
Heartburn in third trimester causes prevention tips in hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान सीने में जलन होना आम बात है। दरअसल, इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिस कारण गर्भवती महिलाओं को इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि हार्मोनल बदलाव की वजह से भी महिलाओं में यह समस्या देखी जाती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान डाइट पैटर्न में बदलाव करने के कारण भी ऐसा हो सकता है। वैसे, तो यह कोई गंभीर समस्या नहीं है और समय के साथ-साथ अपने आप ठीक हो जाती है। लेकिन, अगर महिला समय रहते सतर्कता न बरते, तो उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए नई दिल्ली के मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर से डॉ. शोभा गुप्ता, चिकित्सा निदेशक स्त्री रोग विशेषज्ञ और आईवीएफ विशेषज्ञ द्वारा सुझाए गए कुछ टिप्स।
प्रेग्नेंसी में सीने में जलन के लक्षण
प्रेग्नेंसी के दौरान सीने में जलन होने के कारण महिलाओं को निम्न असहजताओं का सामना करना पड़ सकता है-
- सीने में दर्द
- पेट में फूलना या कुछ न खाने के बावजूद पेट भरे का अहसास होना
- बार-बार डकार आना
- बुखार महसूस होना
क्या यह समस्या सामान्य है
विशेषज्ञों की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौराना सीने में जलन होना बहुत ही सामान्य है। लगभग आधी फीसदी गर्भवती महिलाएं सीने में जलन की समस्या का शिकार होती हैं, खासकर तीसरी तिमाही में। इसके अलावा, जिन महिलाओं को अपनी पहली गर्भावस्था के दौरान सीने में जलन की दिक्कत हुई थी, उन्हें अपनी दूसरी प्रेग्नेंसी में भी इस तरह की समस्या सामना की संभावना बढ़ जाती है।
प्रेग्नेंसी के दौरान सीने में जलन से बचने के उपाय
डाइट सही रखेंः प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए, जिससे सीने में जलन की समस्या न हो। इसमें दही, शहद, गुनगुना दूध आदि शामिल हैं। इसके अलावा मसालेदार भोजन से बचना चाहिए।
पानी पिएंः आमतौर पर लोग खाना खाने के साथ पानी पीते हैं। इस वजह से भी अक्सर लोगों को सीने में जलन की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसलिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि पानी कभी भी खाना खाने के साथ नहीं खाना चाहिए बल्कि खाना खाने के बाद या खाना खाने के पहले खाना चाहिए। इससे भी प्रेग्नेंट महिला को सीने में जलन की समस्या नहीं होती है।
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कैफीन का सेवन सीमित करेंः प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए कैफीन का सेवन करना सही नहीं है। गर्भवती महिलाओं को कैफीन का सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। इससे सीने में हो रही जलन में कमी आएगी, साथ ही बेहतर नींद में भी मदद मिलेगी।
पॉश्चर का ध्यान रखेंः कई बार गलत पॉश्चर में बैठकर खाना खाने की वजह से प्रेग्नेंसी के तीसरी तिमाही में सीने में जलन की समस्या होने लगती है। ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए जरूरी है कि आप अपने पॉश्चर का सही ध्यान रखें। हमेशा कमर सीधी करके बैठकर ही खाना खाएं।
देर रात में खाना न खाएंः रात को खाना खाने के तुरंत बाद कभी नहीं सोना चाहिए। इससे कई तरह हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है। खासकर, गर्भवती महिलाओं को इस नियम का पालन करना चाहिए। हमेशा समय पर खाना खाएं और देर रात डिनर करने से बचें।
शराब और धूम्रपान न करेंः गर्भावस्था में शराब पीना या धूम्रपान करना, स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित कर सकते हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक है, सीने में जलन। इसके अलावा, शराब पीने या धूम्रपान करने से गर्भ में पल रहे शिशु का स्वास्थ्य भी बिगड़ सकता है।
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