
जो लोग देर से पिता बनते हैं उनके बच्चों में मानसिक विकार होने की संभावना अधिक होती है। अमरीका और स्वीडन के वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च में पता लगाया है कि 45 साल की आयु के बाद पिता बनने वालों के बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के होने का खतरा अधिक होता है। इस शोध में वैज्ञानिकों ने स्वीडन में 1973 से 2001 के बीच पैदा हुए 26 लाख लोगों के शिक्षा, स्वास्थ्य और पारिवारिक स्थिति से संबंधित आंकड़ों का विश्लेषण और अध्ययन किया, जिनके पिता की आयु 45 या उससे अधिक थी।
इसमें पाया गया कि अधिक आयु में पिता बनने वालों के बच्चों में ऑटिज्म, स्किट्सोफ्रीनिया, आत्महत्या की प्रवृत्ति और कम आईक्यू जैसी मानसिक बीमारियों के विकसित होने की संभावना ज्यादा थी।
हालांकि अध्ययनकर्ताओं के अनुसार बड़ी उम्र में पिता बने लोगों के बच्चों में मानसिक बीमारियों के विकसित होने की संभावना एक फीसदी से भी कम होती है।
इसके शोध के प्रमुख लेखक अमरीका के इंडियाना विश्वविद्यालय के मनोवैज्ञानिक और मस्तिष्क विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर ब्रायन डिओफ्रोनियो ने कहा कि, वे इसके नतीजों से चकित थे।
अध्ययन के नतीजे अमरीकन मेडिकल एसोसिएशन के जर्नल जेएएमए के ऑनलाइन संस्करण में प्रकाशित हुए।
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