पिछले कई महीनों से बीमार देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बृहस्पतिवार को अंतिम सांस ली। उन्हें एम्स (AIIMS) में लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था। एम्स की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांसे ली। पिछले 36 घंटे में उनकी सेहत बिगड़ी थी। उनके निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर उनके निधन की जानकारी देने के साथ ही शोक व्यक्त किया है।
इन जानलेवा बीमारियों से थे पीडि़त
अटल बिहारी वाजपेयी को गुर्दा (किडनी) की नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण आदि समस्याओं के चलते 11 जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। वह मधुमेह से भी पीड़ित थे। उनका एक ही गुर्दा काम करता था। इसके अलावा अटल बिहारी डिमेंशिया से भी पीड़ित थे।
उम्र बढ़ने के साथ बढ़ती गई बीमारी
आपको बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी अपने कार्यकाल के दौरान घुटनों का ऑप्रेशन करवाया था। उम्र के एक पड़ाव में आकर जब उन्होंने राजनीति से सन्यास लिया उसके बाद उन्हें कई तरह की बीमारियों ने जकड़ लिया था। किडनी, श्वसन नली, मूत्रनली में संक्रमण के अलावा वह डिमेंशिया से पीड़ित थे। डिमेंशिया याददाश्त से जुड़ी एक बीमारी है जो एक उम्र के बाद व्यक्ति को प्रभावित करती है।
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