
लाइफस्टाइल में बदलाव और बदलता खानपान त्वचा को प्रभावित कर सकते हैं। इसके कारण चेहरे पर समय से पहले बढ़ती उम्र के लक्षण नजर आ सकते हैं। यह त्वचा की समस्याओं जैसे कि डल स्किन, डार्क स्पॉट्स, टैनिंग और पिगमेंटेशन का कारण बन सकता है। ऐसे में त्वचा की देखभाल करना और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। त्वचा को अंदर और बाहर दोनों तरह से पोषण की जरूरत होती है। इसके लिए सही खानपान के साथ सही स्किन केयर रूटीन होना भी बहुत जरूरी है। सही स्किन केयर रूटीन में उन सभी इंग्रीडिएंट्स का होना जरूरी है, जो त्वचा को अंदर से निखारने में मदद कर सके। लेकिन त्वचा के लिए सही इंग्रीडिएंट्स कैसे चुने? इस विषय पर जानने के लिए हमने बात की साहिबाबाद (गाजियाबाद) के स्किन एंड हेयर केयर क्लीनिक की डर्मेटोलॉजिस्ट एंड कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ कनिका कपूर ( MBBS, DVD) से, जिसे हम इस लेख के माध्यम से आपसे साझा करेंगे।
हेल्दी और ग्लोइंग स्किन के लिए 5 खास इंग्रीडिएंट्स (Skin Care Ingredients For Healthy Skin)
स्किन केयर इंग्रीडिएंट्स चुनते वक्त ध्यान रखें कि आप एज और स्किन टाइप के मुताबिक ही प्रोडक्ट चुने। क्योंकि गलत प्रोडक्ट का चुनाव त्वचा के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
विटामिन-सी सीरम (Vitamin-C Serum)
त्वचा को ग्लोइंग बनाए रखने के लिए विटामिन-सी सीरम जरूरी माना जाता है। यह ट्रांससेपिडमर्ल वॉटर लॉस को कम करने में मदद करता है, जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है। विटामिन-सी सीरम ज्यादातर सभी स्किन टाइप को सूट करता है। इसके रोज इस्तेमाल त्वचा पर प्राकृतिक निखार आता है और डार्क स्पॉट्स, डल स्किन की समस्या से जल्द राहत भी मिलती है।
रेटिनॉल (Retinol)
ऑयली स्किन वालो के लिए रेटिनॉल का इस्तेमाल करना बेहत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके इस्तेमाल से फाइन लाइंस और झुर्रियों की समस्या कम होने में मदद मिल सकती है। त्वचा पर दाग-धब्बे और कील-मुहांसे की समस्या कम करने के लिए भी रेटिनॉल असरदार माना गया है। ज्यादातर लोग 25 की उम्र के बाद ही रेटिनॉल इस्तेमाल करना शुरू करते हैं, लेकिन एक्ने प्रोन स्किन के लिए इसका इस्तेमाल जल्द भी शुरू किया जा सकता है।
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हाईरोल्यूनिक एसिड (Hyaluronic Acid)
हाईरोल्यूनिक एसिड एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट मॉलीक्यूल है, जो त्वचा में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। यह त्वचा को मॉइस्चराइज करके हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। यह स्किन सेल्स को टाइट करके स्किन को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है। ड्राई स्किन वालो के लिए नाइट स्किन केयर रूटीन में हाईरोल्यूनिक एसिड शामिल करना फायदेमंद माना जाता है।
क्लींजर (Cleanser)
क्लींजर स्किन केयर का पहला स्टेप होता है। यह त्वचा पर जमी गंदगी और एक्सट्रा ऑयल साफ करने में मदद करता है। एक्सपर्ट के मुताबिक ऑयली स्किन के लिए सल्फ्यूरिक एसिड वाले क्लींजर का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। जबकि एजिंग स्किन के लिए ग्लाइकोलिक एसिड और ड्राई और सेंसिटिव स्किन के लिए माइल्ड क्लींजर का इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है।
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सनस्क्रीन (Sunscreen)
सनस्क्रीन अवॉइड करना त्वचा की कई समस्याओं का कारण बन सकता है। यह स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाकर हील करने में मददगार है। सनस्क्रीन को किसी भी मौसम में अवॉइड नहीं करना चाहिए। इसका रोज इस्तेमाल सनबर्न और टैनिंग का खतरा कम करके स्किन हेल्थ बेहतर बनाने में मदद कर सकता है।