गर्भावस्था के दौरान पेट में इंफेक्शन हो सकता है खतरनाक, जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज

गर्भावस्था के दौरान पेट में इंफेक्शन होने पर महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। जाने कारण, लक्षण और बचाव
  • SHARE
  • FOLLOW
गर्भावस्था के दौरान पेट में इंफेक्शन हो सकता है खतरनाक, जानें इसके लक्षण, कारण और इलाज


गर्भावस्था में महिलाओं को अपना ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है। इस दौरान यदि किसी भी प्रकार की समस्या हो जाए तो उसका दुष्परिणाम बच्चे की सेहत पर भी पड़ सकता है। ऐसे में महिलाएं अपनी दिनचर्या और अपनी डाइट दोनों में ऐसी चीजों को जोड़ती हैं, जिससे उनकी सेहत अच्छी बनी रहे और बच्चे का विकास भी अच्छी तरीके से हो। लेकिन हम बात कर रहे हैं प्रेगनेंसी के दौरान गैस्ट्रोएन्टराइटिस की समस्या होना। बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान कुछ महिलाएं गैस्ट्रोएन्टराइटिस यानी पेट में इन्फेक्शन का सामना करती हैं। इसे स्टमक फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान पेट में इन्फेक्शन यानी गैस्ट्रोएन्टराइटिस होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं। साथ ही कारण और बचाव के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

 

बता दें कि जब आंतों की परत में सूजन आ जाती है तो यह समस्या पेट में इन्फेक्शन यानी गैस्ट्रोएन्टराइटिस कहलाती है। यह समस्या आमतौर पर पेट में खराब बैक्टीरिया या वायरस के प्रवेश करने पर होती है। गर्भावस्था के दौरान जब महिलाएं इस तरीके के इंफेक्शन का सामना करती हैं तो परिस्थिति के गंभीर होने पर शिशु को भी नुकसान पहुंच सकता है। इससे संबंधित रिसर्च के सामने आई है। रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

गर्भावस्था के दौरान पेट में इन्फेक्शन होने के कारण

गर्भावस्था के दौरान यदि महिलाएं गैस्ट्रोएन्टराइटिस जैसी समस्या का शिकार हो जाती हैं। इसके पीछे निम्न कारण हो सकते हैं। जैसा कि हमने ऊपर भी बताया कि मुख्यतौर पर यह समस्या बैक्टीरिया और वायरस के कारण फैलती है। जब यह बैक्टीरिया खराब भोजन के सेवन से या संक्रमित पानी के माध्यम से पेट में पहुंच जाते हैं तो इन्फेक्शन या हैजा जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं और महिलाओं के लिए काफी दुखदायक भी हो सकते हैं। वहीं वायरस की बात की जाए तो कुछ वायरस ऐसे होते हैं जो पेट के इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। इन वायरसों में नोरोवायरस, एडिनोवायरस, रोटावायरस अभी आते हैं। इससे अलग कुछ और भी कारण हैं जो इस प्रकार हैं-

1 - जब महिलाएं किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आती हैं तब भी यह समस्या छूने या किसी का झूठा खाने के माध्यम से फैल सकती है।

2 - जब महिलाएं किसी फंगस से ग्रस्त हो जाती है तब भी उनके पेट में इंफेक्शन हो सकता है।

3 - गर्भवती महिलाएं संक्रमित भोजन और पानी के माध्यम से पैरासाइट के कारण इंफेक्शन का शिकार हो सकती हैं।

 इसे भी पढ़ें- प्रेगनेंसी में दाद की समस्या होने पर क्या करें? जानें इसके कारण, लक्षण और इलाज के उपाय

गर्भावस्था के दौरान पेट में इंफेक्शन होने के लक्षण

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पता होना चाहिए कि स्टमक फ्लू यानी पेट में इंफेक्शन होने के लक्षण क्या हो सकते हैं। यह लक्षण निम्न प्रकार है

1 - महिलाओं के पेट में दर्द होना।

2 - महिलाओं को उल्टी आ जाना।

3 - महिलाओं को बुखार होना।

4 - गर्भावस्था के दौरान ठंड लगना।

5 - गर्भावस्था के दौरान मतली आना।

6 - गर्भावस्था में सिर में दर्द होना

7 - महिलाओं को शरीर में ऐंठन या दुखन महसूस करना।

8 - गर्भावस्था के दौरान दस्त हो जाना।

 

गर्भावस्था के दौरान पेट के इंफेक्शन से बचाव

गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान पेट में इंफेक्शन से बच सकती हैं, यह बचाव निम्न प्रकार हैं-

1 - गर्भवती महिलाएं स्वच्छ पानी का सेवन करें।

2 - अपनी डाइट से फास्ट फूड के साथ-साथ तले हुए खाद्य पदार्थों को भी निकाल दें।

3 - अपने लिए सलाद आदि बनाने से पहले सब्जियों को 3 से 4 घंटे के लिए पानी में भिगो कर रखें। इसके अलावा गर्म पानी से सब्जियों को अच्छे से धोएं।

4 - महिलाएं पर्सनल हाइजीन पर ज्यादा ध्यान दें।

5 - अपनी डाइट में खाद्य पदार्थ को अच्छे से पका कर ही जोड़ें।

6 - सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल ना करें।

7 - अपने पर्सनल वॉशरूम को समय-समय पर साफ करें और स्वच्छता बनाए रखें।

8 - अपनी डाइट में और फलों को जरूरी पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए जोड़ें।

9 - गर्भावस्था के दौरान कैफीन जैसे कॉफी, चाय सॉफ्ट ड्रिंक आदि को ना जोड़ें।

इसे भी पढ़ें- प्रेगनेंसी में केसर खाने के फायदे, नुकसान और सावधानियां

10 - पुराने कपड़े या गंदे कपड़ों को गर्भावस्था के दौरान ना पहनें। साफ और स्वच्छ कपड़े ही पहनें।

11 - गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार का सेवन करें।

12 - गर्भावस्था में डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पिएं।

13 - अपने हाथों को अच्छे से साफ रखें।

14 - बार-बार नम वाली जगहों पर ना जाएं।

15 - बांसी खाने का सेवन ना करें। हमेशा अपनी डाइट में ताजे भोजन को जोड़ें।

16 - गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान या शराब का सेवन करने से बचें।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि गर्भावस्था के दौरान स्टमक में फ्लू की समस्या यानी पेट में इंफेक्शन की समस्या होने पर बच्चे कि सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में महिलाएं कुछ तरीकों को अपनाकर इस समस्या से बच सकती हैं। साथ ही महिलाओं को इसके कारण और लक्षणों के बारे में भी पता होना जरूरी है। बता दें कि आम व्यक्ति और गर्भवती महिला में लक्षण और कारण दोनों सामान हो सकते हैं। ऐसे में सतर्कता बरतने की जरूरत है। किसी के कहने पर अपनी डाइट में या दिनचर्या में बदलाव ना करें। बदलाव करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

इस लेख में फोटोज़ FREEPIK से ली गई हैं। 

Read More Articles on women health in hindi

Read Next

ड‍िलीवरी के बाद वजन बढ़ने और बॉडी शेप खराब होने का सता रहा है डर? जानें इस डर से उबरने के 6 तरीके

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version