वैसे तो जिंक सेहत के लिये आवश्यक होता है और स्वास्थ को बेहतर बनाने के लिये थोड़ी मात्रा में जिंक को प्राकृतिक श्रोत जैसे, सब्जियों, अंडे तथा फलों के रूप में लेते रहना चाहिये। लेकिन सैन फ्रांसिस्को की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के एक शोध ने इस विषय में एक नया पक्ष सामने रखा है। शोध के अनुसार आवश्यक मिनरलों में से एक जिंक की अधिकता किडनी में पथरी का कारण भी बन सकती है। चलिये जानें क्या कहता है ये शोध।
शरीर के लिए अति आवश्यक मिनरलों में से एक जिंक की अधिकता किडनी में पथरी का कारण भी बन सकती है। शोध में पाया गया है कि जिंक पथरी बनने की प्रक्रिया को शुरू करने का कारक हो सकता है। इस शोध से भविष्य में पथरी और इससे जुड़ी समस्याओं के रोकथाम की दिशा में नए कदम बढ़ाए जा सकेंगे।
सैन फ्रांसिस्को की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के सहायक प्रोफेसर थॉमस ची ने कहा कि शोध का प्रमुख लक्ष्य किडनी में पथरी निर्माण को रोकना और इसके निर्माण की प्रक्रिया को समझना था। किडनी में पथरी के प्रमुख कारणों में बहुत कम पानी पीना, बहुत कम या बहुत ज्यादा व्यायाम करना, मोटापा, वजन कम करने का ऑपरेशन या खाने में बहुत ज्यादा नमक या चीनी लेना आदि होते हैं।
पथरी के निर्माण में जिंक की भूमिका का पता लगने से इसके निदान के लिए नई चिकित्सा पद्धति ईजाद करने का रास्ता खुलेगा।
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