Mouthwash Cause Cancer: आज के समय में मुंह की साफ-सफाई करने के लिए लोग तमाम तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं। इनमें से एक प्रमुख चीज माउथवॉश है। माउथवॉश का इस्तेमाल करने से मुंह में बैक्टीरिया, कीड़े और गंदगी दूर करने में मदद मिलती है। सांस को तरोताजा करने और मुंह के स्वाद को भी ठीक रखने में भी मदद करता है। लेकिन ऐसा कहा जाता है कि, बहुत ज्यादा माउथवॉश करने वाले लोगों में मुंह के कैंसर समेत कई तरह के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
सेहत और खानपान से जुड़ी ऐसी ही बातों की सच्चाई बताने के लिए हम 'धोखा या हकीकत' नाम से एक सीरीज चला रहे हैं। इसके तहत हम आपको ऐसी ही बातों की सच्चाई डॉक्टर या एक्सपर्ट के जरिए देने की कोशिश कर रहे हैं। ओनलीमायहेल्थ की स्पेशल Fact Check सीरीज 'धोखा या हकीकत' में आइए जानते हैं, क्या वाकई माउथवॉश का इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है?
क्या माउथवॉश से कैंसर हो सकता है?- Can Use of Mouthwash Cause Cancer in Hindi
कई अलग-अलग ब्रांड माउथवॉश बनाते हैं और इनके टाइप भी अलग-अलग ही होते हैं। ज्यादातर माउथवॉश बनाने वाली कंपनियां इसमें अल्कोहल, फ्लेवरिंग एजेंट समेत कई तरह की चीजें मिलाती हैं। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर कहते हैं, "माउथवॉश बनाने वाली कंपनियां इसमें एंटी-सेप्टिक, अल्कोहल समेत कई तरह की चीजों का इस्तेमाल करती हैं। इसमें मौजूद अल्कोहल की मात्रा कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरे को बढ़ाने में मदद कर सकती है, लेकिन कैंसर का सीधा कारण माउथवॉश का इस्तेमाल नहीं हो सकता है।"
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माउथवॉश को बनाने में इन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है-
एंटीसेप्टिक (Antiseptics): ये तत्व मुंह में बैक्टीरिया को कम करने में मदद करते हैं जो सांसों की बदबू और मसूड़ों की बीमारी का कारण बनते हैं। क्लोरोहेक्सिडिन (chlorhexidine) एक सामान्य एंटीसेप्टिक है जो कुछ माउथवॉश में पाया जाता है।
अल्कोहल (Alcohol): अल्कोहल मुंह में एक तरोताजा एहसास देता है और कुछ जीवाणुओं को मारने में भी मदद करता है। हालांकि, यह मुंह को सूखा भी सकता है।
फ्लेवरिंग एजेंट (Flavoring Agents): ये तत्व माउथवॉश को अच्छा स्वाद देते हैं।
रंग (Coloring): कुछ माउथवॉश में रंग होता है, हालांकि यह जरूरी नहीं है।
2016 में जर्नल ऑफ मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया कि जो लोग नियमित रूप से अल्कोहल युक्त माउथवॉश का उपयोग करने वाले लोगों में मुंह के कैंसर (Oral Cancer) का खतरा सामान्य लोगों से ज्यादा रहता है। हालांकि, अध्ययन में यह नहीं प्रूफ हो पाया है कि माउथवॉश का सीधे तौर पर कैंसर से लेना-देना है। माउथवॉश में पाए जाने वाले कुछ जीवाणु मुंह के कैंसर और अन्य बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
मुंह के कैंसर से कैसे बचें?
माउथवॉश के इस्तेमाल के अलावा मुंह के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
- तंबाकू उत्पादों का सेवन न करें: धूम्रपान और तंबाकू चबाना मुंह के कैंसर के सबसे बड़े जोखिम कारकों में से हैं। यदि आप तंबाकू का उपयोग करते हैं, तो इसे छोड़ने के लिए अपने डॉक्टर से सहायता लें।
- शराब का सेवन सीमित करें: बहुत ज्यादा शराब का सेवन मुंह के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।
- हेल्दी डाइट: फल, सब्जियां और साबुत अनाज से भरपूर आहार लें। ये खाद्य पदार्थ मुंह के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
- नियमित रूप से डेंटिस्ट के पास जाएं: अपने दंत चिकित्सक से नियमित जांच करवाएं। वे मुंह के कैंसर के शुरुआती संकेतों का पता लगाने में सक्षम हो सकते हैं।
- धूप में ज्यादा देर रहने से बचें: धूप में बहुत ज्यादा देर तक रहने से आपके होठों पर कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। धूप निकलने पर सनस्क्रीन का प्रयोग करें और टोपी पहनें।
- अल्कोहल रहित माउथवॉश का इस्तेमाल करें: यदि आप माउथवॉश का उपयोग करना चाहते हैं, तो अल्कोहल रहित माउथवॉश का विकल्प चुनें।
- माउथवॉश का अत्यधिक उपयोग न करें: माउथवॉश का रोजाना कई बार उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है। आमतौर पर दिन में एक या दो बार उपयोग करना पर्याप्त होता है।
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भले ही कुछ शोध और अध्ययनों में इस बात की तरफ इशारा किया गया है कि माउथवॉश का इस्तेमाल कैंसर का कारण बन सकता है। लेकिन यह बात पूरी तरह से सच नहीं है। इसको लेकर अभी और शोध व अध्ययन की जरूरत है। माउथवॉश के खतरे को कम करने के लिए इसका सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल करें और अल्कोहल वाले माउथवॉश का इस्तेमाल करने से बचें।
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