
महिलाओं में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। डायबिटीज में महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की शिकायत भी साथ ही साथ बढ़ रही है। अनहेल्दी भोजन खाने और लाइफस्टाइल में बदलाव होने के कारण डायबिटीज कंट्रोल नहीं हो पाती और इसका असर पीरियड्स साइकिल पर पड़ती है। डायबिटीज के साथ कई स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं जिनमें से एक है महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की समस्या। अगर आपको डायबिटीज है और अनियमित पीरियड्स की शिकायत है तो डॉक्टर से मिलें। हार्मोनल बदलाव के कारणों का पता लगाएं और हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज रूटीन फॉलो करें। इस लेख में हम पीरियड्स पर डायबिटीज का असर और उपाय पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
महिलाओं में डायबिटीज का असर पीरियड्स पर पड़ता है? (Does diabetes affects menstrual cycle)
- जिन महिलाओं को डायबिटीज होती है उन्हें अनियमित पीरियड्स की शिकायत होने की आशंका ज्यादा होती है।
- डायबिटीज के कारण आपको पीसीओएस की समस्या हो सकती है। पीसीओएस (polycystic ovarian syndrome) होने पर पीरियड्स अनियमित होते हैं।
- डॉ सीमा ने बताया कि कई महिलाएं ये शिकायत भी करती हैं कि उन्हें डायबिटीज के शुरूआत में लॉन्ग पीरियड्स की शिकायत हुई यानी पीरियड्स 5 दिनों के बजाय एक या दो हफ्तों तक चले।
- साल 2018 में एक रिसर्च प्रकाशित हुआ थो जो अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो में हुए शोध पर आधारित था, इसके मुताबिक जिन किशोरियों को टाइप 2 डायबिटीज है उन्हें अनियमित पीरियड्स का खतरा बढ़ जाता है।
- अगर आपको डायबिटीज है और वजन भी ज्यादा है तो आपको अनियमित पीरियड्स की शिकायत हो सकती है क्योंकि बीएमआई अगर बढ़ा हुआ होगा तो माहवारी में परेशानी होती है।
- अगर डायबिटीज या मोटापे के कारण आपका वजन ज्यादा है तो फैट टिशू, एस्ट्रोजन की संख्या बढ़ा देगा यानी आप जितने मोटे या अनहेल्दी होंगे एस्ट्रोजन की मात्रा उतनी बढ़ेगी। एस्ट्रोजन का स्तर ज्यादा होने से अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है।
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क्या पीरियड्स का कोई असर डायबिटीज पर पड़ता है? (Does menstrual cycle affects diabetes)
पीरियड्स के दौरान महिलाओं में हार्मोनल बदलाव होते हैं पर उसका असर डायबिटीज पर नहीं पड़ता है। अगर पीरियड्स में आपको फूड क्रेविंग होती है और आप अनहेल्दी खा लेते हैं तो हो सकता है आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाए। अगर आप इंसुलीन इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से सही मात्रा या डोसेज पता करनी चाहिए। अगर आप पीरियड्स के दौरान हेल्दी डाइट लें, सही रूटीन फॉलों करें तो ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा।
डायबिटीज में पीरियड्स के अनियमित होने पर क्या करें? (How to treat irregular periods in diabetes)
पीरियड्स आमतौर पर 28 दिन में एक बार आते हैं, कुछ महिलाओं में ये साइकिल 21 से 35 दिनों के बीच आती है। अगर आपको लग रहा है कि पीरियड्स अनियमित हो रहे हैं तो सबसे पहले आप कैलेंडर पर पीरियड्स की तारीख नोट करें। अगर आपको लगता है 28 दिनों से बहुत आगे या बहुत पहले पीरियड्स आ रहे हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। अनियमित पीरियड्स की समस्या से बचने के लिए डायबिटीज या ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करें, आप कुछ आसान टिप्स फॉलो कर सकते हैं जैसे-
1. डायबिटीज से बचने के लिए महिलाएं तनाव कम करें (Stress can reduce risk of diabetes in women)
स्ट्रेस के कारण भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, कुछ हार्मोन्स ऐसे होते हैं जिनके बढ़ने से लीवर से ज्यादा ग्लूकोज निकलने लगता है इसलिए आपको स्ट्रेस कंट्रोल करना चाहिए। आप स्ट्रेस को कम करने के लिए मेडिटेशन, योग कर सकते हैं। महिलाओं को डायबिटीज से बचने के उपाय में आपको पानी की मात्रा बढ़ानी चाहिए। अगर आप रोजाना 2 से 3 लीटर पानी पिएंगे तो ब्लड शुगर बढ़ने की आशंका कम हो जाएगी। पानी की मात्रा बढ़ाने से वजन भी कंट्रोल रहता है।
2. डायबिटीज से बचने के लिए महिलाएं वजन कम करें और रोजाना कसरत करें (Exercise can reduce risk of diabetes in women)
महिलाओं को डायबिटीज से बचने के लिए हर दिन कसरत करनी चाहिए। कसरत करने से ब्लड ग्लूकोज स्तर कम होता है। रोजाना कसरत करने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है। डायबिटीज की बीमारी से बचने के लिए महिलाओं को वजन कम करना चाहिए। जिन लोगों का वजन ज्यादा होता है उन्हें अनियमित पीरियड्स और डायबिटीज दोनों का खतरा रहता है।
3. डायबिटीज से बचने के लिए महिलाएं डाइट में फाइबर एड करें (Fiber intake can reduce risk of diabetes in women)
अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा एड करें। फाइबर से ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा। ब्लड शुगर से कार्डियोवैस्कुलर डिसीज का खतरा भी बढ़ जाता है। डाइट में फाइबर इंटेक बढ़ाकर आप टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम कर सकते हैं। डायबिटीज से बचने के लिए मील्स स्किप करने की आदत को छोड़ दें, अगर आप नाश्ता नहीं करती हैं तो भी आपको डायबिटीज का खतरा हो सकता है इसलिए रोजाना हेल्दी ब्रेकफास्ट पर फोकस करें। फाइबर के लिए आप प्लांट फूड का सेवन कर सकते हैं जैसे पीज़, होल ग्रेन, रसबेरी आदि।
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डायबिटीज में महिलाएं इन बातों का ध्यान रखें
- अगर आपको डायबिटीज की शिकायत है तो आप एल्कोहॉल का सेवन बिल्कुल न करें।
- डायबिटीज है तो आपको कैफीन जैसे चाय या कॉफी की आदत छोड़ देनी चाहिए।
- आपको अपनी नींद पूरी करनी चाहिए, खासकर अगर आप महिला हैं तो एक दिन में कम से कम आठ घंटों की नींद जरूरी पूरी करें।
- आपको एक दिन में 21 से 25 ग्राम से ज्यादा फाइबर कंज्यूम नहीं करना चाहिए।
- आपको छोटे मील्स लेने चाहिए, एक साथ ज्यादा खाने से बचें, प्लेट साइज या पोर्शन तय करें।
- आपको डायबिटीज में फैटी फूड या ऑयली फूड अवॉइड करना चाहिए।
- किसी भी फॉर्म की शुगर आपका ब्ल्ड शुगर लेवल बढ़ा सकती है इसलिए शुगर अवॉइड करें।
- डायबिटीज है तो आपको वाइट ब्रेड, आलू, पास्ता अवॉइड करना चाहिए।
- अगर आपको डायबिटीज है तो दिन में 200 से ज्यादा कॉर्ब्स न लें।
- कम खाने के बजाय हेल्दी खाएं, छोटे मील्स प्लान करें जिसमें सब्जी की मात्रा ज्यादा हो।
अनियमित पीरियड्स की शिकायत होने पर डॉक्टर से संपर्क करें, कई कारणों के कारण महिलाओं में अनियमित पीरियड्स की शिकायत हो सकती है इसलिए जांच जरूर करवाएं।
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