ताजा फलों और सब्जियों को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। और जब इन्हीं चीजों को डिब्बाबंद या फ्रोजन रूप में पेश किया जाता है और एक जनमानस के दिमाग में कई प्रकार की आशंकायें होती हैं। क्या ये सेहतमंद हैं, क्या इन्हें खाने से हमें फलों और सब्जियों के वही लाभ मिलेंगे जो ताजा फलों में मिलते हैं। जागरुक उपभोक्ता होने के नाते आपको इन सब बातों पर विचार करना ही चाहिए।
जब बात फल और सब्जियां खरीदने की आती है, तो एक उपभोक्ता होने के नाते आप कई पहलुओं पर विचार करते हैं। इनमें कीमत और पोषक तत्व भी मायने रखते हैं। अमेरिका स्थित अकेडमी फॉर न्यूट्रीशिन एंड डायटेटिक्स का कहना है कि फल और सब्जियां चाहे- ताजी हों, फ्रोजन हों, डिब्बाबंद हों या फिर सूखे, हर हाल में सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।
चलिये जानते हैं कि आखिर आप अपने फलों और सब्जियों से ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्व कैसे हासिल कर सकते हैं। और किस प्रकार के फलों और सब्जियों को खरीदते समय आपको किन सावधानियों का खयाल रखना चाहिए।
डिब्बाबंद फल और सब्जियां
डिब्बाबंद फलों और सब्जियों को जूस के रूप में अधिक इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे उत्पादों की खरीदारी करते समय आपको पैकेट पर कुछ जरूरी दिशा-निर्देशों को जरूर पढ़ना चाहिए। आपको देखना चाहिए कि डिब्बे पर 'पैक्ड इन इट्स ओन जूस', 'ताजा जूस' और 'नो एडेड' शुगर जैसी बातें लिखी हों। जूस में भी पैक किये गए फलों में सिरप के तौर पर पैक किये गए फलों के मुकाबले कम चीनी और कैलोरी होती है।
इसके साथ ही अगर आप अपने आहार में नमक की मात्रा कम करने का विचार कर रहे हैं तो आपको यह भी देख लेना चाहिए कि उस डिब्बाबंद फल अथवा सब्जी में कहीं अतिरिक्त नमक तो नहीं मिलाया गया। आपको डिब्बे पर इसके दिशा-निर्देश जरूर पढ़ लेने चाहिए।
यदि आप इन डिब्बाबंद फलों और सब्जियों के स्वाद और पौष्टिकता का पूरा आनंद लेना चाहते हैं, तो इन्हें खोलने के बाद जल्द से जल्द इनका इस्तेमाल कर दें।
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फ्रोजन
फ्रोजन सब्जियां खरीदते समय आपको वसा और कैलोरी का पूरा ध्यान रखना चाहिए। आपको ऐसे फलों और सब्जियों को चुनना चाहिए जिनमें वसा और कैलोरी की मात्रा कम हो। इसके लिए आप उनके लेबल पर देखिये। फ्रोजन फ्रूट कई वैरायटी में आते हैं। तो इनकी खरीदारी से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ लें। कहीं ऐसा न हो कि वक्त बचाने के चक्कर में आप नाहक ही अतिरिक्त कैलोरी का सेवन कर रहे हों।
सूखे फल
सूखे फलों में फाइबर काफी मात्रा में होता है। इसके साथ ही इनमें विटामिन ए और सी के साथ-साथ पोटेशियम की भी प्रचुर मात्रा होती है। लेकिन, इनका सेवन थोड़ी मात्रा में ही किया जाना चाहिए। कुछ सूखे फलों को सुरक्षित रखने के लिए उनमें चीनी मिलायी जाती है, इसलिए उन्हें खरीदने से पहले लेबल जरूर ध्यान से पढ़ लें। यदि आप किसी खास तत्व को लेकर संवदेनशील हैं तो लेबल को ध्यान से पढ़कर इस बात की पुष्टि कर लें कि कहीं उन सूखे फलों में वह तत्व तो नहीं मिलाया गया है।
ये फल स्नैक्स के तौर पर इस्तेमाल किये जा सकते हैं। साथ ही इन्हें सलाद, पेनकेक्स, रोटी के साथ और दलिये के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है। इससे आपको स्वाद और सेहत का सही मेल मिलेगा। इसके साथ ही स्वस्थ और पौष्टिक भोजन विकल्पों के लिए आप अपने डायटीशियन से भी बात कर सकते हैं।