनीटुम नपेलुस और बेलाडोना असुविधा को कम करने में सहायता करता है। यह क्रीम दिन में 3 से 6 बार प्रयोग करना चाहिए। रोगियों को गंभीर चोट में अर्निका क्रीम को प्रयोग करना चाहिए। ब्रीयोनिया दर्द में प्रयोग की जाती है जब दर्द धीरे धीरे ज्यादा बढ़ता है। साइटोलका, आर टोक्सीकॉडेनड्रॉन अन्य होम्योपैथिक उपचार है जो कि दर्द को कम करने में सहायता करता है।

  • होम्योपैथी दवाएं कानों में दर्द के लिए बहुत ही इफेक्टिव होती हैं। अगर आपको कान में दर्द है विशेषकर जब यह कुछ ज्यादा गंभीर हो तो किसी प्रोफेशेनल होम्योपैथी से सलाह लें। जो कान के दर्द में इफैक्टिव दवाएं पुलसाटिला( वाइनफ्लोवर), अकोनीटुम(मोनकशूड), बेलडोन्ना(डेडली नाइटशेड) हैं। बेलडोन्ना नाक के दर्द में इफैक्टिव है जो कि अचानक विशेष धड़कन के साथ शुरू होता है।

 

  • होम्योपैथी दवा जो कि सर दर्द को ठीक करती वे हैं ब्रोनिया, इयूफ्रेसिया, हाइपेरीकुम, काली बिच, काली फोस, लाइकोपोडियम, नटमुर, नुक्सवोम, पुलसटील्ला, सिलीसिया और थुजा। गठिया के उपचार में प्रयोग होने वाली दवाएं एपिस मेल, अर्निका, ब्रयोनिया, कोस्टिकम, पलसेटिला, रस टॉक्स, रुटा ग्रेव हैं। चोट के बाद होने वाले दर्द के उपचार के लिए अर्निका, ब्रयोनिया, रस टॉक्स, रुटा ग्रेव जैसे होम्योपैथ दवाओं का प्रयोग किया जाता है। कुछ होम्योपैथिक दवाएं दांतों के इलाज के इफेक्टिव होती हैं जैसे अर्निका, एकोनाइट, कोफिया, मर्कसोल

 

गंभीर और तेज दर्द से बचने के लिए किसी प्रोफेशनल होम्योपैथी डॉक्टर से सलाह लें। दो साल से कम उम्र के बच्चे का होम्योपैथी उपचार लेने से पहले प्रोफेशनल होम्योपैथी से सलाह जरूर लें।

 

Image Source-Getty

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