Exercise To Reduce Uterine Fibroids: लाइफस्टाइल में हुए बदलाव के कारण महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। देर रात तक जागना, शराब, धूम्रपान व एक्सरसाइज में कमी के कारण महिलाओं को प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। इसमें महिलाओं को पीरियड्स की अनियमितताएं, एंड्रोमेट्रियोसिस और फाइब्रॉएड की समस्या हो सकती है। वैसे, एक्सपर्ट की मानें तो एक्सरसाइज से इन समस्याओं को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। आगे योगा एक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा से जानते हैं कि फाइब्रॉएड की समस्या में महिलाओं को कौन सी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
क्या व्यायाम से फाइब्रॉएड कम हो सकते हैं? - Can exercise shrink fibroids?
जीवनशैली में एक्सरसाइज और डाइट में बदलाव करने मात्र से ही फाइब्रॉएड की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही महिलाओं को गर्भाशय की गांठ (फाइब्रॉएड) के इलाज की भी आवश्यकता होती है। दरअसल,गर्भाशय की गांठ महिलाओं में अन्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। इसे कम करने के लिए एक्सरसाइज और डाइट में बदलाव का सहारा लिया जाता है।
गर्भाशय की गांठ के दर्द को कम करने के लिए करें ये एक्सरसाइज - Exercise To Reduce Uterine Fibroids In Hindi
एक्सपर्ट के अनुसार गर्भाशय में गांठ की समस्या के दौरान होने वाले दर्द और अन्य लक्षणों को दूर करने के लिए आप आगे बताई एक्सरसाइज को नियमित रूप से कर सकते हैं। इसके अभ्यास से आपको फ्राइबॉएड की समस्या में आराम मिलता है।
स्ट्रेचिंग
गर्भाशय में गांठ होने पर महिलाएं अपनी लाइफस्टाइल में स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज को शामिल कर सकती हैं। इसमें कोर यानी पेट व पेल्विक क्षेत्र की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग पर जोर दिया जाता है। इससे फाइब्रॉएड की समस्या में आराम मिलने लगता है। घुटने से चेस्ट तक स्ट्रेचिंग और बटरफ्लाई आदि स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज का नियमित अभ्यास किया जा सकता है।
जॉगिंग करें
जॉगिंग करने से हार्ट और संपूर्ण स्वास्थ्य को फायदा मिलता है। इसके साथ ही यह एक्सरसाइज गर्भाशय की गांठ के लक्षणों को कम करने के लिए उपयोगी होती है। सुबह व शाम करीब 20 से 30 मिनट जॉगिंग कर सकते हैं।
वेट-लिफ्टिंग
एक्सपर्ट के अनुसार शरीर में मोटापा बढ़ने से आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। मांसपेशियों को टोन करने और स्ट्रेंथ को बढ़ाने के लिए आप वेट लिफ्टिंग कर सकते हैं। पेट की चर्बी को दूर करने में वेट लिफ्टिंग उपयोगी होती है। इससे फाइब्रॉएड के लक्षणों को आसानी से कम किया जा सकता है।
ब्रिज पोज
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने के लिए ब्रिज पोज किया जा सकता है। यह एक्सरसाइज आप 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं। इसमें आपको जमीन पर पीठ के बल पर लेटकर कमर के हिस्से को ऊपर की ओर ले जाते हुए होल्ड करना होता है। इसके बाद दोबारा सामान्य पोजीशन में आ जाएं।
कोबरा पोज
इस पोज को करने के लिए आप सीने के बल पर जमीन पर लेटते हैं। इसके बाद शरीर के ऊपरी हिस्से को धीरे-धीरे ऊपर की ओर ले जाते हैं। इस पोजीशन में शरीर को कुछ मिनट के लिए होल्ड करें। इसके बाद दोबारा सामान्य पोजीशन में आ जाएं।
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ऊपर बताई एक्सरसाइज के नियमित अभ्यास से आप फाइब्रॉएड की समस्या को आसानी से दूर कर सकती है। यदि, आप एक्सरसाइज का पूरा लाभ लेना चाहती हैं, तो इन्हें एक्सपर्ट की देखरेख में करें। गर्भाशय की गांठ को दूर करने के लिए आपको वजन कंट्रोल करने पर भी पूरा ध्यान देना होता है। यदि, फाइब्रॉएड की समस्या के कारण दर्द व परेशानी अधिक हो, तो ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क करें।