आमलकी (Amalaki) आयुर्वेद में कई रोगों के इलाज में इस्तेमाल होता है। आमलकी मुख्य रूप से आंवला है, जिससे कई तरह के रसायन तैयार किए जाते हैं। ये विटामिन सी, अमीनो एसिड, पेक्टिन, टैनिन और गैलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है, जो कि कई संक्रामक बीमारियों से बचाव में मदद करता है। अमलाकी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक, एंटीफंगल, एंटीवायरल जैसे हीलिंग गुण भी होते हैं, जो कि पित्त को कम करने वाला है। आमलकी से आप रसायन या भी कोई चूर्ण अपने घर पर भी बना सकते हैं। इसे आंवला, पलाश, घी और शहद आदि को मिला कर बनाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को कई फायदे मिलते हैं तो, आइए जानते हैं आमलकी रसायन के फायदे (amalaki rasayan benefits) और उससे पहले जानते हैं आमलकी रसायन बनाने का तरीका।
आमलकी रसायन बनाने का तरीका-How to make amalaki rasayana at home
आमलकी रसायन आंवला पाउडर को ताजे आंवले के रस में मिला कर बनाया जाता है। इसके लिए आंवला के चूर्ण को ताजे आमलकी के रस के साथ 7 दिनों तक रोजाना 8 घंटे के लिए ट्रीट्यूरेट किया जाता है। घर पर बनाने के लिए
- -3 किलो आंवला चूर्ण लें
- - 100 ग्राम पिप्पली चूर्ण इसमें डालें
- - अब इन दोनों को मिला कर आंवला जूस में डाल लें।
- - 7 दिनों के लिए छाया में सूखने के लिए छोड़ दें।
- -अब इसे गाय का घी, मिश्री या शुद्ध शहद में मिला कर इसका सेवन करें।
आमलकी रसायन के फायदे-Amalaki rasayan benefits
1. पित्त शांत करता है
आमलकी रसायन पित्त को शांत करने के लिए जाना जाता है। ये पेट के पीएच को बैलेंस करता है और एसिड रिफ्लक्स (GERD) के लक्षणों में कमी लाता है। साथ ही जिन लोगों को सोने के बाद गैस की समस्या होती है, उनके लिए भी ये बहुत फायदेमंद है। रोजाना खाना खाने के बाद इसे खाना आपके पाचन क्रिया को सही रखता है और एसिडिटी होने से रोकता है।
इसे भी पढ़ें : सिर दर्द, गले के इंफेक्शन जैसी इन 5 समस्याओं में फायदेमंद है अरहर के पत्ते, जानें इस्तेमाल का तरीका
2. कोलेस्ट्रॉल कम करता है
आमलाकी को हाइपरलिपिडिमिया को रोकने में मदद करता है। ये असामान्य रूप से खून में बढ़े लिपिड (वसा) को कम करता है। साथ ही रेगुलर इसे लेने वालों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स की मात्रा भी काफी कम होती है। इसके लिए आप रोज खाने के बाद आमलाकी को गर्म पानी के खा सकते हैं।
3. बालों की समस्या
बालों सभी तरह की समस्यायें, जैसे बालों का झड़ना और गंजेपन में भी ये बहुत फायदेमंद है। आमलकी फल और त्रिफला को पानी मिलाकर भीगो कर रखें। फिर इसे 2 घंटे बाद हाथों से मैश करते हुए इसका लेप तैयार कर लें। इस लेप को सिर में लगाने से बालों की कई समस्या दूर हो जाती हैं।
4. शरीर को डिटॉक्स करता है
आमलकी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। ये गुण शरीर से हानिकारक तत्वों को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं। इसे लेने से जहां आपका पेट साफ रहता है वहीं ये शरीर से वेस्ट चीजों को बाहर निकाल कर शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने में मदद करता है। ये खून की सफाई करता है, जिससे आप अंदर से निखरता हुआ चेहरा पा सकते हैं। इसलिए आप इससे फेस मास्क बना कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें : छुईमुई या लाजवंती का पौधा है कई रोगों का कारगर आयुर्वेदिक इलाज, जानें इसके इस्तेमाल के तरीके
5. ज्यादा प्यास लगने पर
अधिक से अधिक पानी का सेवन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अगर बहुत अधिक प्यास लगे तो इसे काबू करना जरूरी है। इसके लिए आमलकी फल के 2 से 4 ग्राम चूर्ण में 5 से 10 ग्राम शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार सेवन करें। इससे तेज प्यास लगना खत्म हो जायेगा।
6. महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
आमलकी महिलाओं की समस्याओं को दूर करता है। ये महिलाओं में कमजोरी या पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। इसके लिए एक चम्मच आमलकी रसायन और एक चम्मच च्यवनप्राश पेस्ट एक साथ मिलाकर रोज लें। ये आपकी इम्यूनिटी बूस्ट करेगा।
इन सबके अलावा आमलकी शरीर की शक्ति बढ़ाने, दिमाग तेज करने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने में मददगार है। इससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है जिसके कारण बीमारियों के होने का खतरा कम रहता है। आमलकी का प्रयोग रेगुलर ना करें और इस लेने से पहले एक बार आयुर्वेद के विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
Image Source-Amazon.in and Everypixel
Read more articles on Ayurveda in Hindi
Read Next
छुईमुई या लाजवंती का पौधा है कई रोगों का कारगर आयुर्वेदिक इलाज, जानें इसके इस्तेमाल के तरीके
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version