त्वचा कैंसर को बढ़ावा देने वाले जीन

शोधकर्ताओं ने त्‍वचा के कैंसर के जीन्‍स पता लगा लिया है।
  • SHARE
  • FOLLOW
त्वचा कैंसर को बढ़ावा देने वाले जीन


Twacha cancer ko badhawa dene vale gene in hindiवैज्ञानिकों ने त्वचा कैंसर के संबंध में अहम सफलता हासिल करने का दावा किया है। उन्होंने तीन नए असामान्य जीन की पहचान की है, जो त्वचा कैंसर के विकसित होने का खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं। गोरी त्वचा, नीली या हरी आंखें, सुनहरे या लाल बाल, ज्यादा तिल वाले लोगों के अलावा जिनके परिवार में त्वचा कैंसर का इतिहास रहा है, उन्हें मेलानोमा होने का खतरा ज्यादा होता है।

 

मेलानोमा त्वचा कैंसर का सबसे घातक रूप है। लीड्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के एक दल ने डीएनए से त्वचा कैंसर के संबंध को खोजने का दावा किया है। इस खोज से मेलानोमा के जोखिम से जूझ रहे लोगों के इलाज का मार्ग प्रशस्त होगा।

 

ब्रिटिश अखबार डेली एक्सप्रेस ने वैज्ञानिकों के हवाले से बताया कि यह पहला मौका है कि जब उन्होंने जींस में ऐसे कारणों को खोजा है जो व्यक्ति के बालों, त्वचा और आंखों के रंग से संबंधित नहीं है।

 

यह शोध नेचर जेनेटिक्स में प्रकाशित हुआ है। शोध के लिए वैज्ञानिकों ने मेलानोमा से पीडि़त यूरोप के तीन हजार लोगों के खून के नमूनों में जीन की जांच की। इसकी तुलना आम लोगों के रक्त के नमूनों से की गई।

 

Read Next

हार्टअटैक पीड़ितों के लिए स्टेमसेल इंजेक्शन

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version