Joint Pain During Winter: सर्द‍ियों में जोड़ों का दर्द दूर कर सकती है हल्‍दी, जानें इस्‍तेमाल के 4 तरीके

Joint Pain Treatment: सर्दियों में जोड़ों का दर्द सताए, तो हर घर में पाई जाने वाली हल्‍दी का इस्‍तेमाल करें। जानें प्रयोग का सही तरीका। 
  • SHARE
  • FOLLOW
Joint Pain During Winter: सर्द‍ियों में जोड़ों का दर्द दूर कर सकती है हल्‍दी, जानें इस्‍तेमाल के 4 तरीके


Joint Pain in Winter: सर्दियों में ऑस्‍ट‍ियोअर्थराइट‍िस और रुमेटाइड गठ‍िया जैसी बीमार‍ियों से पीड़‍ित लोगों की समस्‍या बढ़ जाती है। सर्दियों के मौसम में एटमॉसफेर‍िक प्रेशर यानी वातावरण में कम दबाव होता है। इसके कारण जोड़ों में सूजन बढ़ जाती है। ये सूजन, नसों में खि‍ंचाव बढ़ाता है और आपको दर्द महसूस होता है। कई बार अनुवांश‍िक कारणों से हड्ड‍ियों में कमजोरी होती है और ठंड में ज्‍यादा दर्द होता है। इसके अलावा ठंड के द‍िनों में बासी खाने के कारण भी जोड़ों में दर्द (Joint Pain in Hindi) की समस्‍या होती है। सर्द‍ियों में हमारे शरीर में मौजूद कोश‍िकाएं स‍िकुड़ती हैं। इससे जोड़ों के पास की हड्ड‍ियां कठोर हो जाती हैं। कठोर होने के कारण जोड़ों का लचीलापन कम हो जाता है। रक्‍त की धमन‍ियां, संकुच‍ित होने के कारण शरीर के विभिन्न अंगों तक ब्लड, ऑक्‍सीजन की आपूर्ति‍ ठीक से नहीं हो पाती है। ठंड के द‍िनों में जोड़ों के दर्द को कम करने के ल‍िए हल्‍दी का इस्‍तेमाल (Haldi Use in Hindi) कर सकते हैं। इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। हल्‍दी का सेवन और इस्‍तेमाल करने से जोड़ों का दर्द दूर होता है। इस लेख में हम जानेंगे जोड़ों का दर्द दूर करने के ल‍िए हल्‍दी को इस्‍तेमाल करने के 4 तरीके। 

haldi for joint pain in hindi

जोड़ों के दर्द के ल‍िए हल्‍दी क्‍यों है फायदेमंद?

हल्‍दी में एंटीऑक्‍सीडेंट गुण मौजूद होते हैं। इससे शरीर के फ्री रेड‍िकल्‍स को खत्‍म करने में मदद म‍िलती है। हल्‍दी में एंटीबैक्‍टीर‍ियल और एंटीफंगल गुण मौजूद होते हैं। हल्‍दी में प्रोटीन, व‍िटाम‍िन सी, व‍िटाम‍िन के, फाइबर, पोटैश‍ियम, कैल्‍श‍ियम, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम और ज‍िंक भी मौजूद होता है। हल्‍दी में करक्‍यूम‍िन पाया जाता है। सर्द‍ियों में घुटने या जोड़ों के दर्द (Joint Pain in Winter) को दूर करने के ल‍िए ये एक जरूरी तत्‍व है।

1. हल्‍दी के पानी का इस्‍तेमाल 

जोड़ों के दर्द का इंस्‍टैंट इलाज चाह‍िए, तो हल्‍दी के पानी में पैर और हाथ डुबोकर रखें। हल्‍दी दर्द-न‍िवारक होती है। पानी को तैयार करने के ल‍िए पहले उसे गरम करें फ‍िर उसमें पानी की मात्रा के मुताब‍िक हल्‍दी म‍िलाएं। इस पानी में पैर और हाथ डुबोकर रखने से आराम मि‍लता है। जोड़ों के दर्द और सूजन से भी छुटकारा म‍िलता है। 

इसे भी पढ़ें- ठंड के मौसम में जुकाम होने पर आराम दिलाएगा जीरे का चूर्ण, जानें प्रयोग का तरीका

2. हल्‍दी का तेल 

हल्‍दी का तेल जोड़ों के दर्द का असरदार इलाज है। वैसे तो ये तेल बाजार में आसानी से म‍िल जाता है। लेक‍िन इसे घर पर तैयार करना भी आसान है। हल्‍दी का तेल बनाने के ल‍िए हल्‍दी के पाउडर को भून लें। भुने पाउडर को नार‍ियल या बादाम तेल के साथ उबालें। हल्‍दी का अर्क तेल में म‍िल जाए, तो गैस बंद करके तेल को हल्‍का ठंडा होने दें। इस तेल से सुबह-शाम माल‍िश करें, तो आराम म‍िलेगा।    

3. हल्‍दी का दूध प‍िएं 

जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो सर्दि‍यों में हल्‍दी वाले दूध का सेवन करना चाह‍िए। हल्‍दी का दूध बनाने के ल‍िए करीब 120 म‍िली दूध में 1 टीस्‍पून हल्‍दी म‍िलाएं। उसमें अदरक, दालचीनी और काली म‍िर्च पाउडर भी म‍िला सकते हैं। इस पौष्‍ट‍िक दूध का सेवन करने से अच्‍छी नींद आएगी और जोड़ों के दर्द से छुटकारा म‍िलेगा।

4. हल्‍दी का पेस्ट बनाएं 

हल्‍दी का इस्‍तेमाल करने के ल‍िए हल्‍दी के पेस्‍ट को तैयार करें। हल्‍दी का पेस्‍ट बनाने के ल‍िए एक कटोरी में हल्‍दी पाउडर के साथ थोड़ा नीलग‍िरी का तेल म‍िलाएं। नीलग‍िरी का तेल और हल्‍दी दोनों में ही एंटीइंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं ज‍िससे दर्द को कम क‍िया जा सकता है। इस पेस्‍ट को जोड़ों पर लगाकर माल‍िश करें और सूख जाने पर गुनगुने पानी से पैरों को साफ कर लें, तो आराम म‍िलेगा।         

Turmeric Benefits for Pain: जोड़ों का दर्द दूर करने के ल‍िए हल्‍दी का काढ़ा या दूध का सेवन करें। हल्‍दी के पानी में हाथ-पैर डुबोकर बैठना भी फायदेमंद होता है। दर्द दूर करने के ल‍िए हल्‍दी के तेल की माल‍िश भी कर सकते हैं।    

Read Next

किडनी इंफेक्शन होने पर आजमाएं ये 5 घरेलू उपाय, जल्द मिलेगी राहत

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version