Tips To Prevent Eye Diseases: आंखें शरीर का सबसे अहम अंग हैं। खराब जीवनशैली, अनहेल्दी डाइट, डिजिटल उपकरणों का ज्यादा इस्तेमाल आंखों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ा है। खानपान और लाइफस्टाइल को ठीक रखने से आप आंखों को बीमारियों की चपेट में आने से बचा सकते हैं। आज के समय में कम उम्र से ही आंखों पर चश्मा लग जाना आम है। बुजुर्ग हों या बच्चे सभी आंखों की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण आंखों की हेल्थ पर सही ध्यान न देना और लाइफस्टाइल से जुड़ी गड़बड़ी है। आंखों को बीमारियों से कैसे बचाएं, इसको लेकर ओनली माय हेल्थ ने अरुणोदय डेसरेट आई हॉस्पिटल गुरुग्राम के सुप्रसिद्ध ओफ्थल्मोलॉजिस्ट और आई सर्जन डॉ. अरुण सेठी से बातचीत की। आइये इस लेख में डॉक्टर सेठी से जानते हैं, आंखों को हेल्दी रखने और बीमारियों से बचाने के टिप्स।
आंखों को बीमारियों से बचाने के लिए जरूर करें ये काम- Tips To Prevent Eye Diseases in Hindi
आंखों की बीमारियां अब कम उम्र से ही आम हो गई हैं। आंखों से जुड़ी बीमारियों के लक्षणों को सही समय पर न पहचानने और समय पर आंखों की जांच न कराने के कारण ये बीमारियां गंभीर रूप ले लेती हैं। डॉ अरुण सेठी ने बताया, "भारत में मोतियाबिंद, चश्मे की जरूरत, ग्लूकोमा और डायबिटिक रेटिनोपैथी जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इन बीमारियों से बचाव के लिए सही समय पर आंखों की जांच और सही देखभाल जरूरी है। डिजिटल उपकरणों का बहुत ज्यादा इस्तेमाल और खानपान व जीवनशैली से जुड़ी लापरवाही आंखों की बीमारी का सबसे बड़ा कारण हैं।"
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आंखों को बीमारियों से बचाने के लिए ये काम जरूर करें-
नियमित रूप से आंखों की जांच: समय-समय पर आपकी आंखों की सेहत का पता लगाने लगाने और बीमारी के निदान के लिए आंखों की जांच बहुत जरूरी है।
हेल्दी डाइट: खराब खानपान के कारण आंखें कमजोर और बीमारियों का शिकार हो जाती हैं। आंखों को बीमारी से बचाने के लिए विटामिन ए, सी, ई, जिंक, ओमेगा-3 फैटी एसिड आदि का सेवन करना चाहिए।
आंखों की सुरक्षा: आंखों को धूप, धूल, धुंध, रेत और धूम्रपान के नकारात्मक प्रभावों से बचाने के लिए आपको चश्मे या ग्लासेस पहनने चाहिए।
नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। व्यायाम करने से आंखों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है।
डिजिटल उपकरणों का कम इस्तेमाल: ज्यादा समय ऑनलाइन स्क्रीन के सामने बिताने से आंखों के कमजोर होने का खतरा बढ़ जाता है। आंखों को हेल्दी रखने और बीमारियों से बचाने के लिए स्क्रीन टाइम कम करना चाहिए।
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किस उम्र में जरूरी है आंखों की जांच?
आंखों को बीमारियों से बचाने के लिए नियमित रूप से आंखों की जांच बहुत जरूरी है। नेत्र रोग विशेषज्ञ की देखरेख में आंखों की जांच कराने से आप गंभीर बीमारियों का शिकार होने से बच सकते हैं। साल भर में कम से कम एक बार आंखों की पूरी जांच जरूर करानी चाहिए। इसके अलावा 1 साल, 3 साल के अलावा साल में एक बार आंखों की जांच कराने से आप इसे कमजोर और बीमारियों का शिकार होने से बचा सकते हैं।
डॉक्टर अरुण सेठी ने बताया कि आंखों से जुड़ी किसी भी परेशानी की शुरूआत में आपको कई लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर सही समय पर इलाज लेने से आप गंभीर परेशानी का शिकार होने से बच सकते हैं। आंखों में जलन, लाली या दर्द होने पर डॉक्टर की सलाह लें और आंखों को समय-समय पर साफ पानी से जरूर धुलें।
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