विदेशी सुपरफूड केल (Kale) जितनी ही फायदेमंद होती हैं ये 5 देसी सब्जियां, डाइट में जरूर करें शामिल

विदेशी सुपरफूड केल की जगह पर आप इन 5 भारतीय देशी हरी सब्जियों का इस्तेमाल कर सकते हैं, इनमें शरीर के लिए फायदेमंद तमाम पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
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विदेशी सुपरफूड केल (Kale) जितनी ही फायदेमंद होती हैं ये 5 देसी सब्जियां, डाइट में जरूर करें शामिल

स्वास्थ्य और फिटनेस को लेकर आज के दौर में लोगों के अंदर जागरूकता बढ़ने लगी है। लोग अब किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले उसके बारे में जान लेना चाहते हैं। लोगों की सेहत और फिटनेस के प्रति जागरूकता को बढ़ाने में कोरोनावायरस का भी बहुत बड़ा योगदान है। फिट और स्वस्थ रहने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी होता है। कोई भी व्यक्ति हर मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन कर सकता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में आजकल विदेशी सुपरफूड केल (Kale) का इस्तेमाल खूब किया जा रहा है। केल का सेवन इसमें मौजूद पोषक तत्वों की वजह से ज्यादातर लोग करते हैं। हालांकि केल की जगह भारतीय हरी साग-सब्जियों का सेवन भी उतना ही फायदेमंद होता है। आइए जानते हैं 5 ऐसी भारतीय साग या हरी सब्जी के बारे में जिनमें फाइबर, विटामिन और खनिजों जैसे आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं और ये एंटीऑक्सिडेंट से भी भरपूर होती है। केल की तरह इन सब्जियों के सेवन से भी वजन प्रबंधन और हृदय से जुड़ी बीमारियों सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं में फायदा मिलता है।

5 देशी सब्जियां जिन्हें केल की जगह कर सकते हैं इस्तेमाल (5 Healthy Indian Vegetarian Alternatives to Kale)

देशी और हरी सब्जियां जिनका हम केल की जगह पर इस्तेमाल कर सकते हैं, इस प्रकार से हैं।

1. सरसों का साग (Mustard - Sarso Leaves)

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सरसों के साग का सेवन केल की जगह पर किया जा सकता है। यह भारतीय देशी हरी सब्जी तमाम पोषक तत्वों से भरपूर होती है। खासकर उत्तर भारत में इसका सेवन खूब बढ़-चढ़ कर किया जाता है, पंजाब जैसे राज्यों में सरसों का साग और मक्के की रोटी का कॉम्बिनेशन बेहद लोकप्रिय है। स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सरसों का साग कई पोषक तत्वों का भंडार होता है। सरसों की पत्तियों में विटामिन ए, सी, ई के साथ कैल्शियम, जस्ता, फाइबर, पोटैशियम आदि मौजूद होते हैं। इनका सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।

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2. मेथी का साग (Fenugreek - Methi Leaves)

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मेथी के बीज और साग दोनों ही सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। एक तरफ जहां मेथी के बीज का औषधीय इस्तेमाल भी किया जाता है वहीं इसके पत्ते भी बेहद पौष्टिक होते हैं। मेथी के पत्तों में फाइबर, आयरन, प्रोटीन,  मैंगनीज और मैग्नीशियम जैसे शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। मेथी के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, इसका सेवन महिलाओं और पुरुषों, दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इसका सेवन भूख और अपच जैसी समस्या में भी फायदेमंद माना जाता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए मेथी के साग का सेवन लाभदायक होता है, यह उनमें दूध के उत्पादन को बढ़ाने का का करता है।

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3. सहजन (Moringa - Sahjan)

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बारहमासी सहजन की सब्जी का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है, इसके पत्तों का इस्तेमाल कुपोषण जैसी समस्या को दूर करने के लिए काफी समय से किया जा रहा है। सहजन में विटामिन, मिनरल और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। सहजन के फल और पत्तियों, दोनों का सेवन सेहत के लिए लाभदायक होता है। सहजन को केल के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

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4. बथुआ (Chenopodium Album - Bathua)

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उत्तर भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला साग बथुआ स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। बथुआ में विटामिन ए, सी और बी काम्प्लेक्स की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, इसके अलावा बथुआ में अमीनो एसिड, आयरन, पोटेशियम, फास्फोरस और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है। आप इसका इस्तेमाल केल के विकल्प के तौर पर आसानी से कर सकते हैं।

5. पालक (Spinach - Paalak)

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पालक भारतीय हरी सब्जियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला साग है, पूरे भारत में इसकी लोप्रियता है। पालक में विटामिन के, सी और डी, फाइबर, लोहा, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। पर्याप्त मात्रा में पालक का नियमित सेवन करने से खून की कमी (एनीमिया), इन्फेक्शन और बैक्टीरिया आदि की समस्या में फायदा मिलता है। विदेशी सुपरफूड केल की जगह आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

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हमें उम्मीद है कि केल के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल की जा सकने वाली भारतीय सब्जियों के बारे में दी गयी यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। अगर आप किसी बीमारी या समस्या से ग्रसित हैं तो इन सब्जियों के सेवन से पहले अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें। खानपान और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर तमाम जानकारियों के लिए आप हमारे साथ जुड़े रहे।

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