आजकल हर कोई बाल झड़ने की समस्या से परेशान हो। यह समस्या किसी भी उम्र के पुरुष या महिला को हो रही है। आपने भी देखा होगा कि आजकल स्कूल जाने वाले बच्चे भी सफेद बाल और हेयरफॉल का शिकार हो रहे हैं। हालांकि वैसे तो इसका सबसे बड़ा कारण प्रदूषण और खराब माहौल है। लेकिन यह भी याद रखें कि आपका खानपान और लाइफस्टाइल हेयरफॉल करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाता है। डॉक्टर कहते हैं कि दिन में 100 बाल झड़ना कोई फिक्र की बात नहीं है। लेकिन आजकल लोगों को 100 नहीं बल्कि एक दिन में 200 से 250 बाल झड़ने की समस्या हो रही है। आपको बता दें कि बाल दो प्रकार से झड़ते हैं। पहला एलोपेसिया या स्पाट बाल्डनेस और दूसरा ट्राईकोटिलोमेनिया है। आज हम आपको इन दोनों के प्रकार और बाल झड़ने के लक्षण के बारे में बता रहे हैं। तो आइए जानते हैं क्यों होता है ऐसा—
क्या हैं बाल गिरने के लक्षण
- बाल गिरने का लक्षण पूरे सिर की त्वचा पर बाल विरल होने के रूप में उभरता है, लेकिन मुख्यतया शीर्ष (क्राउन) पर बाल विरल होते हैं। महिलाओं में पूरी तरह से गंजापन दुर्लभ है।
- महिलाओं के बाल कम टूटते हैं अपेक्षाकृत उन पुरूषों के जिनमें पीछे हटती हेयरलाइन या बाल्ड स्पाट उभरते हैं, महिलाओं के बाल वास्तविक हेयरलाइन के अंदर विरल हो सकते हैं जो पूरे सिर की त्वचा पर इसी प्रकार विरल हो सकते हैं।
- हालांकि गंजेपन के परिणाम महिलाओं की तुलना में पुरूषों को अधिक प्रभावित करते हैं। बालों के विभाजन का व्यापक होना और हेयरलाइन में बदलाव होना भी बालों के गिरने के लक्षण के रूप में देखा जा सकता है।
- बालों का लगातार झड़ना पुरूषों और महिलाओं दोनों में ही देखा जाने वाला एक सामान्य लक्षण है और ऐसा केवल शॉवर (स्नान) के वक्त ही नहीं होता बल्कि दिन में कभी भी होता है और इसके सबूत कपड़ों, बिस्तरों और कंघों में देखे जा सकते हैं।
- बालों का टूटना भी हालांकि महिलाओं में इसका पता लगाना विशेष रूप से कठिन होता है क्योंकि हीट उत्पन्न करने वाले जिन उपकरणों का वे अधिक प्रयोग करती हैं वे बाल टूटने के कारण बन सकते हैं।
- जब आपके बाल सामान्या से अधिक गिरने लगें तो इसका पता लगाना आसान होता है। यदि आप हार्मोन्स में किन्हीं बदलावों का अनुभव कर रहे हैं जैसे कि गर्भावस्था के समय या आपने कोई ऐसी सर्जरी कराई है, जो काफी तनाव उत्पन्न करने वाले हों जैसे कि कीमोथेरेपी तो बाल गिरने की संभावना अधिक प्रबल हो जाती है।
इन दो प्रकार से गिरते हैं बाल
एलोपेसिया या स्पाट बाल्डनेस
एलोपेसिया या स्पाट बाल्डनेस बच्चों और किशोरों को अचानक प्रभावित करता है और इसकी शुरूआत धीरे-धीरे नहीं होती। पैच में बाल गिरने के रूप में इसे देखा जा सकता है। सिर की त्वचा पर इन्फेक्शन्स या फंगल इन्फेक्शन्स के कारण बालों के गिरने को गंजेपन के छोटे पैच, सिर की त्वचा पर पपड़ी निकलने या टूटे बालों के क्षेत्र के रूप में देखा जा सकता है जो काले धब्बे से दिखते हैं। यदि पूरे शरीर पर के सभी बाल पूरी तरह से गिर जाए तो इस दुर्लभ बीमारी को एलोपेसिया यूनिवर्सलिस कहते हैं।
ट्राईकोटिलोमेनिया
ज़्यादातर बच्चों में देखी जाने वाली ट्राईकोटिलोमेनिया एक साईकोलॉजिकल डिसार्डर (मनोवैज्ञानिक गड़बड़ी) है जिसमें टूटे बालों के पैच देखने में आते हैं और सिर की त्वचा पर अधूरे ढंग से बाल गिर जाते हैं लेकिन कई बार भौहों पर भी यह देखने को मिलती है जो बालों को अनायास खींचने और रगड़ने के कारण होती है।
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