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क्या वाकई चावल छोड़ने से वजन घटाने में मदद मिलती है? जानें एक्सपर्ट की राय

Does Reducing Rice In Diet Helps In Weight Loss In Hindi: वजन कम करने के लिए चावल में कटौती की जा सकती है। इससे दिन भर की कैलोरी इनटेक में कमी आएगी।
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क्या वाकई चावल छोड़ने से वजन घटाने में मदद मिलती है? जानें एक्सपर्ट की राय


Does Reducing Rice In Diet Helps In Weight Loss In Hindi: मौजदा समय में मोटापा एक आम समस्या बन गई है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ज्यादातर लोगों की लाइफस्टाइल बहुत खराब हो गई है और डाइट में भी खराब चीजें, जैसे रेडी टू ईट फूड और प्रीजर्व्ड फूड आदि शामिल होने लगी हैं। इसी कारण, लोगों में मोटापा भी काफी तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, हर कोई यह भी चाहता है कि वह अपनी डाइट को कंट्रोल में रखे और एक्सरसाइज की मदद से अपने मोटापे कम करे। इसी क्रम में, कई लोग चावल खाना छोड़ देते हैं। माना जाता है कि चावल खाने से मोटापा बढ़ता है? यहां सवाल उठता है कि क्या वाकई चावल न खाने से मोटापे पर कोई फर्क पड़ता है? आइए, एक्सपर्ट की मदद से जानते हैं।

क्या चावल न खाने से मोटापा कम हो सकता है?

weight loss

डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी कहती हैं, “अगर आप रोजाना चावल खाते हैं और इसकी मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, तो चावल न खाने से आपके वजन में कुछ कमी देखी जा सकती है। हालांकि, इसके साथ ही आपको अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर भी गौर करना पड़ सकता है। जैसे, किसी भी कार्बोहाइड्रेट रिच फूड की तरह चावल से आपको कैलोरी के रूप में एनर्जी मिलती है। वहीं, अगर आप रोजाना की जरूर से ज्यादा कैलोरी का सेवन करते हैं, तो इससे आपका वजन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। इसके उलट, अगर आप जरूर के अनुसार कम कैलोरी का सेवन करते हैं, वजन घटने में मदद मिलती है।”

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चावल कम करने से कैसे घटता है वजन

calorie intake

कैलोरी इनटेक कम होता है

दिव्या गांधी के अनुसार, “जब कोई व्यक्ति चावल खाना कम करता है, तो इससे कैलोरी काउंट अपने आप कम होने लगता है। वहीं, अगर आप रोजाना की जरूरत भर की कैलोरी में कटौती करते हैं, तो इससे वजन घटने की संभावना बढ़ने लगती है।”

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हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स

दिव्या गांधी कहती हैं, “चावल में ग्लाइसेमिक ज्यादा होता है। आपको बता दें कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक तरह की मापन प्रणाली होती है। इसके माध्यम से पता लगाया जा सकता है कि आपके खानपान की चीजों में मौजूद कार्बोहाइड्रेट कितनी तेजी से ग्लूकोज में बदल सकता है और ब्लड फ्लो में एंटर (प्रवेश) कर सकता है। हाई ग्लाइसेमिक फूड होने के कारण चावल खाने के तुरंत बाद ही ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। यही नहीं, अगर आप हाई ग्लाइसेमिक फूड का सेवन करते हैं, तो इससे आपके और भी खाने की चाह बढ़ सकती है, जिससे आप ओवर ईटिंग तक कर सकते हैं। इसीलिए, अगर आप चावल के अन्य विकल्पों को चुनें, तो बेहतर रहेगा। वजन कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में लो ग्लाइसेमिक फूड शामिल करने चाहिए और ओवर कैलोरी इनटेक को भी कम करना चाहिए।”

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पोषक तत्वों की कमी

दिव्या गांधी के अनुसार, “चावल कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है। इसके अलावा, इसमें अन्य पोषक तत्वों की काफी कमी होती है। इसलिए, अगर आप डाइट में से चावल को कम कर, अन्य विकल्पों को चुनें, जैसे फल और सब्जियां, तो आपको भरपूर पोषक तत्व, जैसे प्रोटीन, हेल्दी फैट आदि मिल सकता है। अगर आपको चावल खाने ही हैं, तो बेहतर होगा कि इसके पोर्शन साइज को कम कर लें। जब आप कम मात्रा में चावल खाएंगे, तो अपने आप कैलोरी इनटेक कम हो जाएगा।”

वजन कम करने के लिए क्या करें

दिव्या गांधी सलाह देती हैं. “सबका शरीर अलग-अलग होता है। कई लोगों का मेटाबॉलिज्म रेट काफी हाई होता है, जिस कारण वे जो भी खाते हैं, उनका वजन नहीं बढ़ता है। वहीं, कुछ लोगों इतनी सारी फिजिकल एक्टिविटी करते हैं कि वजन बढ़ने की संभावना न के बराबर होती है। ऐसे लोग अगर चावल खाएं, तो भी उनके वजन में कोई विशेष फर्क नजर नहीं आएगा। वहीं, इसके उलट कुछ लोग ऐसे हैं, जो अपनी डाइट में जरा-सा भी फेर बदल करते ही मोटापे का शिकार हो जाते हैं। ऐसे लोगों को अपने वजन को कंट्रोल करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करनी चाहिए, हेल्दी ईटिंग पैटर्न अपनाना चाहिए और जरूर पड़ने पर एक्सपर्ट की मदद लेनी चाहिए।”

image credit: freepik

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