मसल्स बनाने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा होता है कम, जानें डायबिटीज से बचने के अन्य तरीके

डायबिटीज के मुख्‍य प्रकारों में टाइप -2 डायबिटीज सबसे आम है। जिसमें कि शरीर में इंसुलिन का सही उपयोग नहीं हो पाता है। अध्ययन बताते हैं कि अच्‍छी मसल्स टाइप -2 डायबिटीज के खतरे को कम करने व रोकने में आपकी मदद कर सकती हैं। 

Sheetal Bisht
Written by: Sheetal BishtUpdated at: Aug 02, 2019 14:47 IST
मसल्स बनाने से  टाइप 2 डायबिटीज का खतरा होता है कम, जानें डायबिटीज से बचने के अन्य तरीके

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डायबिटीज के दो प्रकार हैं, जिनमें टाइप -2 डायबिटीज सबसे आम है। इसमें व्यक्ति का शरीर में इंसुलिन का सही उपयोग नहीं हो पाता है। डायबिटीज में को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी है, ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करना। यदि आप अपनी डाइट में कुछ बदलाव करेगें, तो इससे भी डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है। कुछ अध्ययनों की मानें, तो अच्‍छी मसल्स टाइप -2 डायबिटीज के खतरे को कम करने व रोकने में आपकी मदद कर सकती हैं। अध्ययन बताते हैं कि मसल्स बनाने से टाइप -2 के खतरे को कम कर बचाव किया जा सकता है।  

क्‍या कहती है रिसर्च 

मायो क्लिनिक प्रोसीडिंग्स पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि मांसपेशियों की ताकत टाइप -2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में फायदेमंद है। अध्ययन के लिए, 4,500 वयस्क लोगों की जांच की गई। जिसमें अध्ययन के परिणामों में सामने आया कि अच्‍छी मसल्‍स से टाइप -2 डायबिटीज के खतरे में 32 प्रतिशत की कमी आई है। डायबिटीज के लिए मसल्‍स ट्रेनिंग के साथ आपको कुछ वार्म-अप एक्‍सरसाइज करने की जरूरत है। कुछ समय बाद आप स्‍ट्रेंथ ट्रेनिंग जारी रखें और उसके साथ कोशिश करे कि किसी कुशल ट्रेनर की देखरेख में मसल्‍स ट्रेनिंग करें। 

पौष्टिक व फाइबरयुक्‍त आहार का सेवन 

प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से डायबिटीज के साथ-साथ कई और गंभीर बीमारियों का खतरा होता है, यह दिल, लिवर और डायबिटीज जैसे रोगों के खतरे को और अधिक बढ़ा सकता है। प्रोसेस्ड फूड का सेवन हृदय संबंधी रोगों, मोटापे और त्वचा संबंधी समस्‍याओं को बढ़ाता है। इसलिए इसके बजाय स्‍वस्‍थ व पौष्टिक आहार को चुनें। यदि आप डायबिटीज के रोगी हैं, तो आपको फाइबरयुक्‍त आहार सेवन की सलाह दी जाती है। फाइबरयुक्‍त आहार का सेवन करने से डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। यह आपके दिल को स्वस्थ रखने के साथ आपके वजन को कम करने में भी मददगार है। क्‍योंकि फाइबरयुक्‍त आहार के सेवन से आपकी भूख लंबे समय तक शांत रहती है। 

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वजन को कंट्रोल रखें 

आपका बढ़ता वजन या अधिक वजन आपके लिए मुश्‍किलें पैदा कर सकता है। मोटापा न केवल डायबिटीज, बल्कि इसके आलावा भी कई अन्‍य बीमारियों को जन्‍म देता है। मोटापे के कारण डायबिटीज का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसलिए जब भी आपको ऐसा लगे आपका वजन बढ़ रहा है, तो उसे कंट्रोल करें। वजन कम करने और कंट्रोल रखने के लिए शारीरिक गतिविधियों के साथ आप एक्‍सरसाइज भी जरूर करते रहें। इससे आपका वजन कंट्रोल में रहेगा और आप फिट रहेंगे। अधिक वजन होने से आपके शरीर की इंसुलिन की प्रतिक्रिया प्रभावित हो सकती है, जो डायबिटीज होने का एक प्रमुख कारण बनता है। 

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