हर कोई चाहता है कि वह स्वस्थ रहे, कभी बीमार न पड़े। इसके लिए अच्छी से अच्छी डाइट ली जाती है और एक्सरसाइज की जाती है। लेकिन स्वस्थ रहने के लिए आप मॉर्निंग वॉक की मदद ले सकते हैं। यह स्वस्थ रहने का सबसे आसान और सरल तरीका है। आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि रोजाना महज आधे घंटे की मॉर्निंग वॉक करके आप खंद को लंबे समय के लिए स्वस्थ रख सकते हैं। यही नहीं, मॉर्निंग वॉक करने से मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। एक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि जो लेग रोजाना मॉर्निंग वॉक करते हैं, उनका मूड अच्छा रहता है, उनमें हर चीज को देखने का सकारात्मक नजरिया होता है। इसके साथ ही मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग उन लोगों की तुलना में ज्यादा एक्टिव होते हैं, जो मॉर्निंग वॉक नहीं करते। इस तरह देखा जाए, तो मॉर्निंग वॉक के कई फायदे हैं। इस लेख में हम आपको मॉर्निंग वॉक से जुड़े फायदों के बारे में बता रहे हैं। आप भी जानिए और मॉर्निंग वॉक को अपनी रोजमर्रा का हिस्सा बनाएं।
गठिया में लाभकारी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ गठिया के मरीजों को शारीरिक रूप से सक्रिय रहने की सलाह देते हैं। अगर इस मर्ज के मरीज किसी तरह का एक्सरसाइज नहीं कर पा रहे हैं, तो मॉर्निंग वॉक यानी सुबह की सैर कर सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो एक सामान्य व्यक्ति को रोजाना कम से कम 150 मिनट तक शारीरिक गतिविधियां करनी चाहिए। चूंकि गठिया के मरीजों के लिए इस तरह सक्रिय रहना आसान नहीं होता है, उनके जोड़ों में अक्सर दर्द बना रहता है। इसलिए उन्हें मॉर्निंग वॉक करने की सलाह दी जाती है। गठिया के मरीजों के लिए सुबह की सैर व्यायाम की तरह ही लाभकारी होती है।
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डायबिटीज कंट्रोल करे
कहने की जरूरत नहीं है कि मधुमेह यानी डायबिटीज खराब जीवनशैली के कारण होता है। मौजूदा दौर में बहुत से ऐसे लोग है, जिन्हें मधुमेह है। वे अपनी जीवनशैली को निंयत्रण में रखकर अपने डायबिटीज को कंट्रोल कर रहे हैं। इसी क्रम में सुबह की सैर इन मरीजों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है। एक अध्ययन से भी इस बात की पुष्टि हुई है कि सुबह की सैर करने की वजह से टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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डिप्रेशन दूर करे
चाहे बच्चे हों या वयस्क। आज की तारिख में हर कोई किसी न किसी वजह से अवसाद का शिकार है। अवसाद होने की वजह से व्यक्ति निराशा में डूब जाता है, उसमें उदासी बढ़ जाती है, क्रोध का स्तर भी बढ़ने लगता है। यहां तक कि डिप्रेशन की वजह से व्यक्ति खुद को नुक्सान तक पहुंचा सकता है। इस तरह की स्थिति से बचने के लिए मॉर्निंग वॉक किया जा सकता है। एक शोध में भी इस बात की पुष्टि भी हुई है कि जो लोग डिप्रेशन का शिकार हैं, उन्हें रोजाना 20 से 40 मिनट तक वॉक करना चाहिए। इससे उनका अवसाद कम होता है।
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वजन नियंत्रण में रखे
खराब जीवनशैली, देर रात तक जगना, वर्क लोड का बढ़ना, जंक फूड का अधिक मात्रा में सेवन करना और किसी तरह की शारीरिक गतिविधि न करना। इन सब वजहों से लोगों का वजन तेजी से बढ़ रहा है। ऐसा सिर्फ कुछ लोगों के साथ नहीं बल्कि ज्यादातर कामकाजी वर्ग में ऐसे लोग शामिल हैं, जो मोटापे से ग्रस्त हैं। विशेषज्ञों की मानें तो जिन लोगों का वजन बढ़ता जा रहा है, उन्हें अपने खानपान को नियंत्रण में रखना चाहिए। इसके साथ ही शारीरिकि गतिविधि करनी चाहिए। अगर आप किसी तरह का एक्सरसाइज नहीं करना चाहते हैं, तो मॉर्निंग वॉक कर सकते हैं। विभिन्नि शोधों से भी यह पता चला है कि महज रोजाना वॉक करने से शरीर का फैट कम हो सकता है और मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती हैं।
हृदय स्वस्थ रखे
हृदय को स्वस्थ रखने में भी मॉर्निंग वॉक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दरअसल, मॉर्निंग वॉक करने से हृदय संबंधित बीमारियों के जोखिम कम होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो हृदय संबंधित बीमारियों से जूझ रहे लोगों को नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक करनी चाहिए। वे जितना वॉक करेंगे, उनका हृदय उतना ही स्वस्थ रहेगा।
प्रतिरोधक क्षमता बेहतर करे
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि रोजना मॉर्निंग वॉक करके आप अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर कर सकते हैं। दरअसल, महज 30 से 40 मिनट तक मॉर्निंग वॉक करने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है और शरीर में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है, जिससे प्रतिरोध प्रणाली मजबूत बनती है। इस तरह देखा जाए तो हर व्यक्ति को रोजाना मॉर्निंग वॉक करनी चाहिए।
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