खेलते-खेलते या फिर कई बार चलते-फिरते अचानक से हमारा पैर मुड़ जाता है, जिसकी वजह से पैरों में मोच आ जाती है। मोच के कारण पैरों में दर्द और सूजन भी होने लगता है। पैरों में मोच आने का कारण मांसपेशियों में चोट या फिर खिंचाव होता है। यह आपको आंतरिक और बाहरी दोनों रूप से प्रभावित करता है। कभी-कभी हाथों पर भी मोच आ जाती है। जिसके कारण काफी ज्यादा दर्द सहना पड़ता है और कई काम करने में परेशानी होती है। आज मैं आपको एक ऐसा आजमाया नुस्खा बताने जा रही हूं, जो मोच लगने पर होने वाले दर्द से राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकती है। यह नुस्खा हमारे घर में लगभग सभी पर आजमाया हुआ है। इससे पैरों हाथों होने वाले अंदरुनी दर्द से राहत मिल सकता है। आइए जानते हैं क्या है वह घरेलू नुस्खा?
कच्ची रोटी और हल्दी
जी हां, कच्ची रोटी और हल्दी से आप मोच लगने की समस्या से राहत पा सकते हैं। यह मैंने भी अपनाया है। इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत की जरूरत नहीं है। अगर आपके पैरों में मोच आई है, तो एक आटे की गोली लें। इसे गोलाकार में बेलें। अब इसे गैस पर 1 साइड से हल्का सा पकाएं। ध्यान रहे कि आपको रोटी को सिर्फ 1 ही साइड हल्का सा ही पकाना है। इसके बाद गैस को बंद कर लें और रोटी के कच्चे साइड में 1 चुटकी नमक, 2 चुटकी हल्दी पाउडर और 1 चम्मच सरसो का तेल लगाएं। अब इसे प्रभावित हिस्से पर पट्टी की तरह लगाएं और एक कपड़े या फिर गर्म पट्टी से बांध दें। आपको इससे दर्द से तुरंत राहत मिलेगा।
इसे भी पढ़ें - डिहाइड्रेशन ही नहीं, बल्कि इन 7 कारणों से भी सूख सकता है आपका मुंह, जानिए इसके लक्षण और बचाव के तरीके
इस बात का रखें ख्याल - पट्टी लगाने के दौरान ध्यान रखें कि आपकी रोटी ज्यादा गर्म ना हो। प्रभावित हिस्से पर लगाने से पहले इसे हाथ से छुएं। अगर आपका हाथ रोटी की गर्माहट को सह पा रहा है, तो ही रोटी की पट्टी लगाएं। अगर नहीं सह पा रहा है, तो थोड़ा सा इंतजार करके प्रभावित हिस्से (मोच लगने वाले स्थान) पर रोटी बांधे।
कितने दिनों तक लगाएं- करीब 3 से 4 दिनों तक इस पट्टी को लगाने से मोच की परेशानी से तुरंत राहत मिलेगा। इसकी गर्माहट से आपकी परेशानी दूर हो जाएगी।
गेहूं आटे की पट्टी के गुण
गेहूं की रोटी में भरपूर रूप से पोटेशियम और फास्फोरस होता है। इसके साथ ही यह कैल्शियम और आयरन से भी भरपूर है। इसमें बी-कॉम्पलेक्स, कैल्शियम, मैग्निशियम, आयरन, जिंक, विटामिन ई के अलावा 13 अमीनो एसिड होता है, जो हड्डियों में होने वाली परेशानी को दूर करता है। इसके अलावा इसमें हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) के गुण होते हैं। जो चोट लगने पर सूजन की समस्या को दूर करने में असरकारी हो सकता है। नमक और सरसो तेल दर्द से राहत दिलाने में कारगर साबित हो सकता है।
इसे भी पढ़ें - सर्दी में बहुत फायदेमंद हो सकती है नाक में तेल डालने की आदत, जानें इससे मिलने वाले लाभ और सही तरीका
Read More Articles On Ayurved In Hindi
Read Next
खांसी, जुकाम और अस्थमा का रामबाण इलाज है आंवला, एक्सपर्ट से जानें उपयोग के 6 तरीके और फायदे
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version