गर्भवती महिलाओं को साफ सफाई का ज्यादा ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिसके कारण वे जल्दी किसी भी संक्रमण के संपर्क में आ सकती हैं। आज हम बात कर रहे हैं प्रेगनेंसी के दौरान दाग होने की (ringworm during pregnancy)। जब महिलाओं की त्वचा पर रिंग की तरह लाल चकत्ते नजर आने लगते हैं तो उसे दाद कहा जाता है। दाद को इंग्लिश में रिंगवॉर्म के नाम से जानते हैं। वहीं अगर मेडिकल भाषा में दाद की बात की जाए तो इसे टीनिया के नाम से भी जानते हैं। ये समस्या कंधे, बाजू, चेहरा, कमर आदि किसी भी हिस्से पर हो सकती है। कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान दाद का सामना करती हैं। ये समस्या उनके और उनके बच्चे के लिए कितनी आम है और कितनी गंभीर है इसके बारे में पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि यदि महिलाएं गर्भावस्था के दौरान इस समस्या का सामना करें तो इसके पीछे क्या कारण होते हैं। साथ ही इसके लक्षण और उपचार के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
प्रेगनेंसी के दौरान दाद होने के कारण
प्रेगनेंसी के दौरान यदि किसी महिलाओं को दाद की समस्या हो जाए तो उसके पीछे निम्न कारण हो सकते हैं-
1 - दाद फंगस के माध्यम से होने वाली समस्या है। यह इसका मुख्य कारण है। वहीं यह फंगस भी कई प्रजाति के रूप में मौजूद है। खासकर तीन मुख्य प्रजातियां हैं जो दाद की समस्या को पैदा कर सकती हैं- माइक्रोस्पोरम, ट्राईकोफाइटन, एपिडेरमोफाइटन आदि फंगस की प्रजातियां हैं।
2 - जब महिलाएं किसी पालतू जानवर के संपर्क में आ जाते हैं तब ये समस्या हो सकती है।
3 - जब महिलाएं किसी व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तब भी यह समस्या हो सकती है।
4 - संक्रमित नम स्थान को छूने से भी इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें- गर्भावस्था के दौरान नाक से खून आने के 9 कारण, जानें बचाव के उपाय
प्रेगनेंसी के दौरान दाद होने के लक्षण
प्रेगनेंसी के दौरान जब महिलाओं को त्वचा संबंधी समस्या होती है तो निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं। यह लक्षण निम्न प्रकार हैं-
1 - त्वचा का लाल हो जाना।
2 - त्वचा का फटा हुआ नजर आना।
3 - त्वचा पर पपड़ी जमना।
4 - त्वचा में खुजली महसूस करना।
5 - त्वचा पर छोटे छोटे दाने हो जाना।
6 - आसपास के हिस्से के बाल झड़ जाना।
7 - त्वचा में जलन महसूस करना।
8 - स्किन का रूखा होना।
9 - त्वचा का खुदरा हुआ होना।
गर्भावस्था के दौरान दाद से बचाव
1 - गर्भवती महिलाएं अपने आसपास सफाई रखें।
2 - हाथ पैरों को समय-समय पर धोते रहें।
3 - अपनी त्वचा को सूखा रखें।
4 - ज्यादा टाइट जूतों का चुनाव ना करें।
5 - सार्वजनिक शौचालय का प्रयोग करने से बचें।
6 - सार्वजनिक शौचालय में नंगे पैर ना जाएं।
7 - पालतू जानवरों के संपर्क में आने से बचें। या जब भी किसी पालतू जानवर को छुएं तो अपने हाथों को साबुन से धोएं।
8 - अपने पर्सनल कपड़े और मौजों को समय-समय पर धोते रहें।
9 - गर्भावस्था के दौरान किसी दूसरे के तौलिये और चादर का इस्तेमाल ना करें।
10 - अपने हाथ पैरों के नाखूनों को ज्यादा ना बढ़ाएं।
इसे भी पढ़ें- प्रेगनेंसी में एक्जिमा त्वचा रोग होने के कारण, लक्षण और इलाज
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिलाओं को दाद हो जाए तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में महिलाओं को साफ सफाई रखना बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए लक्षण यदि गर्भवती महिलाओं को नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इससे अलग किसी अन्य के कहने पर अपनी डाइट में या अपनी दिनचर्या में बदलाव ना करें।
इस लेख में फोटोज़ Shutterstock से ली गई हैं।
Read More Articles on women health in hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version