बार-बार होते हैं मूड स्‍व‍िंग्स? जरूर ट्राई करें ये 5 उपाय

पल-पल बदल जाता है मूड, तो ये हो सकते हैं मूड स्‍व‍िंग्‍स के लक्षण। जानें क्‍या है उपाय।
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बार-बार होते हैं मूड स्‍व‍िंग्स? जरूर ट्राई करें ये 5 उपाय


व्‍यवहार में अचानक बदलाव आने को ही मूड स्‍व‍िंग्स कहते हैं। कई लोगों को बार-बार मूड स्‍व‍िंग्स होने की समस्‍या होती है। जो लोग जल्‍दी-जल्‍दी मूड स्‍व‍िंग्स का श‍िकार होते हैं, उनका काम और न‍िजी ज‍िंदगी व्‍यवहार के कारण प्रभाव‍ित हो सकती है। मूड स्‍व‍िंग्स होने पर शरीर में ऊर्जा कम हो जाती है, व्‍यक्‍त‍ि एक्‍ट‍िव नजर नहीं आता, आत्‍मव‍िश्‍वास में कमी हो जाती है। इसके अलावा व्‍यवहार में च‍ि‍ड़च‍ि‍ड़ापन, भूख कम या ज्‍यादा लगना, अन‍िद्रा की समस्‍या हो सकती है। बार-बार मूड स्‍व‍िंग्स के कई हो सकते हैं जैसे नींद न पूरी होना, आराम न कर पाना, काम का प्रेशर ज्‍यादा होना आद‍ि। आपका मूड भी पल-पल में बदल जाता है, तो कुछ आसान उपायों की मदद ले सकते हैं। इनके बारे में हम आगे बात करेंगे।     

mood swing treatment  

1. फाइबर र‍िच फूड्स का सेवन  

तनाव, च‍िंता, मूड स्‍व‍िंग्स की समस्‍या को दूर करने के ल‍िए ताजे फले और सब्‍ज‍ियों का सेवन करें। इनमें फाइबर की अच्‍छी की मात्रा होती है। इसके अलावा खाने में व‍िटाम‍िन सी की मात्रा बढ़ाएं। व‍िटाम‍िन सी की मदद से शरीर को ऊर्जा म‍िलती है। मूड स्‍व‍िंग्स या तनाव कम करने के ल‍िए खाने में मैग्नीशियम की मात्रा भी बढ़ानी चाह‍िए।

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2. डीप ब्रीद‍िंग 

डीप ब्रीद‍िंग की मदद से मूड स्‍व‍िंग्स की समस्‍या से बच सकते हैं। एक शांत जगह पर ध्‍यान की मुद्रा में बैठ जाएं। गहरी सांस लें और धीरे से छोड़ें। 10 से 12 बार इसे दोहराएं। कसरत की मदद से भी मूड स्‍व‍िंग्स को ठीक क‍िया जा सकता है। बार-बार मूड स्‍व‍िंग्स हो रहे हैं, तो एक लंबी वॉक पर जाएं।

3. 7 से 8 घंटे की नींद लें  

बार-बार हो रहे मूड स्‍व‍िंग्स से बचने के ल‍िए स्‍लीप साइक‍िल पूरी करें। नींद न पूरी कर पाने के कारण पल-पल में मूड बदल जाता है। आपको रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करनी चाह‍िए। नींद न पूरी होने के कारण स्‍वभाव में च‍िड़च‍िड़ापन, बेवजह गुस्‍सा आना जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं।

4. पानी का सेवन करें 

अक्‍सर मूड स्‍व‍िंग्स के लक्षणों को महसूस करते हैं, तो पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करें। पानी के अलावा शरीर को हाइड्रेट रखने के ल‍िए नार‍ियल पानी, नींबू पानी, फलों का रस, सब्‍ज‍ियों के रस का सेवन भी कर सकते हैं। ड‍िहाड्रेशन के कारण भी बार-बार मूड स्‍व‍िंग्स की समस्‍या हो सकती है।

5. सकारात्‍मक माहौल बनाएं 

मूड स्‍व‍िंग्स से बचने के ल‍िए अपने आसपास का माहौल पॉज‍िट‍िव बनाएं। नकारात्‍मक ऊर्जा के आसपास रहने का बुरा असर मूड पर पड़ता है। अपने आसपास सफाई रखें। माहौल को अच्‍छा बनाने के ल‍िए अच्‍छी खुशबू और ताजी हवा के बीच रहें।    

बार-बार मूड स्‍व‍िंग्स होना एक बड़ी समस्‍या की शुरुआत हो सकती है इसल‍िए इन उपायों से काम न बने या लक्षण बढ़ने लगें, तो अपने डॉक्‍टर से सलाह लेना न भूलें।

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