
बाजार में आसानी से मिलने वाले आंवले पर जब नजर पड़ती है तो इसकी हरी चमकती सूरत देखकर आंखें और जुबान दोनों रसीली हो जाती हैं। सर्दियों में खांसी, जुकाम और अस्थमा की परेशानी काफी लोगों को झेलनी पड़ती है। यही कारण है कि गुजरात के सूरत में काम करने वाली डॉ. दीक्षा भावसार खांसी, जुकाम और अस्थमा को भगाने (home remedies for cough and cold)के लिए आंवले को रामबाण इलाज मानती हैं। डॉ. दीक्षा एक आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं। वे कहती हैं कि सर्दी खांसी, जुकाम और अस्थमा की परेशानियां (home remedies for asthma in hindi) जिनको होती हैं, वे आंवले को किसी भी रूप में खा सकते हैं।
डॉ. दीक्षा का कहना है कि आंवले को पंचरसात्मक कहा जाता है। इसका मतलब है कि आंवले में (amla benefits in hindi)मधुर, खट्टा, तीखा और कसैला स्वाद होता है। इसमें बस लवण यानी नमक नहीं होता। तो उसके लिए जब आप आंवला खाएं तो उसमें थोडा सा नमक मिला लें। इससे आपके शरीर को पांचों रस मिल रहे हैं। डॉ. दीक्षा के मुताबिक, खांसी, जुकाम और अस्थमा के मरीजों को आंवले का इस्तेलाम (amla for cough and cold and asthma in hindi) निम्न तरीके से करना चाहिए
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खांसी, जुकाम और अस्थमा में आंवले का इस्तेलाम (amla for cough and cold and asthma in hindi)
1.आंवला पाउडर
डॉ. दीक्षा के मुताबिक खांसी, जुकाम और अस्थमा की परेशानी सर्दीयों में ज्यादा होती है। इसको दूर करने के लिए आंवले का पाउडर बनाकर खाएं। इस पाउडर में आधा चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम खाएं। इसके बाद हल्का सा गर्म पानी पी लें। शहद सर्दी में शरीर को गर्म रखेगा। पर ध्यान रहे कि आंवला खाली पेट खाएं। खाली पेट आंवला खाने से परेशानी में जल्दी फायदा मिलता है।
2. आंवला जूस
जिनको सर्दी के मौसम में खांसी, जुकाम और अस्थमा की शिकायत हो गई है। वे आंवले के पाउडर के अलावा जूस भी ले सकते हैं। डॉ. दीक्षा के मुताबिक आंवले का जूस निकालकर गर्म पानी के साथ सुबह खाली पेट खाएं। इसके लिए आप 20 से 25 मिलिलीटर आंवले का जूस और गर्म पानी मिला लें। इसमें थोड़ी सी हल्दी डाल दें। आंवला कफ को मेल्ट करके बाहर निकाल देगा।
3. च्यवनप्राश
च्यवनप्राश में मेन इंग्रिडियेंट आंवला होता है। तो आप एक चम्मच च्यवनप्राश गर्म पानी के साथ ले लें। सुबह खाली या खाने के दो घंटे बाद इसे खा लें। इससे खांसी, जुकाम और अस्थमा में बहुत फायदा मिलेगा।
4. आंवले का मुरब्बा या अचार
भारतीय घरों में अक्सर आंवले का मुरब्बा या अचार खाया जाता है। डॉ.दीक्षा ने बताया कि जिनको खांसी, जुकाम और अस्थमा की परेशानी वे सर्दी में आसानी से मिलने वाले आंवले के मुरब्बे या अचार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे आप बाजार से भी खरीद सकते हैं और घर पर भी बना सकते हैं।
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5. फर्मेंटिड आंवला
आंवले को फरमेंट करके खाने से शरीर गर्म रहता है। इसका सेवन रोज करना चाहिए। फरमेंटिड आंवले में नमक डालकर खाना चाहिए। यह खांसी में मदद करता है।
6. आंवला कैंडी
आंवले का स्वाद इतना अटपटा होता है कि लोगों को आंवला खाना पसंद नहीं आता। इसलिए आप इसकी कैंडी बनाकर खाएं। इसके लिए आप आंवले को काटकर धूप में सुखाकर एक कंटेनर में स्टोर कर लें। फिर इसे रोज खाएं। इससे आपके कफ, कोल्ड और अस्थमा में मदद मिलेगी।
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आंवला किसके लिए फायदेमंद?
डॉ. दीक्षा का कहना है कि आंवला 40 की उम्र से पहले खाना चाहिए। तब यह ज्यादा फायदा पहुंचाता है। तो वहीं डॉ. दीक्षा का कहना है कि जिन लोगों को जोड़ों के दर्द की परेशानी है उन्हें आंवला नहीं खाना चाहिए। लेकिन अगर किसी को एसीडिटी है तो वह सुबह-शाम एक आंवला खा सकता है।
डॉ. दीक्षा के अनुसार आंवला स्वाद में खट्टा होता है और खट्टा मतलब गर्म होता है। आंवले में बिना कुछ मिलाए आसानी इसे इस्तेमाल किया जा सकता है। आंवले में एंटिओक्सीडेंट होते हैं। यह ड्राइनेस को भी खत्म करता है। आंवला शब्द में ही अम्ल छुपा है इसका मतलब है ये खट्टा है, लेकिन जब आंवला खाने के बाद पानी पीते हैं तो वो मीठा लगता है। इस अनुसार आंवले में पंचरस होते हैं। आंवले में विटामिन सी होता है, जो कि कोविड में भी मददगार है।
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