Pulmonary Fibrosis Exercise: मौसम बदलने के साथ ही लोगों को फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल, सर्दी-जुकाम की वजह से लोगों को कफ की समस्या होती है। इसके वजह से रेस्पिरेट्री ट्रैक्ट में इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। जबकि, कुछ लोगों को पल्मोनरी फाइब्रोसिस भी हो सकता है। पल्मोनरी फाइब्रोसिस में व्यक्ति को फेफड़ों में घाव हो सकते हैं। जिससे व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। यह फेफड़ों के कार्य को प्रभावित कर सकती है। इस स्थिति के प्रभावों से बचने के लिए आप घर पर ही योग व व्यायाम कर सकते हैं। इस विषय पर हमने योगा एक्सपर्ट ऋपसी अरोड़ा से बात की तो उन्होंने फेफड़ों की समस्या को दूर करने वाले योगासन और एक्सरसाइज के बारे में विस्तार से बताया है।
सांस लेने में परेशानी हो तो करें ये 3 ब्रीदिंग एक्सरसाइज - Breathing Exercises To Get Rid Of Pulmonary Fibrosis In Hindi
कपालभाति का अभ्यास करें
कपालभाति फेफड़ों की स्ट्रेंथ को बेहतर करने में उपयोगी साबित हो सकता है। इसे आप सुबह व शाम किसी भी समय कर सकते हैं। सुबह के समय करीब 10 से 15 मिनट आप कपालभाति का अभ्यास कर सकते हैं। प्राणायाम में इस अभ्यास को भी शामिल किया जाता है।
इसे करने के लिए आपको सुख आसन यानी की पैरों को फोल्ड करके बैठना होता है। इस रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और गर्दन को भी सीधा रखें। इसके बाद सांस को गति के साथ नाक से बाहर की ओर निकालें। इसके बाद सांस को लेते समय नॉर्मल तरीके से ही अंदर लें। जब आप सांस को बाहर निकालते हैं उस समय पेट को अंदर की ले जाएं। इस प्रक्रिया को आप 10 से 15 मिनट तक सकते हैं। इससे फेफड़ों में मजबूती आती है।
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम को भी प्राणायाम का मुख्य अभ्यास कहा जाता है। इस अभ्यास से आपके फेफड़ों का कार्य बेहतर होता है और आपके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ता है। जिससे इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है और आपको संक्रमण होने की संभावना कम हो जाती है। इसको करने के लिए आप सुख आसन में बैठें।
इसे करने के लिए आप अपने दाएं हाथ के अंगूठे को दाई नासिक पर रखें। इसके बाद आप बाईं ओर की नासिका से सांस को अंदर लें। इसके बाद बाईं नासिका के छेद को दाएं हाथ की बीच की दो उंगलियों से बंद करें। इसके बाद सांस को दाएं नासिका से बाहर करें। इसके बाद आप इसी तरफ से सांस को अंदर लें और अंगूठे से दाईं नासिका को बंद करें। यह प्रक्रिया आप 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं। इस दौरान आपका पूरा ध्यान सांस पर होना चाहिए। इससे आपको मानसिक शांति मिलती है। साथ ही, फेफड़ों को पल्मोनरी फाइब्रोसिस की रिकवरी करने में तेजी आती है।
पर्स्ड लिप ब्रीथिंग
यह एक बेहद ही आसान एक्सरसाइज है। इससे करने के लिए आप नाक से सांस लेते है और होठों की मदद से उसे बाहर छोड़ते हैं। पल्मोनरी फाइब्रोसिस होने पर सांस लेने में होने वाली परेशानी को कम करने के लिए आप इस एक्सरसाइज को कर सकते हैं। इससे फेफड़ों की कार्यप्रणाली बेहतर होती है।
इस एक्सरसाइज को करने के लिए आप जमीन पर बैठ जाएं। इसके बाद अपनी कमर को सीधा रखें। अब धीरे-धीरे करके गहरी सांस को अंदर खीचें। इस दौरान आपको पूरी पेट में भरनी है. इसके बाद मुंह को खोलते हुए होठों के जरिए सांस को धीरे-धीरे बाहर करें। इस प्रक्रिया को आप 15 से 20 मिनट तक कर सकते हैं।
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ऊपर बताए योगा व एक्सरसाइज से आप फेफड़ों की मांसपेशियों को मजबूत कर सकते हैं। साथ ही, इससे लंग्स कैपिसिटी बढ़ती है। इसके अलावा आपको फेफड़ों से जुड़ी समस्या होने की संभावना कम हो जाती है। यदि आपको पहले से ही कोई समस्या है तो ऐसे में आप डॉक्टर से मिलें।