कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन, जानें 10 जरूरी बातें

ओम‍िक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन जारी की है, जानते हैं उससे जुड़ी जरूरी बातें
  • SHARE
  • FOLLOW
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन, जानें 10 जरूरी बातें

कोव‍िड के नए वैर‍िएंट ओमिक्रोन के केस दुन‍िया के साथ-साथ देश के अलग-अलग ह‍िस्‍सों में लगातार बढ़ रहे हैं। केसों के बढ़ते ग्राफ ने सरकार की च‍िंता बढ़ा दी है, कई राज्‍यों में नाइट कर्फ्यू के बाद अब केंद्र सरकार ने होम आइसोलेशन की गाइडलाइन में बदलाव क‍िए हैं। कोव‍िड के बढ़ते मामलों को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की गई हैं। नई गाइडलाइन में ये कहा गया है क‍ि ऐसे मरीज जो पॉज‍िट‍िव होने के बाद घर में 7 द‍िन गुजार चुके हैं और जि‍न्‍हें बीते 3 द‍िन बुखार नहीं आया है उनका होम आइसोलेशन नहीं होगा और उन्हें स्‍वस्‍थ माना जाएगा। साथ ही कहा गया है क‍ि ऐसे हल्‍के लक्षण वाले मरीजों को आइसोलेशन की अवध‍ि पूरी होने के बाद दोबारा जांच की जरूरत नहीं है। 

home isolation patients

image source:google

1. एसिम्प्टमैटिक मरीजों के ल‍िए 7 द‍िनों का आइसोलेशन (7 days home isolation)

एसिम्प्टमैटिक कोव‍िड मरीज वो होते हैं ज‍िनका कोव‍िड टेस्‍ट तो पॉज‍िट‍िव आता है पर उनमें कोव‍िड के कोई लक्षण नजर नहीं आते या हल्‍के लक्षण होते हैं। ऐसे मरीज कई लोगों को संक्रमित कर सकते हैं इसलि‍ए इन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है। नई गाइडलाइन के मुताब‍िक अगर टेस्‍ट के 7 द‍िन पूरे हो गए हैं और मरीज को 3 द‍िन तक बुखार नहीं आया है तो उसे होम आइसोलेशन से बाहर रखा जाएगा। सरकार ने होम आइसोलेशन की नई गाइडलाइन को अमल करने के ल‍िए राज्‍यों को कंट्रोल रूम का न‍ियंत्रण बेहतर करने के न‍िर्देश द‍िए हैं। सभी राज्‍यों को ये न‍िर्देश द‍िए गए हैं क‍ि मरीजों की मॉन‍िटर‍िंग की प्रक्र‍िया में बाधा नहीं आनी चाह‍िए, अगर होम आइसोलेशन से मरीज को अस्‍पताल ले जाने की जरूरत पड़े तो उसे बेड आसानी से म‍िल सके।

इसे भी पढ़ें- अच्छी खबर: कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की जांच के लिए पहली स्वदेशी टेस्टिंग किट OmiSure को ICMR ने दी मंजूरी

2. होम आइसोलेशन में कौनसे मरीज रहेंगे?

  • जो मरीज एसिम्प्टमैटिक हैं या ज‍िनमें कोव‍िड के माइल्‍ड लक्षण हैं उन्‍हें होम आइसोलेशन में रहना होगा।
  • ज‍िन मरीजों की उम्र 60 साल या उससे ज्‍यादा है और उन्‍हें हाइपरटेंशन, डायब‍िटीज, हार्ट ड‍िसीज, क‍िडनी, लि‍वर ड‍िसीज है उन्‍हें चेकअप के ब‍िना होम आइसोलेशन नहीं द‍िया जाएगा।
  • ज‍िन मरीजों का कैंसर ट्रीटमेंट चल रहा है या एचआईवी या ट्रांसप्‍लांट का केस है उन्‍हें कोव‍िड होने पर होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा। डॉक्‍टर की जांच के ब‍िना उन्‍हें होम आइसोलेशन में रहने की अनुमत‍ि नहीं होगी।  

3. ट्र‍िपल लेयर मास्‍क का इस्‍तेमाल (Triple layer mask)

होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को सरकार ने ट्र‍िपल लेयर मास्‍क लगाने की सलाह दी है। ट्र‍िपल लेयर मास्‍क में आपको एन-95 मास्‍क का प्रयोग करना है। ट्र‍िपल लेयर मास्‍क को 72 घंटों बाद फेंक दें और नया मास्‍क इस्‍तेमाल करें। अगर मास्‍क गंदा हो जाए तो उसे फेंक दें और नया मास्‍क इस्‍तेमाल करें। जो मास्‍क आप फेकें उसे कई टुकड़ों में काटकर डस्‍टब‍िन में फेंक दें। 

4. होम आइसोलेशन के बाद नहीं होगा दोबारा टेस्‍ट (No re-testing)

केंद्र सरकार की नई गाइडलाइन के मुताब‍िक होम आइसोलेशन के बाद मरीज को दोबारा कोविड की जांच करवाने की अब जरूरत नहीं है। इससे पहले होम आइसोलेशन की अवध‍ि के बाद कोव‍िड जांच की जाती थी पर अब इस न‍ियम में बदलाव क‍िए गए हैं। 

5. इन गंभीर लक्षण के द‍िखते ही डॉक्‍टर के पास जाएं (Serious symptoms during covid)

home isolation symptoms

image source:google

  • अगर 3 द‍िन से ज्‍यादा बुखार है और 100 के ऊपर ही तापमान है तो आपको अस्‍पताल जाना चाह‍िए।
  • अगर कोव‍िड से पीड़ित मरीज को ज्‍यादा थकान का अहसास हो रहा है तो ये अच्‍छा लक्षण नहीं है आपको डॉक्‍टर से सलाह लेनी चाह‍िए।
  • मरीज को बात करने में परेशानी हो रही है या कंफ्यूजन हो रहा है तो भी आपको डॉक्‍टर से जल्‍दी से जल्‍दी संपर्क करना चाह‍िए। 
  • अगर मरीज को लगातार दर्द हो रहा है या चेस्‍ट में प्रेशर महसूस हो रहा है तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करें। 
  • सांस लेने में ज्‍यादा तकलीफ हो रही है तो मरीज को डॉक्‍टर के पास लेकर जाएं। 

6. मरीज के अलावा अन्‍य को भी बरतनी है सावधानी 

होम आइसोलेशन के दौरान जो व्‍यक्‍त‍ि मरीज का ध्‍यान रख रहा है उसे भी कुछ बातों का ध्‍यान रखना है जैसे हाथों को अच्‍छी तरह से साफ करके मरीज के पास जाएं। मास्‍क का इस्‍तेमाल आपको भी करना है। आपको अपना चेहरा, आंख और मुंह छूने से बचना है और हाथों की सफाई पर भी ध्‍यान देना है। आपको मरीज की क‍िसी भी चीज को बि‍ना ग्‍लब्‍स पहनें नहीं छूना है, और काम हो जाने के बाद ग्‍लब्‍स को फेंक दें। 

इसे भी पढ़ें- देश में पिछले 24 घंटे में आये 58,097 कोरोना के मामले, 56% हुई बढ़ोत्तरी, ओमिक्रोन के मामले पहुंचे 2 हजार पार 

7. इन बातों का भी रखें ख्‍याल (Points to remember)

home isolation omicron

image source:google

होम आइसोलेशन में सरकार ने दी इन बातों को फॉलो करने की सलाह-

  • होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को अपना तापमान, हार्ट रेट, ऑक्‍सीजन लेवल चेक करते रहना चाह‍िए।
  • आपको अपने हाइड्रेशन का भी ख्‍याल रखना है।
  • होम आइसोलेशन के दौरान मरीजों को गुनगुने पानी से गरारे करने चाह‍िए।
  • आपको कोव‍िड के साथ सर्दी-जुकाम है तो आप द‍िन में 3 बार स्‍टीम ले सकते हैं।

8. साफ-सफाई का ध्‍यान रखें 

आइसोलेशन के दौरान अपने बर्तन या पर्सनल चीजें क‍िसी के साथ शेयर न करें। ज‍िन चीजों को आप ज्‍यादा सोते हैं जैसे कुर्सी या पलंग व टेबल उसे आप साबुन और पानी की मदद से ड‍िसइंफेटेंट करते रहें। 

9. माइल्‍ड केस में स्‍टेरॉइड का इस्‍तेमाल नहीं होगा 

सरकार की गाइडलाइन के मुताब‍िक माइल्‍ड केस में स्‍टेरॉइड का इस्‍तेमाल नहीं क‍िया जाएगा। डॉक्‍टर की सलाह के ब‍िना आपको चेस्‍ट सीटी स्‍कैन, एक्‍सरे, ब्‍लड टेस्‍ट, खुद से इलाज नहीं करना है। अगर द‍िन में 4 बार पैरास‍िटामॉल लेने के बाद भी बुखार नहीं उतर रहा है तो ये गंभीर समस्‍या है, डॉक्‍टर से इसका इलाज करवाएं। 

10. होम आइसोलेशन में मरीज के पर‍िवार वालों के ल‍िए गाइडलाइन 

अगर आपके घर में कोई ऐसा सदस्‍य है ज‍िसे होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है तो आपको इस बात का ख्‍याल रखना है क‍ि उसे अलग रूम में रखा जाए जहां घर के बाक‍ि सदस्‍य न जाएं। संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से भी बाक‍ि सदस्‍यों को बचना है जैसे स्‍क‍िन का टच होना या हाथ म‍िलाना। संक्रम‍ित व्‍यक्‍त‍ि से म‍िलने की अनुमत‍ि घर या बाहर के क‍िसी सदस्‍य को न दें, इससे इंफेक्‍शन फैल सकता है। 

सरकार की गाइडलाइन्‍स को व‍िस्‍तार से पढ़ने के ल‍िए आप इस लिंक पर जा सकते हैं।

main image source:google

Read Next

सर्द‍ियों में कान ढकना और सिर पर टोपी लगाना क्यों जरूरी है? जानें 5 समस्याएं जिनसे बचाती है टोपी

Disclaimer