Hemorrhagic Fever Symptoms: बरसात का मौसम शुरू होते ही वेक्टर बोर्न डिजीज यानी मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ते हैं। डेंगू बुखार होने पर मरीज को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आमतौर पर डेंगू का बुखार समय रहते इलाज मिलने से ठीक हो जाता है। कुछ लोगों में डेंगू का संक्रमण इतना गंभीर होता है कि उन्हें ठीक होने में महीनों लग सकते हैं। डेंगू बुखार एजिप्टी एडीज नामक मादा मच्छरों के काटने से होता है। ज्यादातर लोगों को डेंगू के मच्छर दिन के समय में काटते हैं। मच्छरों के काटने पर 2 से 3 दिन में मरीज को डेंगू के लक्षण दिखने लगते हैं। डेंगू बुखार के कई स्टेज होते हैं। कुछ मरीजों में डेंगू बुखार बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और इसकी वजह से मरीज को ब्लीडिंग और हड्डियों में दर्द जैसी परेशानी होती है। इस स्थिति को हेमरेजिक फीवर कहते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं हेमरेजिक फीवर के बारे में।
हेमरेजिक फीवर क्या है?- What is Hemorrhagic Fever in Hindi
आमतौर पर डेंगू बुखार 4 से 5 दिनों में ठीक हो जाता है। लेकिन इसका खतरनाक वैरिएंट लंबे समय तक असर दिखा सकते हैं। डेंगू बुखार के इस वैरिएंट को हेमरेजिक फीवर कहते हैं। इस स्थिति में मरीज के शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है और इसकी वजह से प्लेटलेट काउंट भी कम हो जाता है। इस स्थिति में मरीजों को तेजी से बुखार चढ़ता है। जब डेंगू बुखार 5 दिनों में ठीक नहीं हो रहा हो और इसके लक्षण बहुत गंभीर हो रहे हों, तो इसे हेमरेजिक फीवर समझा जाता है। इस तरह के बुखार में मरीज को बुखार के साथ ब्लीडिंग की समस्या होती है।
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हेमरेजिक फीवर के लक्षण- Hemorrhagic Fever Symptoms in Hindi
हेमरेजिक फीवर में मरीजों को गंभीर परेशानियां होती हैं। इस स्थिति में मरीज को ब्लीडिंग के साथ-साथ शरीर में गंभीर दर्द और कमजोरी की समस्या होती है। हेमरेजिक फीवर के मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-
- तेज बुखार और शरीर में दर्द
- दांत, मसूड़े और मुंह से ब्लीडिंग
- नाक से खून आना
- फेफड़ों में पानी भरना
- बेहोशी और थकान
- बेचैनी और जी घबराना
- उल्टी, दस्त और मतली
- शरीर का ठंडा पड़ना
- सांस लेने में तकलीफ
- अधिक पसीना आना
- काला मल
- भूख में कमी
हेमरेजिक फीवर से बचाव कैसे करें?- Hemorrhagic Fever Prevention in Hindi
हेमरेजिक बुखार को डीएचएफ (DHF) भी कहा जाता है। डेंगू बुखार के इस प्रकार में व्यक्ति के अंदर या बाहर रक्तस्त्राव शुरू हाे जाता है, जाे मरीज के लिए खतरनाक हाे सकता है। डेंगू में रक्त धमनियाें में रक्तस्त्राव के कारण ही इसे हैमरेजिक बुखार कहा जाता है। डेंगू हैमरेजिक बुखार का पता लगाने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।डेंगू से बचाव के लिए घर में साफ-सफाई रखें। कूलर, टंकी काे समय-समय पर साफ करते रहें। घर के किसी भी काेने और गमलाें में पानी जमा न हाेने दें। डेंगू से बचने के लिए फुल स्लीव्स कपड़े पहनें।
नोट: यह लेख बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर के इनपुट्स पर आधारित है।
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