कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जरूरी है कि हमारी रोग प्रतिरोग क्षमता मजबूत हो। कोरोना ने हमें यह सिखा दिया है कि मजबूत इम्युनिटी सिस्टम कितना जरूरी है। ऐसे में किसी तरह के सप्लीमेंट लेने से बेहतर है कि आप किचन में रखी इन सामाग्रियों का इस्तेमाल करें। आपकी किचन में रखा लहसुन, आंवला और शहद आपकी इम्युनिटी बढ़ाने में बहुत कारगर होगा। नमामी लाइफ में न्युट्रीशनिस्ट डॉ. शैली तोमर का कहना है कि खाली पेट लहसुन, आंवला या शहद खाने से सिर्फ इम्युनिटी ही नहीं बल्कि कोलेस्ट्रोल लेवल भी बेहतर होता है। इसके अलावा सर्दी, खांसी, जुकाम से भी निजात मिलती है। पर ध्यान रहे कि इन सामग्रियों का जरूरत से ज्यादा सेवन कई नुकसान भी दे सकता है। तो आइए डॉ. शैली से जानते हैं कि आंवला, लहसुन और शहद का सेवन खाली पेट कैसे करना है और कितनी मात्रा में करना है। साथ ही जानेंगे इनके सेवन के फायदे।
खाली पेट लहसुन खाने के फायदे
कोलेट्रोल लेवल मेंटेन करे
डॉ. शैली का कहना है कि लहसुन खाने कई फायदे मिलते हैं। वे बताती हैं कि रोज सुबह खाली पेट लहसुन की एक क्लोव खाने से कोलेस्ट्रोल लेवल मेंटन रहता है। इससे करीब 10 फीसद तक कोलेस्ट्रोल कम होता है। पर ध्यान रहे कि कच्चा लहसुन खाएं। इसका पाउडर न खाएं। क्योंकि लहसुन के पाउडर में वे सभी गुण नहीं होते हैं जो कच्चे लहसुन में होते हैं।
डॉक्टर शैली का कहना है कि खाली पेट सुबह कच्चा लहसुन की एक क्लोव खाई जा सकती है। इसके अलावा कच्चे लहसुन की एक क्लोव नींबू पानी के साथा खाने से हाई कोलेस्ट्रोल के मरीजों को बहुत लाभ मिलता है।
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ब्लड प्रेशर नियंत्रित करे
खाली पेट लहसुन खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है। इससे बॉडी में निट्रीक ऑक्साइड बनते हैं जो शरीर की ब्लड वेसेल को रिलैक्स करते हैं और इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है। लहसुन हाइपरटेंशन में भी मददगार है।
एंटी बैक्टिरियल गुण
लहसुन में एसिसिन नामक एंटी बैक्टिरियल कंपाउंड होता है जो करीब 100 तरीके के बैक्टीरिया को मारने में मददगार होता है। एलिसिन कई तरह के वायरस से लड़ने में भी मददगार होता है। सुबह खाली पेट लहसुन खाने शरीर के कई तरह के हानिकारक बैक्टीरिया को मारते हैं। लहसुन मौसमी फ्लु, जुकाम और सीजन के अनुसार होने वाली एलर्जी को दूर रखता है।
ब्लड ग्लुकोज का नियंत्रण
खाली पेट कच्चा लहसुन खाने से ब्लड ग्लुकोज लेवल नियंत्रित रहता है। टाइप 2 डायबीटिज के मरीजों का ब्लड प्रेशर कम करने में गार्लिक बहुत मददगार है।
खाली पेट लहसुन के साइड इफैक्ट
सुबह खाली पेट लहसुन की 1 गंठी ही खाएं, इससे ज्यादा इसका सेवन न करें। ज्यादा लहसुन खाने से सीने में जलन, उल्टी, डायरिया और मितली की समस्या हो सकती है। जो लोग ब्लड थिनर ले रहे हैं वे लहसुन का सेवन न करें। इससे ब्लीडिंग का रिस्क बढ़ जाएगा। लहसुन को साबुत न खाएं, उसे कूटकर खाएं।
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खाली पेट आंवला खाने के फायदे
पाचन में मददगार
सुबह खाली पेट आंवला खाने पाचक रसों का उत्पादन करता है इससे पाचन क्रिया मजबूत होती है। यह कब्ज, जलन और अपच के लिए एक बेहतर रेमेडी है। यह अफरा की समस्या को भी दूर करता है। साथ ही इससे इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में भी रिलीफ मिलता है।
त्वचा और बालों के लिए मददगार
आंवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होते हैं और विटामिन सी स्वस्था त्वचा के लिए बहुत जरूरी है। रोज सुबह खाली पेट आंवला खाने से चेहरे पर आने धब्बों की समस्या खत्म हो जाती है। इससे त्वचा का कोलेजन बनने में मदद मिलती है। जिस वजह से आपकी स्किन जवां और झुर्रियों मुक्त लगती है। आंवला से एक्ने और पिंपल की समस्या भी दूर रहती है। साथ ही समय से पहले आने वाली झुर्रियों से भी निजात मिलती है। आंवला में पित्त दोष को कम करने के गुण होते हैं जिस वजह से बालों की समस्या दूर रहती है।
इम्युनिटी बढ़ाए
आंवला में विटामिन सी, मैंग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन और फोस्फोरस होता है। ये सभी गुण इम्युनिटी को मजबूत करने में मददगार साबित होते हैं। इम्यनिटी मजबूत होने से किसी भी हानिकारक बैक्टिरिया से लेकर वायरस से भी बचा जा सकता है। सुबह खाली पेट आंवला खाने से सीजनल फ्लू जैसे जुकाम और फ्लू में सहायता मिलती है। यह शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाता है और शरीर में ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
आंवला के साइड इफैक्ट
सुबह के वक्त में खाली पेट ज्यादा आंवला खाने से हाइपर एसिडिटी की समस्या होती है। अगर आप लो ब्लड प्रेशर की दवाएं ले रहे हैं तो आंवला न खाएं। यह कई लोगों में डायरिया, अपच का कारण बनता है। ज्यादा आंवला खाने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे ड्राइनेस बढ़ती है।
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खाली पेट शहद खाने के फायदे
शहद कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स का नेचुरल रिसॉर्स है। इसके सेवन से हार्ट डिजिज, कैंसर, डाइजेस्टिव डिसऑर्डर्स और सीजनल फ्लू के इंफेक्शन से बचाता है। शहद में क्वरसेटिन, कैफीन एसिड, ग्लानिन और एकेस्टिन जैसे एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह सभी गुण कार्डियोवस्कुल परेशानियों को दूर करने में मददगार साबित होते हैं।
खांसी और जुकाम में फायदेमंद
खांसी और जुकाम को दूर करने में शहद एक प्रभावी उपाय है। यह बच्चों को रेस्पाइरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से भी बचाता है Raw honey में कई मेडिसिनल प्रॉपर्टीज होती हैं जो इम्युनिटी को बूस्ट करने में मदद करती हैं। शहद त्वचा के लिए भी मददगार होता है।
वजन प्रबंधन करे
शहद वसा मुक्त और कोल्ट्रोल फ्री होता है, और इसमें कई एंटी-ऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स होते हैं, जो खाली पेट शहद खाने से वजन को कम करने में मदद करते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को कम करने में मदद करता है। शहद खाने से भूख कम लगती है जिस वजह से आप कई बार अनहेल्दी फूड्स को खाने से बच जाते हैं।
आयुर्वेद में शहद को आंखों की बीमारी, खांसी, प्यास, हिचकी, उल्टी में खीन, कुष्ठ रोग, डायबिटिज, मोटापा, अस्थमा और डायरिया जैसी परेशानियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। शहद में त्वचा को खूबसूरती को बढ़ाने के गुण भी होते हैं।
शहद के साइड इफैक्ट
जरूरज से ज्यादा शहद का सेवन ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है और डायबिटीज की परेशानी को बढ़ाता है। ज्यादा मात्रा में खाने से डायरिया भी होता है। शहद को नियंत्रित मात्रा में खाने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है, लेकिन ज्याद मात्रा में खाने से ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है। अगर आप लो ब्लड प्रेशर की दवाएं खा रहे हैं तो शहद को न खाएं। ज्यादा शहद खाने से वजन भी बढ़ सकता है। साथ ही दांत में कैविटी का कारण बन सकता है।
आंवला, शहद और लहसुन ऐसी खाद्य सामग्रियां हैं जो आपके घरों में आसानी से उपबल्ध हो जाती हैँ। सुबह खाली पेट इनका सेवन उल्टी, खांसी, जुकाम से लेकर कमजोर इम्युनिटी को भी मजबूत करने में भी मदद करता है। पर ध्यान रहे कि जरूरत ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान भी दे सकता है।
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