Does Stress Cause Cancer : आज के दौर में मानसिक तनाव यानी टेंशन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। छोटी-छोटी बातों पर चिंता करना, भविष्य की चिंता, नौकरी का तनाव, रिश्तों की उलझन- ये सब मिलकर हमारे शरीर और मन पर बुरा असर डालते हैं। जब परिवार में किसी व्यक्ति को टेंशन होती है, तो दूसरे लोग कहते हैं- "टेंशन मत लो, वरना बीमार पड़ जाओगे।" कुछ समय पहले की ही बात है परिवार के साथ गपशप के दौरान बड़े वाले अंकल कहते हैं कि ज्यादा तनाव लेने से कैंसर हो जाता है। इसलिए शांत रहो और मस्त रहो। अंकल की बात सुनने के बाद मेरे मन में सवाल आया कि क्या वाकई ज्यादा टेंशन लेने से कैंसर होता है? (Does Stress Cause Cancer) इस बात को मेडिकल आधार है या यूं ही लोग ऐसा कहते हैं।
तो इस सवाल का जवाब जानने के लिए मैंने हरियाणा के सोनीपत स्थित एंडोमेड्रा अस्पताल के वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. रमन नारंग (Dr. Raman Narang, Medical & Radiation Oncologist) से बात की और आज इस लेख में मैं आपको बताने जा रही हूं कि तनाव और कैंसर के बीच क्या कनेक्शन (Connection between Stress and Cancer) है।
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मानसिक तनाव क्या है?
मानसिक तनाव (Stress) एक ऐसी स्थिति है जब व्यक्ति खुद को भावनात्मक, मानसिक या शारीरिक रूप से दबा हुआ महसूस करता है। कुछ लोगों में मानसिक तनाव की ये स्थिति कुछ समय के लिए हो सकती है। वहीं, कुछ लोगों को लंबे समय तक के लिए परेशान कर सकती है। डॉ. रमन नारंग बताते हैं कि मानसिक तनाव यानी की टेंशन का सीधा असर हमारे नर्वस सिस्टम, इम्यून सिस्टम और हार्मोनल बैलेंस पर पड़ता है।
मानसिक तनाव के कारण होने वाली बीमारियां- Diseases caused by mental stress
अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक मानसिक तनाव की स्थिति में रहता है, तो इससे कई प्रकार की बीमारियों का खतरा बढ़ता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई रिसर्च बताती है कि लगातार तनाव में रहने से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता है।
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क्या तनाव और कैंसर के बीच कनेक्शन है?- Connection Between Stress and Cancer
इस सवाल का जवाब देते हुए डॉ. रमन नारंग बताते हैं कि तनाव खुद कैंसर का कारण नहीं बनता, लेकिन यह कैंसर की संभावनाओं को बढ़ा सकता है, खासकर अगर तनाव लंबे समय तक बना रहे और व्यक्ति के खानपान व जीवनशैली को पूरी तरह से प्रभावित करता हो। एक्सपर्ट कहते हैं कि तनाव में रहने से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर पड़ जाता है, जिससे शरीर की हेल्दी कोशिकाएं कैंसर बनाने वाली कोशिकाओं से लड़ नहीं पाता है, जिससे कैंसर का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।
डॉ. रमन नारंग के अनुसार, जब कोई व्यक्ति लंबे समय तक तनाव में रहता है, तो शरीर में कई प्रकार के हार्मोन रिलीज होते हैं जैसे- कॉर्टिसोल (Cortisol) और एड्रेनालिन (Adrenaline)। ये हार्मोन इम्यून सिस्टम को कमजोर करके, शरीर की सूजन को बढ़ाते हैं और डीएनए की मरम्मत की प्रक्रिया को बाधित करते हैं। जिसके कारण कैंसर होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है।
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तनाव के कारण कौन से कैंसर हो सकते हैं- Which cancers can be caused due to stress
तनाव के कारण एक नहीं बल्कि कई प्रकार के कैंसर होने की संभावना होती है। इसमें शामिल हैः
1. स्तन कैंसर- Breast Cancer
महिलाओं में लंबे समय तक तनाव, डिप्रेशन में रहने से शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का लेवल बढ़ सकता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। डॉक्टर कहते हैं कि तनाव में रहने के कारण महिलाएं अपने खानपान और जीवनशैली पर ध्यान नहीं दे पाती हैं, जिससे कैंसर सेल्स को बढ़ावा मिलता है।
2. पाचन तंत्र से जुड़े कैंसर - Colorectal Cancer
मानसिक तनाव का सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। तनाव के कारण पाचन तंत्रिका सही तरीके से काम नहीं कर पाती है और खाना पचाने की प्रक्रिया बाधित है। इससे कैंसर का खतरा बढ़ता है।
3. स्किन कैंसर - Skin Cancer
तनाव के दौरान शरीर में कॉर्टिसोल और एड्रेनालिन जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं। ये हार्मोन त्वचा कोशिकाओं के डीएनए डैमेज की मरम्मत को कम कर सकते हैं। डॉ. रमन नारंग के अनुसार, लंबे समय तक तनाव में रहने से शरीर में क्रोनिक स्ट्रेस को बढ़ावा मिलता है। इससे सूजन त्वचा की कोशिकाओं को नष्ट कर सकती है और स्किन कैंसर की शुरुआत हो सकती है।
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तनाव और कैंसर के बचाव के लिए क्या करें
कैंसर से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि तनाव को कम किया जाए। रोजमर्रा के जीवन में तनाव को कम करने के लिए आप नीचे बताए गए उपायों को अपना सकते हैंः
- प्रतिदिन 30 मिनट योग और ध्यान करने से तनाव कम होता है। शरीर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है, जिससे कैंसर और अन्य बीमारियों का खतरा कम होता है।
- रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है, ताकि शरीर को स्वयं की मरम्मत के लिए पूरा समय मिल सके।
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर जैसे हरी सब्जियां, फल, नट्स, ग्रीन टी का सेवन ज्यादा मात्रा में करें।
- परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं, ताकि भावनात्मक संतुलन बना रहे।
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निष्कर्ष
तनाव खुद कैंसर का सीधा कारण नहीं है, लेकिन यह शरीर को कमजोर जरूर कर देता है। लगातार तनाव, खराब जीवनशैली और नकारात्मक सोच मिलकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए वातावरण तैयार कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हम मानसिक तनाव को हल्के में न लें। मानसिक तनाव को कम करने के लिए ऊपर बताए गए उपायों को जरूर अपनाएं।
FAQ
तनाव से इम्यून सिस्टम कैसे प्रभावित होता है?
लंबे समय तक तनाव में रहने पर शरीर में कॉर्टिसोल और एड्रेनालिन जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम शरीर की कैंसर कोशिकाओं से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। इससे कैंसर का खतरा कई गुणा बढ़ जाता है।क्या बचपन का भावनात्मक ट्रॉमा कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है?
हां, बचपन में गंभीर तनाव या ट्रॉमा झेलने वाले लोगों में वयस्क होने पर क्रॉनिक स्ट्रेस और कमजोर इम्यूनिटी देखी गई है, जो कैंसर जैसी घातक बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकती है।क्या स्ट्रेस से शरीर में सूजन बढ़ती है?
हां, क्रॉनिक स्ट्रेस शरीर में क्रॉनिक इंफ्लेमेशन (Chronic Inflammation) को जन्म देता है, जो डीएनए डैमेज कर सकता है और कुछ कैंसर टाइप्स के विकास में भूमिका निभा सकता है।