
देशभर में पिछले कुछ दिनों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली और पश्चिम बंगाल समेत कुछ राज्यों में डेंगू के मरीजों की हजारों की संख्या में पुष्टि हुई है। ऐसे में डेंगू का एक नया रूप डेंगू इंसेफेलाइटिस देखने को मिल रहा है। हाल ही में तेलांगना में इससे संक्रमित दो मरीजों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से हेल्थ एक्सपर्ट्स ने इसे लेकर चिंता जाहिर की है। दिल्ली के अग्रवाल होमियो क्लीनिक के डॉ. पंकज अग्रवाल से जानते हैं इसके बारे में।
क्या है डेंगू इंसेफेलाइटिस?
डॉ. पंकज के मुताबिक यह मच्छरों के काटने से फैलने वाला ही एक वायरस है। यह डेंगू का ही एक गंभीर रूप है। जो न्यूरॉन्स के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकता है। यह मरीज के दिमाग तक पहुंचकर उसे प्रभावित कर सकता है। इस स्थिति में शरीर में बुखार और पसीने आने जैसी स्थिति बनी रह सकती है। इसके लक्षण दिखने पर देरी करना कई बार अन्य समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
डेंगू इंसेफेलाइटिस के लक्षण
- डेंगू इंसेफेलाइटिस होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं।
- इस स्थिति में तेज बुखार आने के साथ ही ठंड लग सकती है।
- डेंगू इंसेफेलाइटिस होने पर शरीर में गर्माहट रहने के साथ ही पसीने भी आ सकते हैं।
- इस स्थिति में मांसपेशियों और शरीर के अन्य हिस्सों में भी दर्द हो सकता है।
- ऐसे में आंखों में दर्द होने के साथ ही उल्टी आने जैसी स्थिति बनी रह सकती है।
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डेंगू इंसेफेलाइटिस बचाव के उपाय
- डॉ. पंकज के मुताबिक डेंगू इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए आपको सबसे पहले मच्छर के संपर्क में आने से बचना होगा।
- इससे बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं साथ ही डाइट को भी हेल्दी रखें।
- इससे बचने के लिए घर के बर्तनों और टंकी में पानी जमा न होनें दें।
- अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो ऐसे में फुल बाजू के कपड़े जरूर पहनें।
- इसके लिए आप मॉस्किटो कॉइल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
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