हर एक शिशुओं का विकास अलग-अलग तरीके से होता है। कुछ बच्चों का विकास तेजी से होता है। वहीं, कुछ बच्चों का विकास तुलनात्मक रूप से कम होता है। इसलिए हर माता-पिता को यह चिंता बनी रहती है कि उनके बच्चे का विकास सही से हो रहा है या नहीं। लेकिन आपको इन सभी बातों के अलावा इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि बढ़ते हुए बच्चों के शारीरिक विकास में किस तरह के बदलाव हो रहे हैं। साथ ही आपके बढ़ते बच्चे किस तरह की परेशानियों का सामना कर रहे हैं। जैसे- दांत निकलते समय अधिकतर बच्चों को दस्त का सामना करना पड़ता है, इसके अलावा बढ़ते बच्चों को इंफेक्शन और बाल झड़ने (Causes of hair Loss in Babies) जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
हालांकि, बाल झड़ना एक नॉर्मल समस्या है। इसलिए हम में से अधिकतर लोग बाल झड़ने की परेशानी को अनदेखा कर देते हैं। इस बारे में नोएडा स्थित न्यू हॉस्पिटल के पीडियाट्रिशियन डॉक्टर विकास कुमार अग्रवाल (Neo Hospital Pediatrician Doctor Vikas Kumar Aggarwal) बताते हैं कि जन्म के बाद 6 महीनों के अंदर शिशुओं के बाल झड़ने शुरू हो जाते हैं। यह वे बाल हैं, जिसे शिशु अपने जन्म के साथ लाता है। धीरे-धीरे यह बाल शिशुओं के झड़ जाते हैं और नए बाल आते हैं यह एक नैचुरल क्रिया है। यानि अगर 6 महीने के अंदर आपके शिशु के थोड़े-बहुत बाल गिर रहे हैं, तो यह एक नॉर्मल बात है। लेकिन अगर आपके शिशु के बर्थ हेयर के अलावा नए बाल काफी ज्यादा झड़ रहे हैं, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। अगर आपके शिशु के साथ ऐसा हो रहा है, तो तुरंत किसी डॉक्टर से सलाह लें। चलिए जानते हैं बच्चों के बाल झड़ने के क्या कारण हो सकते हैं?
बर्थ हेयर के अलावा अन्य हेयर झड़ने के कारण
शिशुओं के बाल झड़ने की समस्या नैचुरल होने के साथ-साथ कई गंभीर कारण हो सकते हैं। चलिए जानते हैं शिशुओं के बाल किन कारणों से झड़ते हैं-
इंफेक्शन
डॉक्टर बताते हैं कि टिनिया नामक फंगल इंफेक्शन की वजह से शिशुओं के बाल झड़ सकते हैं। इस इंफेक्शन की वजह से शिशुओं के सिर में काफी ज्यादा खुजली और लाल पपड़ी पड़ने लगती है।
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फिजिकल डैमेज
यदि आप अपने बच्चे का बाल काफी कस कर बांधते हैं, तो इससे उनके स्कैल्प डैमेज हो सकते हैं। जो बाल झड़ने का कारण हो सकता है।
पिट्यूटरी ग्रंथि एक्टिव न होना
पिट्यूटरी ग्रंथि एक्टिव न होने के कारण या कम एक्टिव होने की वजह से भी शिशुओों के बाल झड़ सकते हैं।
ट्रिकोटिलोमेनिया
यह एक ऐसा मेंटल कंडीशन है, जिसमें बच्चा अपने बाल खींचने लगता है। इस कंडीशन की वजह से आपके बच्चे के बाल झड़ सकते है। इसलिए अगर आपका बच्चा अपना बाल खींच रहा है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
बालों से जुड़ी समस्या
शिशु के बाल में जूं या फिर डैंड्रफ की वजह से आपके बच्चे के बाल गिर सकते हैं।
ध्यान रखें कि थोड़े-बहुत बाल झड़ना एक नॉर्मल समस्या है। हर उम्र के लोगों का थोड़ा-बहुत बाल झड़ता है। इसके लिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। लेकिन आपके बच्चे का बाल काफी ज्यादा झड़ रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बच्चों के बाल झड़ने पर क्या करें?
अगर आपके बच्चे के बाल काफी ज्यादा जड़ रहे हैं, तो उन्हें एक्स्ट्रा केयर की आवश्यकता है। आप कुछ टिप्स अपना के बच्चों के हेयर फॉल की समस्या को रोक सकते हैं। जैसे-
- इंफेक्शन से बचने के लिए नैचुरल और मेडिकेटेड शैंपू का इस्तेमाल करें।
- समय-समय पर बाल धोएं।
- बाल खींचने की आदत है, तो उन्हें समझाएं।
- गंदे हाथों से बालों को न छूने दें।
- जूं या फिर डैंड्रफ होने पर मुंडन करवाएं।
- जरूरी मेडिकल टेस्ट करवाएं।
- इसके अलावा सही इलाज के लिए किसी स्किन एक्सपर्ट या डर्मटॉलॉजिस्ट से संपर्क करें।
शिशुओं के बाल झड़ने से रोकने के लिए बचाव
- बच्चों के बाल कभी भी ज्यादा टाइट से न बांधें।
- ट्रिकोटिलोमेनिया से पीड़ित बच्चा है, तो किसी चाइल्ड स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।
- दिन में 2 से 3 बार से अधिक कंघी न करें।
- हीट का इस्तेमाल करके बच्चों का बाल न सुखाएं।
- नरम कंघी का इस्तेमाल करें।
- बिना डॉक्टर के सलाहनुसार किसी भी दवाई का सेवन न करें और न ही बच्चे को दें।
ध्यान रखें कि शिशुओं का अधिक बाल झड़ने से बड़ी उम्र में भी यह समस्या उन्हें प्रभावित कर सकती है। इसलिए समय पर शिशु का इलाज कराना जरूरी है। अगर आपके बच्चे का जरूरत से ज्यादा बाल झड़ रहा है, तो किसी अच्छे चाइल्ड स्पेशलिस्ट से संपर्क करें।
Image Credit - Pexel
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