एनिमा रेक्टम यानि मलाशय, जोकि बड़ी आंत का नीचे वाला हिस्सा है, में तरल या गैस डालना होता है। इसका प्रमुख उद्देश्य आंतो के मल या गंदगी को साफ करना है। यह ज्यादातर शरीर में किसी मेडिकल परीक्षण के दौरान ही किया जाता है। जबकि, आयुर्वेद में एनिमा का प्रयोग वात दोष को दूर करने के लिए किया जाता है, जिसे बस्ती कर्म (Basti Karma) कहा जाता है।
जब मल आंतों में रुक जाता है तब पेट साफ न होने के कारण शरीर के अंदर असंतुलन बना रहता है। जिसकी वजह से बहुत सी परेशानियां घेर लेती हैं। ऐसी स्थिति में आराम पाने के लिए लोग तमाम तरह की दवाईयां आजमाते हैं। पर एनिमा का प्रयोग पुराने से पुराने कब्ज की समस्या को भी खत्म कर देता है।
एनिमा किट क्या है (What is an enema kit)
एनिमा के लिए आपको एनिमा किट की आवश्यकता होगी! जो कि आप को किसी भी स्टोर पर आसानी से मिल जाएगी। आप इसे ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। एनिमा किट का प्रयोग कर के आप स्वयं भी एनिमा प्रक्रिया कर सकते हैं। अन्यथा आप इसे किसी डॉक्टर से भी करा सकते हैं। इस किट में एक बैग होता है या एक ऐसा कंटेनर होता है जो कि एक ट्यूब से कनेक्ट होता है। इस कंटेनर के एक तरल पदार्थ होता है ।
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एनिमा किट का प्रयोग कैसे करें (How to use it)
कोई भी व्यक्ति जिसके हाथ व बांह पीछे तक आसानी से पहुंच सकें एनिमा स्वंय ले सकता है। पर इस में कुछ रिस्क भी ही सकते हैं जैसे :
- ज्यादा तरल पदार्थ का प्रयोग करना (Using too much liquid)
- इस केस में आप की बॉडी कुछ तरल तो अपने अंदर रख सकती है लेकिन जब वह ज्यादा हो जाता है तो हो सकता है आपका शरीर उसे रिलीज कर दे।
आंतो में खिंचाव (Stretching the bowel)
जब आपके पेट की उपरी परत थोड़ी बहुत फट जाए तो आप की आंतो में खिंचाव होने का रिस्क होता है। आपके पेट में जितने भी पदार्थ हैं वह आपकी आंत में रिस सकते हैं।
तरल का अधिक गर्म या ठंडा होना (Using liquid that is too hot or cold)
आप जिस तरल पदार्थ का प्रयोग कर रहे हैं यदि वह जरूरत से ज्यादा ठंडा या गर्म होगा तो आप को दर्द हो सकता है। इसलिए ध्यान रखें कि तरल का तापमान रूम टेंप्रेचर पर ही हो।
ध्यान देने योग्य बातें
एनिमा किट पर लिखे दिशा निर्देशों को अच्छे से पढ़ लें। जब आप एनिमा कर रहे हों तो ध्यान रखें कि आप कोई जल्दबाजी न करें। और बाथरूम में एनिमा के एक घंटे बाद ही जाएं। एनिमा थोड़ा सा अनकंफर्टेबल हो सकता है लेकिन इसमें दर्द नहीं होता है। यदि आप को दर्द हो रहा हो तो तुरन्त उसे बंद करके किसी डॉक्टर से सलाह लें
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घर पर एनिमा करने का तरीका
हर किट पर अलग अलग दिशा निर्देश लिखे हो सकते हैं। लेकिन कुछ टिप्स हैं जो सभी को अवश्य पालन करने चाहिए।
- एक शांत स्थान का चयन करें जैसे कि बाथरूम। अपने साथ वह किट, टॉवल व एक टाइमर अवश्य रख लें।
- अपनी निचली बॉडी के सारे कपड़े हटा लें अर्थात् निकाल लें।
- अपने हाथों को साबुन से अच्छे से धो लें व गर्म पानी का प्रयोग करें। उन्हें अच्छे से सूखने दें।
- फर्श पर एक तौलिया बिछा दें और यदि आप राईट हैंडेड हैं तो बायीं ओर लेट जाएं। नहीं तो इसका उल्टा करें।
- अपने ऊपर वाले पैर के घुटने को मोड़ लें और उस घुटने के नीचे मुड़े हुए टॉवल को लगाएं ताकि उसे एक सहारा मिल सके।
- अब एनिमा की कैप को हटा दें।
- एनिमा किट की नोज़ल के अगले हिस्से को अपने एनस में सावधानीपूर्वक लगाएं। और ध्यान रहे कि आप उसे 10 सेंटीमीटर तक इंसर्ट करें।
- धीरे धीरे उस कंटेनर का लिक्वड आपके अंदर जाने लगेगा। उसे तब तक अंदर जाने दें जब तक वह खत्म न हो जाए। ख़त्म होने के बाद उस नोज़ल को हटा लें।
- एनिमा का असर दिखने तक इंतजार करें। यह 2 मिनट से एक घंटे तक का समय भी ले सकता है।
- अब आप अपनी आंतो को खाली करने के लिए टॉयलेट जा सकते हैं।
एनीमा करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। क्योंकि यह एक चिकित्सकीय कार्य है, बिना जानकारी के एनीमा करने से आप अन्य समस्याओं से घिर सकते हैं। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह ऐसा कोई भी कार्य न करें।
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