
Herbs for Cure Heartburn in Hindi: गर्मी के मौसम में हम सभी को तरह-तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ता है। इसमें पेट में जलन और एसिडिटी भी शामिल है। गर्म तासीर की चीजें खाने या फिर हैवी वर्कआउट करने से पेट में जलन हो सकती है। इसके अलावा, जब खाना सही से डाइजेस्ट नहीं होता है, तो भी पेट में जलन और दर्द हो सकता है। इसे एसिडिटी के रूप में जाना जाता है। एसिडिटी से पीड़ित लोग खाना खाने के बाद पेट में जलन महसूस कर सकते हैं। पेट की जलन व्यक्ति की पूरी दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। ऐसे में पेट की जलन को शांत करने के लिए आप कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन कर सकते हैं। तो चलिए, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदाचार्य श्रेय शर्मा से जानते हैं पेट की जलन को शांत करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों (Pet ki Jalan ke Liye Jadi Buti) के बारे में-
गर्मी में पेट की जलन ठीक करने के लिए जड़ी-बूटियां- Herbs to Cure Heartburn in Summer in Hindi
1. सौंफ
पेट की जलन को शांत करने के लिए आप सौंफ का सेवन कर सकते हैं। सौंफ की तासीर बेहद ठंडी होती है। ऐसे में अगर आप गर्मी के मौसम में सौंफ का सेवन करेंगे, तो इससे पेट की गर्मी शांत होगी। इसके लिए आप एक गिलास पानी में सौंफ डालें। अब सौंफ को अच्छी तरह से उबाल लें। आप इस पानी को छानकर पी लें। इससे पेट की जलन कम होगी और एसिडिटी से तुरंत राहत मिलेगी। सौंफ पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पेट को ठंडक दिलाता है।
2. मुलेठी
अगर गर्मी के मौसम में आपको अकसर ही पेट में जलन होती है, तो आप मुलेठी का सेवन कर सकते हैं। सौंफ की तरह मुलेठी की तासीर भी ठंडी होती है। ऐसे में अगर आप मुलेठी का सेवन करेंगे, तो इससे पेट की जलन से राहत मिल सकती है। आपको बता दें कि मुलेठी एक हल्के रेचक के रूप में काम करता है, जो मल त्याग को आसान बनाता है। मुलेठी गैस्ट्रोइसोफेगल एसिड रिफ्लक्स का भी प्रभावी उपचार है। आयुर्वेद में मुलेठी को काफी उपयोगी बताया गया है।
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3. भृंगराज
पेट की जलन को कम करने के लिए आप भृंगराज का सेवन कर सकते हैं। भृंगराज गैस्ट्रिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है। अगर आप भृंगराज का सेवन करेंगे, तो इससे पेट की जलन को शांत किया जा सकता है। भृंगराज एसिडिटी और गैस से भी बचाव करता है। अगर गर्मियों में आपको पेट में जलन रहती है, तो आप भृंगराज को डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं।
4. पिप्पली
पिप्पली पाचन अग्नि को बेहतर बनाने में मदद करती है। पिप्पली भोजन को आसानी से पचाने में मदद करती है। अगर शरीर में पित्त बढ़ने की वजह से पेट में जलन हो रही है, तो पिप्पली का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। पिप्पली पाचन तंत्र को दुरुस्त करती है और पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाती है।
5. कालमेघ
कालमेघ में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। अगर आपको गर्मियों में पेट में जलन होती है, तो कालमेघ का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। आयुर्वेद में कालमेघ का उपयोग कई तरह की बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। कालमेघ का उपयोग खून को साफ करने के लिए भी किया जाता है। लिवर हेल्थ के लिए भी कालमेघ फायदेमंद होता है।
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6. इलायची
आयुर्वेद में इलायची का उपयोग भी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। हरी इलायची की तासीर ठंडी होती है, ऐसे में पेट की जलन होने पर इलायची का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए आप हरी इलायची लें और इसका पाउडर बना लें। अब इलायची पाउडर को गुनगुने पानी या फिर दूध के साथ मिलाकर लें।