आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग दिनभर के काम के बाद थकावट और मानसिक तनाव महसूस करते हैं। घर आने पर साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए हाथों को सभी लोग धोते हैं, लेकिन पैर धोने की आदत को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। आयुर्वेद में घर आने के बाद पैर धोने को दिनचर्या का हिस्सा माना गया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे न केवल सफाई बनी रहती है, बल्कि मानसिक शांति और तनाव को दूर करने में भी मदद मिलती है। दरअसल, जब हम बाहर जाते हैं तो हमारे पैर धूल, गंदगी और बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं। ऐसे में घर आते ही पैर धोने से गंदगी साफ हो जाती हैं, जिससे पैरों की त्वचा हेल्दी रहती है और इंफेक्शन का खतरा भी कम हो जाता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा, घर आने के बाद पैर धोने के फायदों के बारे में बता रहे हैं।
आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या क्या है?
डॉक्टर श्रेय बताते हैं कि आयुर्वेद में हेल्दी और दीर्घायु जीवन के लिए दिनचर्या का पालन करना जरूरी बताया गया है। यह दिनचर्या न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य में भी संतुलन बनाए रखने में भी सहायक होती है। सुबह जल्दी उठना, स्नान करना और ध्यान करना मानसिक शांति प्रदान करता है। इसी तरह, सही समय पर भोजन और एक्सरसाइज करने से शरीर एनर्जेटिक रहता है।
घर आने के बाद पैर धोने के फायदे
1. आयुर्वेद में शरीर की सफाई के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन बनाए रखने पर जोर दिया जाता है। जब आप घर आते हैं तो बाहरी वातावरण से संपर्क के कारण धूल, गंदगी और नेगेटिव एनर्जी आपके साथ आती है। पैर धोने से न केवल शारीरिक गंदगी साफ होती है, बल्कि इससे नेगेटिव एनर्जी भी दूर होती है, जिससे आपके मन शांत होता है और ताजगी महसूस होती है।
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2. आयुर्वेद के अनुसार, पैरों को धोने से आपके शरीर में जमा तनाव और थकान को कम किया जा सकता है। दिनभर काम करने के बाद कई लोगों को सिरदर्द और थकान महसूस होती है। पैरों को ठंडे पानी से धोने से नसों में ब्लड फ्लो तेज होता है, जिससे आपको राहत मिल सकती है।
3. पैरों को नियमित धोने से आप बैक्टीरिया और फंगस के कारण होने वाली त्वचा की समस्याओं से बच सकते हैं। इससे पैर की त्वचा साफ और हेल्दी रहती है, और फंगल इंफेक्शन की संभावना कम होती है।
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4. आयुर्वेद में शरीर और मन का गहरा संबंध माना गया है। पैर धोने से न केवल शारीरिक लाभ होते हैं, बल्कि यह मानसिक शांति भी मिलती है। जब आप पैरों को ठंडे पानी से धोते हैं, तो इससे ताजगी का अहसास होता है और आपकी मानसिक थकान दूर हो जाती है। यह एक तरह से ध्यान (मेडिटेशन) के समान होता है, जो आपके मन को शांत करता है।
पैर धोने का सही तरीका
आयुर्वेद में पैर धोने के कुछ विशेष नियम बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप इस प्रक्रिया के अधिक लाभ उठा सकते हैं। जब भी आप घर आएं, सबसे पहले अपने हाथों के साथ पैर धोएं। गर्मी के दिनों में ठंडे पानी से और सर्दियों में गुनगुने पानी से पैर धोना बेहतर होता है। इसके अलावा आप पैरों को धोते समय केमिकल फ्री साबुन या आयुर्वेदिक साबुन का उपयोग करें ताकि पैर अच्छे से साफ हो सकें।
निष्कर्ष
घर आने के बाद पैर धोना एक अच्छी आदत है। यह न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर करता है। इसलिए, अपनी दिनचर्या में इस आदत को शामिल करें और इसके फायदों को महसूस करें।
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