फ्लू वैक्सीन को इन्फ्लूएंजा वायरस के खिलाफ सुरक्षा देने के लिए डिजाइन किया गया है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित करता है। इन्फ्लूएंजा वायरस से फैलने वाली बीमारी मुख्य रूप से सांस की नली को प्रभावित करती है और बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और बदन दर्द जैसे लक्षण पैदा करती है। फ्लू के गंभीर मामलों में यह निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और यहां तक कि मौत का कारण भी बन सकता है, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों में। फ्लू वायरस हर साल बदलता रहता है, इसलिए इसका उपचार चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यही वजह है कि फ्लू वैक्सीन लेना बेहद जरूरी है। यह टीका शरीर की इम्यूनिटी को वायरस से लड़ने में सक्षम बनाता है और गंभीर फ्लू संक्रमण से बचाव करता है। हालांकि, फ्लू वैक्सीन का असर केवल फ्लू तक सीमित नहीं रहता, यह कुछ अन्य बीमारियों से भी शरीर को सुरक्षा देता है। आइए जानते हैं कि फ्लू वैक्सीन किस तरह से आपकी पूरी सेहत को लाभ पहुंचाती है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
क्या फ्लू वैक्सीन अन्य बीमारियों से भी बचाती है?- Flu Vaccine Protection Against Other Winter Viruses
हां, फ्लू वैक्सीन फ्लू के अलावा भी कई अन्य बीमारियों से शरीर को बचाता है जिनका प्रकोप सर्दियों में ज्यादा देखने को मिलता है-
श्वसन तंत्र के इंफेक्शन से बचाव
फ्लू इंफेक्शन अक्सर सर्दी, खांसी, गले में खराश और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं का कारण बनता है। फ्लू वैक्सीन इन समस्याओं को रोकने में मदद करती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं कम होती हैं।
बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव
फ्लू के बाद अक्सर बैक्टीरियल इंफेक्शन, जैसे निमोनिया हो जाता है। फ्लू वैक्सीन इस चक्र को तोड़ने में मदद करती है और बैक्टीरिया से होने वाली गंभीर समस्या के खतरे को कम करती है।
हार्ट की बीमारी से बचाव
जिन लोगों को पहले से ही हार्ट की बीमारी है, उनके लिए फ्लू का इंफेक्शन गंभीर हो सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि फ्लू वैक्सीन लेने से हार्ट अटैक या स्ट्रोक का जोखिम भी कम हो सकता है।
ईयर इंफेक्शन से बचाव
बच्चों में फ्लू इंफेक्शन अक्सर मध्य-कान के इंफेक्शन का कारण बनता है। फ्लू वैक्सीन बच्चों में इस तरह की समस्याओं को रोकने में मदद करता है।
डिलीवरी के बाद इंफेक्शन से बचाव
फ्लू वैक्सीन गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले शिशु के लिए बेहद फायदेमंद है। यह न केवल मां को बल्कि जन्म के बाद शिशु को भी इंफेक्शन से बचाती है। फ्लू वैक्सीन लेने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है, जो आपको अन्य वायरस और बैक्टीरिया के इंफेक्शन से लड़ने में मदद करती है।
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फ्लू वैक्सीन लगवाने से पहले किन बातों का ख्याल रखें?- Things To Know Before Getting Flu Vaccine
- अपनी मेडिकल हिस्ट्री डॉक्टर को बताएं, खासकर अगर आपको किसी दवा या वैक्सीन से एलर्जी है।
- अगर आप बीमार हैं या बुखार है, तो वैक्सीन लगवाने से पहले पूरी तरह स्वस्थ होने का इंतजार करें।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं डॉक्टर की सलाह लें, क्योंकि वैक्सीन उनके लिए सुरक्षित होती है।
- अगर आप नियमित रूप से कोई दवा लेते हैं, तो इसकी जानकारी डॉक्टर को दें।
- फ्लू वैक्सीन छह महीने से लेकर उससे ज्यादा उम्र के व्यक्तियों के लिए उपयुक्त होती है।
- अगर आपको पहले फ्लू वैक्सीन से साइड इफेक्ट हुए हैं, तो डॉक्टर को जरूर बताएं।
- फ्लू का मौसम शुरू होने से पहले, आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर में, वैक्सीन लगवाना सबसे ज्यादा असरदार होता है।
इन बातों का ध्यान रखते हुए फ्लू वैक्सीन लगवा सकते हैं। इससे सर्दियों में कई तरह की बीमारी और इंफेक्शन के खिलाफ सुरक्षा मिलेगी।
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